राजगढ़ का आलूबड़ा : जो एक बार खाए बार-बार आए, विधायक से लेकर संसद तक दीवाने, आलूबड़े की भोपाल तक डिमांड

 
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स्वाद के शौकीनों के शहर राजगढ़, जहां सुबह की शुरुआत पोहा-जलेबी और समोसे से होती है, लेकिन यहां एक जायका और भी है, जिसने लोगों के दिल में खास जगह बना रखी है। वह है बापू के हाथों से तैयार होने वाला आलू बड़ा। सुबह 11 बजे बाद ख़िलचीपुर नाके की किसी दुकान के बाहर अगर आपको भीड़ दिखाई दे, तो समझ जाइएगा कि यही है आलू बड़े वाले बापू की दुकान। दही और स्पेशल शाही चटनी इसके स्वाद को और बढ़ा देती है। जायका एमपी की इस सीरीज में इस बार हम आपको 'बापू की दुकान' पर लेकर चलते हैं। रूबरू करवा रहे हैं यहां के फेमस आलू बड़े से।

प्लान बनाकर बिजनेस को बढ़ाया
बड़े भाई के निधन के बाद छोटे भाई अंतर सिंह यानी मैं, तब बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। बीच में ही पढ़ाई छोड़ कर मैं दुकान संभालने लगा। एक और बड़े भाई दीप सिंह और मैंने चाय बिस्किट वाली इस दुकान को बढ़ाने का प्लान किया। साल 2000 में हमने आलू-बड़े बनाने का काम शुरू किया। बड़े भाई दीप सिंह बाजार से खड़े गरम मसाले लाए। खुद ही उसे तैयार किया। आलू बड़े का मसाला भी उन्होंने खुद ही तैयार किया। हमने इसका रेट एक रुपया रखा। लोगों को भाई साहब के हाथ के आलू बड़े पसंद आने लगे। फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। दुकान में ग्राहकों की संख्या बढ़ने लगी।

राजगढ़ के आलूबड़े की भोपाल तक डिमांड
बापू के आलू बड़े ने जिलेभर के साथ ही भोपाल तक के लोगों को दीवाना बना रखा है। यहां तैयार होने वाले आलू बड़े भोपाल तक पार्सल होकर जाते हैं। जिलेभर की कई तहसीलों में तो रोज यहां से आलूबड़े पार्सल के रूप में पहुंचते हैं। हमारी कोशिश बेहतरीन क्वालिटी देने की रहती है। हम ब्रांडेड रिफाइंड तेल से ही आलूबड़े तैयार करते हैं।

राजगढ़ के रहने वाले गजराज सिंह चौहान ने बताया कि वह पिछले 20 साल से इस दुकान से जुड़े हैं। यहां का स्वाद ही ऐसा है, वे खुद ही खिंचे चले आते हैं। पहले यह दुकान आगे वाले चौराहे पर एक टपरी में थी। तब भी आलूबड़े का स्वाद उसी तरह से फ़ेमस था, जैसा आज है। यहां का आलूबड़ा जो भी एक बार खा ले, राजगढ़ यदि दोबारा आएगा, तो वह बापू की दुकान पर जरूर आएगा। कई लोग तो पूछते हैं कि आलूबड़े वाले बापू की दुकान कहां है। यहां के आलूबड़े तो खास हैं ही, चटनी भी बहुत टेस्टी रहती है। यहां का दही बड़ा, आलू बड़ा खा लो तो लगता है, खाते ही जाओ।

विधायक बापू सिंह भी आलूबड़ों के दीवाने
राजगढ़ विधायक बापू सिंह तंवर ने बताया कि बापू के आलूबड़े और दही बड़े जैसा स्वाद तो जिले में कहीं नहीं है। वहां के आलूबड़े और दही बड़े का इतना लाजवाब स्वाद है कि मैं और मेरे घरवाले तो खाते ही हैं। मेरे ऑफिस में आने वाले अतिथियों को वहां के आलू बड़े और दही बड़े खिलाते हैं। मैं पिछले 10 साल से वहां के आलूबड़े और दही बड़े खा रहा हूं।

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