Jammu attack : आतंकी हमले में सतना का जवान शहीद : जम्मू के भटिंडी Sunjwan Camp के पास आतंकियों ने की जमकर फायरिंग, घर-गांव में छाया मातम

 

Jammu attack : आतंकी हमले में सतना का जवान शहीद : जम्मू के भटिंडी Sunjwan Camp के पास आतंकियों ने की जमकर फायरिंग, घर-गांव में छाया मातम

जम्मू में शुक्रवार सुबह हुए आतंकी हमले में सतना के जवान शंकर प्रसाद पटेल शहीद हो गए। जम्मू के भटिंडी सुंजवां कैंप के पास सुरक्षा बलों पर आतंकियों ने फायरिंग की। इस पर भारतीय जवानों ने जवाबी फायरिंग की। इसी दौरान आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया, जिसमें CISF के ASI पटेल शहीद हो गए। उनकी शहादत की खबर मिलते ही उनके घर-गांव में मातम छा गया। शहीद शंकर प्रसाद पटेल मैहर में अमदरा के समीप ग्राम नौगवां के रहने वाले थे।

सुबह 4 बजे आतंकियों से हुई मुठभेड़

जम्मू के ADGP मुकेश सिंह ने कहा कि सुंजवां कैंप के पास सुबह करीब 4.15 बजे आतंकियों की सूचना मिलने पर सुरक्षाबल पहुंचे थे। यहां आतंकवादियों से मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें 2 आतंकवादी ढेर कर दिए गए और एक अफसर शहीद हुआ। इस एनकाउंटर में 5 जवान घायल भी हुए हैं।

गुरुवार को पत्नी-छोटे बेटे से की थी बात

शंकर प्रसाद ने ड्यूटी पर जाने से पहले गुरुवार को अपनी पत्नी और छोटे बेटे से फोन पर बात की थी। शंकर प्रसाद की शहादत की खबर मिलते ही पूरे नौगवां का माहौल गमगीन हो गया है। पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। उधर, आसपास के गांवों से भी लोग खबर सुनकर शहीद के घर पहुंचने लगे।

2024 में होना था रिटायरमेंट

शंकर प्रसाद CISF में सहायक उप निरीक्षक के तौर पर पदस्थ थे। वे भिलाई छत्तीसगढ़ में पदस्थ थे, जहां से 18 अप्रैल को ही उन्हें स्पेशल ड्यूटी में बटालियन के साथ जम्मू भेजा गया था। वे दो साल बाद यानी 2024 में रिटायर होने वाले थे।

पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर थे, दो बेटे हैं

शंकर पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। शुरू से उनकी रुचि देश सेवा में थी, इसलिए उन्होंने CISF जॉइन की। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा संजय कुमार टोल प्लाजा में एम्बुलेंस ड्राइवर है, जबकि छोटा बेटा सुरेंद्र सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और नागपुर में नौकरी करता है।

कल दोपहर तक पार्थिव शरीर पहुंचने की संभावना

परिजनों के मुताबिक, शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर तक उनके गृह ग्राम पहुंचने की संभावना है। पार्थिव देह को जम्मू से विशेष विमान से जबलपुर लाया जाएगा। वहां से नौगवां का लाल सड़क मार्ग से तिरंगे में लिपटा अपने गृह ग्राम पहुंचेगा।

प्रशासन की टीम भी गांव पहुंच गई है और शहीद के पार्थिव शरीर के आगमन तथा अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुट गई है। मैहर SDM धर्मेंद्र मिश्रा, तहसीलदार मानवेंद्र सिंह नौगवां पहुंच गए हैं। मैहर-अमदरा से पुलिस बल भी व्यवस्था के लिहाज से बुला लिया गया है।

Related Topics

Latest News