G20 Summit में सिर्फ एक दिन बाकी : 5 हजार साल का दिखेगा इतिहास, दिल्ली पुलिस के 50 हजार जवान, NSG, CRPF, CAPF और आर्मी के करीब 80 हजार जवान तैनात

 
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नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन से पहले, अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट, स्विगी और ज़ोमैटो सहित खाद्य और ई-कॉमर्स डिलीवरी कर्मचारी शुक्रवार से तीन दिनों के लिए सड़कों से दूर रहेंगे। शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंच रहे विश्व नेताओं के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था अपनाई है। पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार से रविवार तक भोजन और वाणिज्यिक वितरण सेवाएं बंद रहेंगी।

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एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विशेष पुलिस आयुक्त एसएस यादव ने कहा कि सुरक्षा कारणों से सभी क्लाउड किचन, वाणिज्यिक डिलीवरी सेवाएं बंद रहेंगी। प्रतिबंधों के मद्देनजर, अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट सहित ऐप्स से देय डिलीवरी में भी देरी होगी।

इस बीच, चिकित्सा वस्तुओं की डिलीवरी सहित कुछ सेवाओं को प्रतिबंधों से छूट दी गई है। पूरे शहर में लैब परीक्षण रिपोर्ट, नमूना संग्रह की भी अनुमति होगी। आवश्यक सत्यापन के बाद, जिले में होटल, अस्पताल और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के लिए वाहनों को अनुमति दी जाएगी। आवश्यक सुरक्षा जांच के बाद हाउसकीपिंग, खानपान और कचरा निपटान सहित सेवाओं की भी अनुमति दी जाएगी।

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भारत मंडपम डिजाइन
भारत मंडपम भवन का वास्तुशिल्प डिजाइन "भारत की समृद्ध परंपराओं" से प्रेरणा लेता है, जो आधुनिक सुविधाओं और समकालीन जीवन को अपनाते हुए अपनी विरासत में देश के विश्वास का प्रतीक है।इमारत का आकार शंख, या शंख के सुंदर रूप से प्रेरित है। कन्वेंशन सेंटर की विभिन्न दीवारें और अग्रभाग भारत की पारंपरिक कला और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को जटिल रूप से दर्शाते हैं। इनमें 'सूर्य शक्ति' शामिल है, जो सौर ऊर्जा के दोहन के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है, 'इसरो को शून्य', अंतरिक्ष अन्वेषण में देश की उपलब्धियों का जश्न मनाता है, और 'पंच महाभूत', जो ब्रह्मांड के मूलभूत तत्वों - आकाश (आकाश), वायु (का प्रतिनिधित्व करता है) शामिल हैं। वायु), अग्नि (अग्नि), जल (जल), पृथ्वी (पृथ्वी), और भी बहुत कुछ। इसके अतिरिक्त, कन्वेंशन सेंटर देश भर के विभिन्न क्षेत्रों के चित्रों और जनजातीय कला रूपों की एक श्रृंखला से सजाया गया है।

दिल्ली में होने वाली G20 समिट में सिर्फ एक दिन बाकी है। आज यानी 8 सितंबर को G20 ग्रुप के ज्यादातर बड़े लीडर दिल्ली पहुंच जाएंगे। केंद्रीय मंत्रियों को इनके स्वागत की जिम्मेदारी दी गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की अगवानी जनरल वीके सिंह करेंगे। ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक को लेने अश्विनी चौबे जाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक पहली बार भारत आ रहे हैं।

समिट के वेन्यू भारत मंडपम में वर्ल्ड लीडर्स को भारत का इतिहास, लोकतांत्रिक परंपरा के साथ डिजिटल ग्रोथ दिखाई जाएगी। इसके लिए भारत मंडपम के रिसेप्शन के पास एक प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें AI जैसी हाई एंड टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है।

G20 देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे ही भारत मंडपम में एंट्री लेंगे, सबसे पहले AI एंकर भारतीय अंदाज में उनका स्वागत करेगी। आगे बढ़ते ही एक दीवार दिखती है। इसे ‘भारत: वॉल ऑफ डेमोक्रेसी’ नाम दिया गया है। प्रदर्शनी के दूसरे हिस्से में डिजिटल इंडिया एक्सपीरिएंस जोन और तीसरे हिस्से में गीता AI है।

पढ़िए और देखिए इस प्रदर्शनी में मेहमानों के लिए और क्या-क्या है….

वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में 5 हजार साल का इतिहास
वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में विदेशी मेहमान भारत का 5 हजार साल का लोकतांत्रिक इतिहास देखेंगे। ये दीवार 26 स्क्रीन पैनल से मिलकर बनी है। इन 26 पैनल में अलग-अलग समय की कहानियां हैं। इनमें भारत-मदर ऑफ डेमोक्रेसी, सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, रामायण, महाभारत, महाजनपद और गणतंत्र, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, कौटिल्य और अर्थशास्त्र, मेगस्थनीज, सम्राट अशोक, फाह्यान, पाल साम्राज्य के खलीमपुर ताम्रपत्र, श्रेणीसंघ, तमिलनाडु का प्राचीन शहर उथीरामेरुर, लोकतंत्र का दार्शनिक आधार, कृष्णदेव राय, अकबर, छत्रपति शिवाजी, स्थानीय स्वशासन, भारतीय संविधान, आधुनिक भारत में चुनाव शामिल हैं।

हर पैनल में डायरेक्शन ऑडियो लगाए गए हैं। इसमें प्ले होने वाला ऑडियो सिर्फ पैनल के सामने खड़े शख्स को ही सुनाई देगा। अगर आप पैनल की सीध में नहीं हैं, तो ऑडियो सुनाई नहीं देगा। प्रदर्शनी में मिलने वाली जानकारियां 16 भाषाओं में सुनी जा सकती हैं। ये पैनल फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी से जान लेते हैं कि व्यक्ति किस भाषा को समझता होगा, फिर उसी भाषा में जानकारी देते हैं।

टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग कंपनी टेगबिन ने इस टेक्नोलॉजी को डेवलप किया है। टेगबिन के CEO सौरव भाइक कहते हैं, ‘सरकार की तरफ से हमें कहा गया कि भारत: मदर ऑफ डेमोक्रेसी थीम पर एक प्रदर्शनी तैयार करनी है, जिसमें टेक्नोलॉजी के जरिए सब दिखाई दे। इससे हम दुनिया को भारत की लोकतांत्रिक परंपरा के बारे में बता पाएंगे। इसके बाद हमने ये एग्जिबिशन तैयार की है।’

AI एंकर कहेगी- नमस्ते, भारत में आपका स्वागत है
एग्जिबिशन की एंट्री पर AI होलोबॉक्स रखा है। इस होलोबॉक्स में AI एंकर दिखती है। ये एंकर विदेशी मेहमानों का स्वागत करेगी। इसमें एडवांस वॉयस क्लोनिंग टेक्नोलॉजी है, जो रियल एंकर वाली फील देती है।

होलोबॉक्स में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है, यानी अगर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होलोबॉक्स के सामने खड़े होते हैं, तो एंकर उन्हें पहचान लेगी। फिर उनसे उन्हीं की भाषा में बात भी करेगी।

हड़प्पा की डांसिंग गर्ल का स्टेच्यू

प्रदर्शनी के बीच में सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे मशहूर मूर्ति डांसिंग गर्ल का स्टेच्यू रखा गया है। इस पर टेगबिन के CEO सौरव भाइक कहते हैं, ‘ये डांसिंग गर्ल ना सिर्फ आर्ट के नजरिए से अहम है, बल्कि ये भी दिखाती है कि दुनिया में सभ्यताएं विकसित नहीं हुई थीं, तब भी भारत में महिलाओं को बराबरी का दर्जा हासिल था।’

डिजिटल इंडिया एक्सपीरिएंस जोन में दिखेगा नया भारत
प्रदर्शनी में ये दिखाया गया है कि भारत ने बीते कुछ साल में टेक्नोलॉजी फील्ड में क्या-क्या हासिल किया है। डिजिटल इंडिया एग्जिबिशन में तीन चीजों पर फोकस है- ईज ऑफ लिविंग, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ गवर्नेंस। प्रदर्शनी में भारत सरकार की ओर से डेवलप 7 टूल दिखाए गए हैं। इनमें आधार, डिजिलॉकर, ई-संजीवनी, भाषिणी, UPI, DIKSHA और ONDC शामिल हैं।

इसी सेक्शन में बड़ा सा LED क्यूब लगा है, जो 2014 के बाद डिजिटल इंडिया के सफर की तस्वीर पेश करेगा। विदेशी मेहमानों को वर्चुअल रियलिटी के जरिए भारत की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी दिखाई जाएगी।

हर सवाल का जवाब देगी ‘गीता AI’
प्रदर्शनी के आखिर में एक कियोस्क पर गीता AI को रखा गया है। यहां जिंदगी की उलझनों से जुड़ा कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। सवाल के हिसाब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल गीता की शिक्षा का सहारा लेकर जवाब देता है। गीता के जिस श्लोक से उसने जवाब लिया है, उसके बारे में भी बताता है।

हमने भी इस टूल को आजमाया। सवाल पूछा कि ‘दुनिया में दुखों का अंत कैसे होगा?’ गीता AI ने जवाब दिया- मनुष्य को दुखों से मुक्ति के लिए भगवान की आराधना करनी चाहिए। (पूरा जवाब आप स्टोरी के वीडियो में देख और सुन सकते हैं।)

गीता AI टूल को भी टेगबिन कंपनी ने ही डेवलप किया है। इसके CEO सौरव भाइक कहते हैं कि ‘ये नई तरह की टेक्नोलॉजी है। इसे हमने उन विदेशी मेहमानों को ध्यान में रखकर डेवलप किया है, जिन्हें भारत के दर्शन और धर्म में रुचि है।’

समिट के पहले दिन मेहमान देखेंगे 'म्यूजिकल जर्नी ऑफ इंडिया'
9 और 10 सितंबर को G20 समिट होगी। इसी दिन 'म्यूजिकल जर्नी ऑफ इंडिया' का कार्यक्रम होगा। इसमें देशभर से आए 78 कलाकार परफॉर्म करेंगे। पहला कार्यक्रम शाम 6 से 7 बजे तक होगा। इसके बाद 7 से 8 बजे तक भारत वाद्य दर्शनम कार्यक्रम होगा। यहीं ट्रेडिशनल भक्ति संगीत का भी कार्यक्रम होगा।

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