Rewa में महिला के साथ 6 लाख की ठगी करने वाले फरार आरोपी गिरफ्तार : टास्क पूरा कर पैसे जीतने का दिया था लालच, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से पकड़ाए

 
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रीवा की समान थाना पुलिस ने टास्क पूरा कर पैसे जीतने का लालच देकर महिला के साथ 6 लाख की ठगी करने वाले फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। समान थाना प्रभारी ने बताया कि फरियादी रचना दुबे निवासी वार्ड क्रमांक 15 गुलाब नगर ने थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया था कि 15 फरवरी को वो अपने पति त्रिवेंद्र कुमार दुबे का मोबाइल चला रही थी। उसी समय उसके पति के मोबाइल में व्हाट्सएप से मैसेज आया। जिसमें लिखा हुआ था कि निजी कंपनी में काम करके अतिरिक्त इनकम चाहते हैं। तो चैनल को सबस्क्राइब कर खाते की जानकारी साझा करें।

मैंने अपने पति के खाते की जानकारी भेज दी। जिस पर 150 रुपए आ गए ,जिसके बाद लगातार टास्क टेलीग्राम मे दिए जाने लगे। जिनको पूरा करने पर खाते में लगातार पैसे आ रहे थे। मैं टास्क पूरा करते जा रही थी। टास्क के दौरान मुझसे टास्क पूरा करने का स्क्रीन शाट भी भेजने को कहा गया। टास्क देते हुए टास्क पूरा करने के लिए बीच-बीच में पैसे भी भेजने के लिए कहा गया। जो कि मैंने अपने पति के यूनियन बैंक के खाते से पहले पैसा 1000 रुपए फोन पे पर भेज दिए। जिसके बाद मुझसे बोला गया की और पैसे जमा करें। तब जाकर पैसे वापस मिलेंगे। देखते ही देखते मैंने 6 लाख रुपए भेज दिए। ताकि शायद मेरे पैसे वापस मिल जाए। लेकिन मेरे पैसे वापस नहीं मिले। जिसके बाद महिला शिकायत लेकर थाने पहुंची। फरियादी की शिकायत पर 50/24 धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था।

मामले में आरोपी अनूप प्रजापति निवासी ग्राम कैलाशबाग और रामबाबू प्रजापति निवासी दयाराम नगर, औरैया पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मामले के अन्य फरार आरोपी की पता तलाशी के लिए टीम महाराष्ट्र ,औरंगाबाद रवाना की गई। जहां से सागर सोलट पिता परशुराम सोलट उम्र 31 वर्ष निवासी ग्राम जातेगांव जिला संभाजी नगर,महाराष्ट्र और विजय गायकवाड़ पिता विठ्ठल गायकवाड़ उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम जातेगांव जिला संभाजी नगर, महाराष्ट्र को घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है। जिनसे सघन पूछताछ में दोनों ने बताया कि पड़ोसी गांव पिंपलगांव के रहने वाले गणेश जानराव और भरत गभाने ने हमें दूसरे व्यक्तियो के बैंक एकांउट दिलवाने का प्रलोभन दिया था।

जिसके बदले प्रत्येक बैंक एकांउट दिलवाने का कमीशन तीस हजार रुपए मिलता था। उसके अलावा उसमें आने वाले पैसे का 1.5% कमीशन भी मिलता था। हम लोग खाते का पूरा एक्सेस जैसे चेक बुक, एटीएम, पासबुक, नेट बैंकिंग का आईडी पासवर्ड और खाते से लिंक मोबाइल की सिम उपलब्ध कराते थे। हम दोनों ने अब तक गणेश जानराव और भरत गभाने को 20 से 25 बैंक एकांउट दिलाए थे। जिसका कमीशन 5 से 6 लाख रूपए हम दोनों को मिला है। पुलिस के मुताबिक आरोपी सागर सोलट और विजय गायकवाड़ से बारीकी से पूछताछ जारी है। बैंक एकाउंट और धोखाधड़ी के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।

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