Satta Matka King खेलने वाले अब हो जाएं होशियार!, ऑनलाइन ‘लक आजमाने वाले’ 9 गिरफ्तार

 
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Satta Matka King : अगर आप गूगल पर मौजूद वेबसाइटों में Satta Matka खेलने का शौक रखते हैं तो अब आप लोगों को होशियार रहने की जरूरत है। यूपी के फतेहपुर में ऑनलाइन सट्टा खिलवाने वाले गैंग के नौ सदस्यों को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार किया है।  एक साल से यहां सट्टा हो रहा था।  खास बात तो यह है कि पास की चौकी पुलिस इस गोरखधंधे से बेखबर थी। मौके से मोबाइल, नगदी व रसीद के कट्टे बरामद हुए हैं।

फतेहपुर मुराइनटोला इलाके में यह कारोबार पेशे से मजदूर श्रवण उर्फ कुक्कू के घर में हो रहा था। चौकी इंचार्ज नागेंद्र नाथ चौबे ने सूचना पर फोर्स के साथ छापेमारी की। पुलिस चौकी के सामने एक संकरी गली में यह घर था। घेराबंदी में आरोपी श्रवण, शरीफ, नवल किशोर, दिलीप कुमार, शमीम, सुनील, रत्नेश, मुन्ना (निवासी मुराइनटोला) व लाला बाजार के चांद को गिरफ्तार किया गया। कमरे में एक गोलक मिली। इसमें साढ़े सात हजार रुपये थे। आरोपी श्रवण ने बताया कि कमरे को डेढ़ हजार रुपये प्रतिदिन के किराये पर बबलू अंसारी उर्फ बल्ला ने लिया था। उसी के घर से कारोबार संचालित होता था।

नंबरों पर रुपये लगाए जाते थे
सट्टा किंग की साइट पर नंबर आते हैं। इन्हीं नंबरों पर रुपये लगाए जाते थे। सट्टा लगाने वालों को रसीद काटकर दी जाती थी। नंबर खुलने की सूचना बबलू अंसारी मोबाइल पर देता है। उसी हिसाब से लोगों को रुपये बांट दिए जाते हैं। कोतवाल सच्चिदानंद त्रिपाठी ने बताया कि आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की गई है। घर में जुआ व सट्टा खिलवाना गंभीर अपराध है। आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर भी लगाया जाएगा। मुख्य आरोपी बबलू अंसारी तक पुलिस पहुंचने का प्रयास कर रही है। मौके से 75 सौ रुपये, 17 रसीद बुक, एक डायरी व छह मोबाइल बरामद हुए हैं।

मास्टर माइंड बबलू है स्मैक कारोबारी का भाई  
तुराब अली का पुरवा में दुकानदार आरिफ को गोली मारने के बाद से फरार व स्मैक कारोबारी शेखू अंसारी का सगा भाई बबलू है। वह एक साल से सट्टा करा रहा है।  इस सट्टे में पूरे दिन में तीन बार नंबर आते हैं। पुलिस जब पहुंची तो गेम खत्म होने वाला था। कुछ ही रकम बांटने के लिए रखी थी। आरोपी श्रवण के मुताबिक करीब 25 से 30 हजार रुपये प्रतिदिन का धंधा होता है। मास्टर माइंड नंबरों पर रुपये लग जाने के बाद ले जाता था। बबलू ने पुलिस की ओर से आश्वस्त किया था। वह पुलिस को भी रुपये पहुंचाने की बात कहता था।

सट्टे की कमाई से लाया नई स्कॉर्पियो
सट्टा कारोबार में स्मैक से कई गुना कमाई है। मुख्य आरोपी बबलू उर्फ बल्ला अंसारी ने कारोबार को करीब एक साल पहले शुरू किया था। वह छह माह बाद नई स्कार्पियो ले आया था। स्मैक का कारोबारी शेखू  चार माह पहले नई लग्जरी कार लाया था। पुलिस के मुताबिक दोनों भाइयों के कारोबार से इलाकाई लोग त्रस्त हैं। इलाके के मध्यम व गरीब घरों के लोगों को स्मैक व सट्टे की लत ने बर्बाद कर रखा है।

10 रुपये लगाने पर 800
गूगल में सट्टा सर्च करते ही सट्टा किंग नाम की वेबसाइट खुलकर आ जाती है। इस साइट से नेटवर्किंग में जुड़े कारोबारी संपर्क में रहते हैं। किसी भी नंबर पर कम से कम दस रुपये लगाए जा सकते हैं। वह नंबर खुला तो खेलने वाले को 800 का मुनाफा होता है। लोग पूरे समय कई-कई नंबरों पर गेम खेलते रहे हैं।

अगर आप individual खेलते हैं तो बच सकते हैं
एक्सपर्ट्स की मानें तो ऑनलाइन सट्टा या मटका खेलने वाले अगर individual अपने घर से ये गेम खेल रहे हैं तो उनपर कार्रवाई नहीं हो सकती। फतेहपुर वाले मामले में आरोपी ने घर किराये में लेकर लोगों को अपना मेम्बर बनाया उसके बाद वेबसाइट के जरिए सट्टा खिलवाना शुरू कर दिया। ये अपराध की श्रेणी में आता है। सट्टेबाजी पर बैन है अगर कोई ऐसा करता है तो उसपर कार्रवाई होना लाजमी है। सट्टा मटका खेलने वाले रुपयों से लेकर डॉलर्स में भी सट्टा लगाते हैं। ये धंधा पिछले 5 सालों से खूब फल फूल रहा है।

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