बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ : 13 दिन में 1300 KM का सफर तय कर 21 लड़कियां पहुंची रीवा, 15 फरवरी को पहुँचेगी गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई
बेटियों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने वाली एक संस्था समाज वा लोगों को जागरूक करने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ यात्रा निकाल रही है। यात्रा के लिए 21 लड़कियों का चयन किया गया है और उन्हें करीब दो महीने तक ट्रेनिंग देकर इस यात्रा के लिए तैयार किया गया है। यह यात्रा 26 दिन में 20,751 किलोमीटर चलेगी और छह राज्यों से होकर गुजरेगी। मध्य प्रदेश इस कड़ी में पांचवा राज्य है। जहां 13 दिन में 1300 किलोमीटर का सफर तय कर 21 लड़कियां आज रीवा पहुंची हैं। इन्हें 15 फरवरी को गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई पहुंचना है।
यात्रा 15 फरवरी को गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई पहुंचेगी
संजय पाटिल ने बताया कि बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ, अभियान को लेकर 21 जनवरी को गुवाहाटी से ये यात्रा शुरू हुई है। जो 15 फरवरी को गेटवे ऑफ इंडिया मुंबई पहुंचेगी। जहां पर यात्रा का समापन होगा। यह यात्रा एसपीआरजे कन्या शाला ट्रस्ट मुंबई के 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में निकाली जा रही है। जहां पर सभी लड़कियों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। बताया गया कि 100 वर्ष पहले पांच विद्यार्थियों से इस स्कूल की शुरुआत हुई थी।
13 दिन में 1300 किलोमीटर का सफर तय कर 21 लड़कियां मध्य प्रदेश के रीवा पहुंची
अब तक यात्रा असम, वेस्ट बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, से होकर निकली है। एक दिन में 120 किलोमीटर प्रतिदिन यात्रा का लक्ष्य रहता है। जहां इनके द्वारा प्रतिदिन बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, मेरी माटी मेरा देश, विकसित भारत, पर्यावरण पर नुक्कड़ नाटक आयोजित किया जाता है। बताया गया कि पूरी यात्रा में खाने-पीने से लेकर रहने की व्यवस्था बीपीसीएल और एचपीसीएल द्वारा प्रदान की जा रही है।