Rewa से Prayagraj मार्ग पर लगा 8 घंटे जाम, हजारों श्रद्धालु के वाहन फंसे : मैहर खाई में बोलेरो गिरने से दंपती की मौत, 7 गंभीर रूप से घायल

 
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रीवा में प्रयागराज मार्ग पर रविवार को भी करीब 8 घंटे तक लंबा जाम लगा रहा। हजारों श्रद्धालु वाहनों के अंदर ही फंसे रहे। 15 किमी तक वाहनों की कतारें लग गई। देर रात यहां जाम खुल सका। इधर, महाकुंभ से जबलपुर लौट रही एक बोलेरो मैहर में हाईवे किनारे खाई में गिर गई। हादसे में दंपती की मौत हो गई। वहीं सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

बता दें कि महाकुंभ खत्म होने में 10 दिन का समय बचा है, ऐसे में अधिक से अधिक लोग स्नान के लिए पहुंचना चाहते हैं। रविवार दोपहर तक करीब 5 हजार गाड़ियां रीवा पहुंच चुकी थी। वीकेंड होने से शनिवार रात से रीवा होकर प्रयाग जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तीन गुनी हो गई थी। शहर में जाम की स्थिति बन गई। चोरहटा बायपास पर कई कार, बस और ट्रक फंस गए।

कमिश्नर ने कहा- ट्रैफिक पूरी तरह बहाल
रीवा संभाग आयुक्त बीएस जामोद ने कहा है कि, रीवा-प्रयागराज मार्ग पर अब कोई जाम की स्थिति नहीं है। ट्रैफिक पूरी तरह से बहाल है और गाड़ियां आ जा रही हैं। उन्होंने वीडियो कॉल करके बताया कि, प्रयागराज जाने वालों को किसी तरह से नहीं रोका जा रहा है।

जाम में फंसे यात्रियों ने कहा-प्रशासन की व्यवस्था फेल कर्नाटक से प्रयागराज जा रहे यात्री कीरपा कारदाने ने बताया कि हम 1500 किलोमीटर की यात्रा तय करके यहां रीवा पहुंचे हैं। सोचा था सीधा रीवा होते हुए प्रयाग निकल जाएंगे, लेकिन यहां तो रीवा शहर में एंट्री नहीं हो पाई है। 1500 किलोमीटर के रास्ते में नहीं फंसे, लेकिन अब मध्यप्रदेश और यूपी के बीच आखिरी जिले आकर फंस गए। प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल नजर आ रही है। व्यवस्था में सुधार होना चाहिए।

नासिक से आए यात्री बोले- न आते तो ठीक रहता नासिक से आए यात्री महेश शिंदे ने बताया कि वह 2 घंटे से जाम में फंसे हैं। दोपहर का वक्त है। साथ में महिलाएं भी हैं, लेकिन यहां कहीं पर पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। जाम की वजह से हम गाड़ी छोड़कर नीच उतर पा रहे हैं। लगता है कि प्रयाग पहुंचने के पहले ही बीमार हो जाएंगे। जाम में तेज हॉर्न और शोर शराबे की वजह से मानसिक तनाव अलग से झेलना पड़ रहा है। इससे अच्छा तो हम ना आते तो ठीक था।

प्रयागराज जाने वाली 3 ट्रेनें रद्द, यात्री धूप में बैठे रहे रीवा स्टेशन पर प्रयागराज जाने वाली 3 ट्रेनें अचानक रद्द कर दी गई। इससे सैकड़ों यात्री परेशान होते रहे। उन्हें स्टेशन के बाहर और ओवरब्रिज पर कड़ी धूप में बैठना पड़ा। उन्हें जाने के लिए बस या अन्य कोई साधन नहीं मिल सका।

ट्रेन रद्द हो जाने की वजह से स्टेशन से यात्रियों को हटवा दिया गया है।

यात्री बोले-स्टेशन से हमें भगा दिया गया यात्री वीरेंद्र कुमार कोरी ने बताया कि आनंद विहार एक्सप्रेस से प्रयाग जाने वाले थे। दो महिलाओं को लेकर बड़ी दूर से रेलवे स्टेशन पहुंचा हूं। अचानक ट्रेन रद्द कर दी गई। सोचा था कि भीड़ आखिरी सप्ताह में भीड़ घटेगी तो कुंभ में डुबकी लगाने का मौका मिल जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। ट्रेन रद्द होने का अनाउंस होने के बाद हमें रेलवे स्टेशन से कुत्ते की तरह भगा दिया गया। यह भी नहीं सोचा गया कि हम कहां जाएंगे।

शनिवार को भगदड़ के बन गए थे हालात
बता दें कि शनिवार को स्टेशन पर 8 हजार से अधिक यात्रियों के जमा होने और ट्रेन आने पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी। इसके बाद प्रशासन अलर्ट है। रीवा संभाग कमिश्नर बीएस जामोद और डीआईजी साकेत प्रकाश पांडेय ने रेलवे अधिकारियों के साथ प्लेटफॉर्म 1 और 2 का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के निर्देश दिए थे।

डीआईजी ने बताया कि
पुलिस बल की कोई कमी नहीं है और चित्रकूट, मैहर और सतना जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी के साथ समन्वय बनाकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। बोलेरो खाई में गिरी, जबलपुर के दंपती की मौत मैहर में नेशनल हाईवे-50 पर पहाड़ी गांव के पास तेज रफ्तार बोलेरो खाई में गिर गई। इसमें वीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी विमला देवी की मौत हो गई। वहीं सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ये सभी महाकुंभ में शामिल होकर जबलपुर लौट रहे थे।

बोलेरो हाईवे किनारे खाई में गिर गई। इसमें एक दंपती की मौत हो गई।

बोलेरो हाईवे किनारे खाई में गिर गई। इसमें एक दंपती की मौत हो गई।

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