MP Highcourt ने सरकार को हड़ताल खत्म कराने के दिए निर्देश : बोले बात चल रही,जल्दी ही ड्राइवर हड़ताल से वापस लौटेंगे

 
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मध्यप्रदेश में दूसरे दिन मंगलवार को ट्रक-बस ड्राइवर्स की हड़ताल का असर जरूरी सेवाओं पर दिख रहा है। इसके चलते मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को हड़ताल खत्म कराने के निर्देश दिए हैं। दो याचिकाओं पर मंगलवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने कहा, 'हड़ताल को तुरंत खत्म करवाया जाए। सरकार परिवहन बहाल करवाए।' इस पर सरकार की तरफ से महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने कहा, 'आज शाम तक इस मामले में अहम निर्णय लिया जा रहा है।' ये याचिकाएं नागरिक उपभोक्ता मंच और अखिलेश त्रिपाठी की ओर से दायर की गई हैं।

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ड्राइवर्स की हड़ताल के चलते भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में दूध से लेकर सब्जी और किराना सप्लाई कम हुई है। ज्यादातर शहरों में सब्जियां महंगी हो गईं। स्कूल-कॉलेज बसें बंद रहीं। खरगोन में पुलिस और प्रर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। बुरहानपुर में हड़ताल कर रहे ड्राइवरों ने दूसरे वाहन चालकों को जूते-चप्पलों की माला पहनाने के प्रयास किए। कई वाहनों की हवा निकाल दी। ड्राइवर उस हिट एंड रन से जुड़े कानून का विरोध कर रहे हैं, जिसमें 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

परिवहन मंत्री बोले- जल्द खत्म होगी हड़ताल
परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने मीडिया से फोन पर कहा, 'सरकार ने इसके पहले भी ड्राइवरों से आग्रह किया है कि वे हड़ताल न करें। यह कानून ऐसे लोगों के लिए बना है, जो हिट एंड रन‌ का काम करते रहे हैं। सामान्य ड्राइवरों के लिए यह कानून परेशानी देने वाला नहीं है।'

उन्होंने कहा- सरकार ड्राइवर एसोसिएशन के साथ लगातार बातचीत कर रही है। उम्मीद है कि जल्दी ही ड्राइवर हड़ताल से वापस लौटेंगे। इस हड़ताल से लोगों के साथ-साथ ड्राइवरों के परिजन भी प्रभावित हो रहे हैं। जो कानून बनाया गया है उसे गलत तरीके से समझने की कोशिश की गई है। सरकार ड्राइवरों के साथ बातचीत करके उन्हें कानून के वास्तविक पहलुओं से अवगत करा रही है। अनुमान है कि जल्द ही ड्राइवरों की हड़ताल खत्म हो जाएगी।

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बैठक में ड्राइवर से बोले कलेक्टर- तुम्हारी औकात क्या है
शाजापुर में हड़ताल को लेकर बुलाई बैठक में कलेक्टर और ड्राइवर्स के बीच गहमा-गहमी हो गई। दरअसल, कलेक्टर किशोर कन्याल ड्राइवर्स एसोसिएशन के सदस्यों को समझा रहे थे कि कोई कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा। इसी दौरान एक ड्राइवर ने कलेक्टर को कहा- अच्छे से बोलो। यह सुनकर कलेक्टर भड़क गए और कहा- गलत क्या है। समझ क्या रखा है? क्या करोगे तुम, तुम्हारी औकात क्या है? इसके बाद ड्राइवर ने कहा- यही तो हमारी लड़ाई है, हमारी कोई औकात नहीं है। इसके बाद कलेक्टर ने कहा- लड़ाई ऐसे नहीं होती है। कृपया कोई भी कानून अपने हाथ में न ले। आपकी सारी बातों को सुनने के लिए ही यहां बुलाया गया है।

AIMTC ने कहा- बात नहीं बनी तो करेंगे हड़ताल का समर्थन
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की परिवहन समिति (AIMTC) के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा, 'देश के सभी राज्यों में परिवहन सेवा से जुड़े संगठन हमारे सदस्य हैं। मामले को लेकर हमारी केंद्र सरकार के गृह सचिव अजय कुमार भल्ला से बातचीत चल रही है। अभी तक ड्राइवर गाड़ी खड़ी कर प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर कोई समाधान नहीं निकला तो संगठन अधिकृत तौर पर हड़ताल का समर्थन करेगा।'

भोपाल : पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें, एक घंटे तक इंतजार
भोपाल शहर के पेट्रोल पंपों पर मंगलवार सुबह से लंबी कतारें लगी हैं। रचनानगर तिराहे के पेट्रोल पंप पर तो सड़क तक लाइन लग गई। लोगों को आधे से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। भोपाल पेट्रोल डीजल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि पेट्रोल की किल्लत को लेकर ड्राइवर्स से बात हुई है। अधिकतर ड्राइवर्स ने पेट्रोल पहुंचाने की बात पर सहमति जताई है। उम्मीद है कि मंगलवार को स्थिति में सुधार आएगा, क्योंकि डिपो पर सोमवार दे रात टैंकर निकलना शुरू हो गए हैं। कई पेट्रोल पंपों पर स्टॉक भी खत्म हो गया था।

इंदौर : पुलिस के पहरे में खंडवा भेजे 17 टैंकर डीजल-पेट्रोल
खंडवा में चेम्बर ऑफ कॉमर्स एवं पेट्रोलियम एसोसिएशन ने सोमवार रात सांसद, कलेक्टर और एसपी को पेट्रोल-डीजल की किल्लत से अवगत कराया था। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की हड़ताल अभी नहीं थमेगी। जिसके बाद खंडवा से 17 खाली गाड़ियां इंदौर के मांगलिया डिपो भेजी गई। मंगलवार सुबह सभी गाड़ियां पुलिस बल के संरक्षण में खंडवा के लिए रवाना हो गई हैं। इसी तरह बुरहानपुर भी 15 टैंकर भेजे गए हैं।

उमरिया: पेट्रोल-डीजल देने की लिमिट तय
उमरिया में प्रशासन ने वाहन चालकों को पेट्रोल-डीजल देने की लिमिट तय कर दी है। इंदौर से पुलिस के पहरे में पेट्रोल-डीजल खंडवा और बुरहानपुर भेजा गया है। खंडवा में डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाले वाहनों के ड्राइवर ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। यातायात की सबसे ज्यादा परेशानी उज्जैन से रतलाम रूट पर है। भोपाल-रामगंज मंडी तीसरी लाइन का काम चलने के कारण ट्रेन भी नहीं चल रही हैं।

जबलपुर: ड्राइवर बोले- बस मालिक घर आकर धमका रहे
जबलपुर में ड्राइवरों का आरोप है कि बस मालिक अफवाह फैला रहे हैं कि आज से हड़ताल खत्म हो गई है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। बस मालिक घर-घर जाकर ड्राइवरों को धमका रहे हैं कि तुम्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा। सोमवार को बस मालिकों ने बैठक करके निर्णय लिया कि मंगलवार से बसें चलेंगी, पर कोई भी ड्राइवर बस चलाने को तैयार नहीं है। आज भी कोई बस आईएसबीटी से नहीं निकली।

खरगोन: पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प
खरगोन के नवग्रह तिराहे पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में बहस हो गई। उनके बीच हल्की झड़प भी हुई। पता चला है कि प्रदर्शनकारी लोडेड वाहन रोक रहे थे, अव्यवस्था फैलने पर मामला गर्मा गया। पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें सड़क से दूर किया।

सतना: ट्रक खड़े होने से जाम लग गया
सतना में सोहावल मोड और चित्रकूट मार्ग पर बगदरा घाटी के पास ड्राइवरों ने अपने ट्रकों को सड़क पर खड़ा कर जाम लगा दिया। आवागमन बाधित होने से निजी वाहनों से निकले लोग भी परेशान हो रहे हैं। प्रशासन ने ट्रांसपोर्ट व्यावसायियों के साथ बैठक भी की है।

पढ़िए, हड़ताल का क्या असर...
चार्टर्ड बस : भोपाल-इंदौर के बीच नहीं चल रही बसें
भोपाल और इंदौर में सिटी बसें मंगलवार को भी बंद रही। भोपाल-इंदौर के बीच चलने वाली चाटर्ड बसें भी नहीं चली। इसी तरह जबलपुर और ग्वालियर में भी चार्टर्ड समेत सभी बसें बंद हैं। बीसीएलएल के प्रवक्ता संजय सोनी ने बताया कि सूत्र सेवा, चार्टर्ड और रेड बसों के ड्राइवर्स से बात कर रहे हैं लेकिन फिलहाल आने की बात पर जवाब नहीं दिया है।

ऑटो ड्राइवर: बुजुर्ग और बीमार लोगों के लिए चालू
भोपाल कुछ इलाकों में ऑटो चल रहे हैं। जबलपुर और नर्मदापुरम में भी ऑटो ड्राइवर बस-ट्रक ड्राइवरों के समर्थन में हड़ताल पर हैं। सर्वधर्म ऑटो चालक संघ भोपाल के अध्यक्ष आदिल खान ने बताया कि मंगलवार को ऑटो ड्राइवर भी हड़ताल पर हैं। हालांकि, बुजुर्ग और बीमार लोगों को हम मना नहीं कर रहे हैं। भोपाल में तीन हजार से ज्यादा ऑटो चलते हैं। ग्वालियर में ऑटो आम दिनों की तरह चल रहे हैं।

ओला, उबर : भोपाल, इंदौर में सर्विस ठप
भोपाल और इंदौर में ओला, उबर की सर्विस भी प्रभावित हुई है। बुकिंग तो हो रही है लेकिन बुकिंग एक्सेप्ट नहीं हो रही है। टैक्सी यूनियन के जिलाध्यक्ष नफीस उद्दीन ने बताया कि अधिकतर कैब ड्राइवर 3 जनवरी तक हड़ताल पर रहेंगे। भोपाल में दो हजार से अधिक कैब चलती हैं। करीब एक हजार कैब ड्राइवर हड़ताल पर हैं। जबलपुर में कैब चल रही है।

दूध वाहन: खुले सप्लाई 30% प्रभावित
भोपाल में दूध की 30% सप्लाई प्रभावित हुई। सांची और अमूल दूध की सप्लाई जारी है। दुग्ध संघ ने नगरीय वाहनों के जरिए दूध इकट्ठा किया और फैक्ट्री तक लाया गया। कुछ इलाकों में दूध नहीं पहुंचने की भी खबर है। राजधानी में सांची दूध की सप्लाई प्रतिदिन करीब ढाई लाख लीटर है। वहीं, अमूल दूध की खपत 70 हजार लीटर प्रतिदिन है। खुले दूध की खपत प्रतिदिन 6 से 8 लाख लीटर तक है। नर्मदापुरम में दूध और सब्जी की सप्लाई प्रभावित हुई। दुग्ध संघ के एमडी सतीश कुमार ने बताया कि ड्राइवर्स का इश्यू है। कलेक्टर की मदद से कई ड्राइवर्स को बुलाया है।

स्कूल: भोपाल-इंदौर के कई स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस
भोपाल में कई स्कूलों में मंगलवार की छुट्‌टी घोषित कर दी गई। मप्र स्कूल बस सेवा संचालक समिति के अध्यक्ष शिवकुमार सोनी ने बताया कि मंगलवार को भी स्कूल बस व स्कूल वैन बंद रहेंगी। प्रदेश में सवा लाख से ज्यादा स्कूल बसें व वैन चलती हैं। हालांकि, इंदौर और भोपाल के कुछ स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस लग रही हैं।

इंदौर में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने सभी स्कूलों को बसें चलाने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन मंगलवार को कई स्कूल बसें नहीं चलीं। बच्चे बस स्टॉप पर खड़े रहे। परिजन ने कंडक्टर-ड्राइवर को फोन करके कंफर्म किया। इसके बाद वे घर लौट आए। कई परिजन खुद बच्चों को छोड़ने स्कूल पहुंचे। वहीं, कई स्कूलों की छुट्‌टी कर दी गई। कुछ में ऑनलाइन क्लास लगी।

सब्जी मंडी: 70 फीसदी व्यापार पर असर
भोपाल की करोंद मंडी में मंगलवार को सब्जियां लेकर गाड़ियां नहीं आईं। विक्रेताओं का कहना है कि कुछ किसान खुद के वाहनों से सब्जी लेकर मंडी आएंगे। 70 प्रतिशत से अधिक फल व सब्जी की आवक पर असर पड़ सकता है। इस कारण सब्जी व फल महंगे हो सकते हैं। इंदौर की चोइथराम मंडी में सब्जियों की गाड़ियां नहीं आईं। जबलपुर की मंडी के भी यही हाल हैं।

किराना : भोपाल में सप्लाई 100% प्रभावित
भोपाल के थोक बाजारों से आसपास के 200 किमी के दायरे में किराना सामान की सप्लाई होती है। हड़ताल के पहले दिन 50% सप्लाई पर असर पड़ा था। भोपाल व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बताया कि भोपाल के थोक किराना मार्केट से सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, रायसेन, विदिशा, छिंदवाड़ा समेत 200 किलोमीटर में सामान पहुंचता है, लेकिन आज सप्लाई पूरी तरह बंद है। बता दें भोपाल में इंदौर, डबरा, पिपरिया से दालें, महाराष्ट्र से शक्कर, उत्तर प्रदेश, गुजरात और दिल्ली से से चावल आता है। वहीं, आटे की सप्लाई लोकल मिल से होती है। हर रोज 200 टन तक किराना सामान की सप्लाई शहर और आसपास के जिलों में होती है।

इंदौर के मुख्य होलसेल मार्केट सियागंज किराना बाजार सहित आसपास के बाजारों से माल सप्लाई नहीं हुआ। किराना मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव नईम पान वाला ने बताया कि अगर ऐसी ही स्थिति रही तो बाजार में जमाखोरी व मुनाफाखोरी बढ़ेगी। अगर एक-दो दिन में हड़ताल खत्म हो भी जाती है, तो भी इसका असर इसलिए रहेगा क्योंकि हजारों ट्रक अभी अलग-अलग शहरों में खड़े हैं। माल आने में देर होगी।

108 एम्बुलेंस: इमरजेंसी में चालू रहेंगी
मध्य प्रदेश 108 एम्बुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह ने बताया कि 108 एम्बुलेंस कर्मचारी इमरजेंसी में काम कर रहे हैं। मंगलवार को भी यह सेवाएं जारी रहेंगी। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सख्त निर्देश दिए हैं। सभी को हाई अलर्ट पर लोकेशन पर रहना है। भोपाल में 108 एम्बुलेंस की कुल 43 गाड़ियां चलती हैं।

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