रीवा में 'भाईगिरी' बनाम 'मनचलगिरी': बहन से छेड़खानी पर भाई ने सरेआम पीटा आरोपी को, वीडियो वायरल

 
ghgh

रीवा शहर के सबसे व्यस्त चौराहों में से एक, धोबिया टंकी चौराहे पर रविवार को उस समय एक सनसनीखेज घटना हुई जब एक युवक ने अपनी बहन के साथ छेड़खानी करने वाले एक मनचले को सरेआम दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे शहर में एक नई बहस छेड़ दी है। यह घटना न केवल आपराधिक प्रवृत्ति पर प्रकाश डालती है, बल्कि एक भाई के अपनी बहन के प्रति सुरक्षात्मक रुख और समाज में ऐसे मामलों पर लोगों की प्रतिक्रिया को भी दर्शाती है। रीवा में क्या हुआ यह जानने के लिए यह पूरा मामला समझना जरूरी है। यह घटना तब हुई जब दिन का उजाला था और चौराहा लोगों से भरा था, जिससे यह साबित होता है कि अपराधियों के मन में अब कानून का कोई डर नहीं रह गया है।

कैसे हुई घटना की शुरुआत?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक युवक अपनी बहन के साथ बाइक से बाजार की ओर जा रहा था। वे सामान्य तरीके से अपने रास्ते पर थे। तभी एक दूसरे बाइक सवार युवक ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। इस मनचले ने जानबूझकर उनके पास आकर युवती के साथ अभद्र हरकत की। यह हरकत इतनी असहनीय थी कि युवती ने तुरंत अपने भाई को इसकी जानकारी दी। बहन से बदसलूकी की बात सुनकर भाई का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसने बिना समय गंवाए अपनी बाइक रोकी और उस मनचले को पकड़ने के लिए लपका। यह घटना एक ऐसे मोड़ पर शुरू हुई जहाँ लोग अक्सर आते-जाते रहते हैं। धोबिया टंकी चौराहे पर क्या हुआ यह इस तरह के व्यवहार के खिलाफ आम लोगों के गुस्से को दर्शाता है।

भाई का गुस्सा और मनचले की पिटाई
बहन से बदसलूकी की बात सुनकर भाई ने अपना संयम खो दिया। वह तुरंत उस मनचले के पीछे भागा और उसे पकड़ लिया। इसके बाद जो हुआ, वह पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया। युवक ने उस मनचले को पकड़कर बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। उसने उसे सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर मारा। यह केवल मारपीट नहीं थी, बल्कि यह उस भाई का आक्रोश था जो अपनी बहन की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था। मनचले को कैसे सबक सिखाएं इसका यह एक सार्वजनिक और प्रभावी उदाहरण बन गया है, जिसने समाज में एक संदेश दिया है कि इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। भाई की इस साहसिक कार्रवाई ने वहां मौजूद लोगों में भी न्याय की भावना को जगाया।

बीच सड़क पर हाई वोल्टेज ड्रामा, कैसे लोगों ने किया रिएक्ट?
जब यह घटना सड़क के बीचों-बीच हो रही थी, तो वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ लोगों ने अपने मोबाइल से इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो बाद में वायरल हो गया। शुरुआत में कुछ राहगीरों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन भाई का गुस्सा और मनचले की हरकत को देखते हुए उन्होंने भी ज्यादा हस्तक्षेप नहीं किया। इसी बीच, भीड़ का फायदा उठाकर कुछ और लोगों ने भी आरोपी के साथ मारपीट की। यह घटना एक "हाई वोल्टेज ड्रामा" में बदल गई। वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है यह इस घटना को लेकर लोगों की उत्सुकता को दर्शाती है। लोग इस बात को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं कि क्या सार्वजनिक तौर पर किसी को इस तरह पीटना सही था। हालांकि, ज्यादातर लोगों ने भाई की कार्रवाई का समर्थन किया।

पुलिस का क्या कहना है और क्या कोई शिकायत दर्ज हुई है?
इस घटना के बाद, कोतवाली थाना प्रभारी श्रृंगेश राजपूत ने मीडिया को बताया कि अभी तक इस मामले में किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत या आवेदन दर्ज नहीं कराया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर पीड़ित पक्ष की ओर से शिकायत मिलती है, तो पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी। क्या पुलिस ने कोई कार्रवाई की यह सवाल सबसे ज्यादा पूछा जा रहा है। फिलहाल, पुलिस वायरल वीडियो के आधार पर छेड़खानी करने वाले युवक की पहचान करने की कोशिश कर रही है। यह दिखाता है कि बिना औपचारिक शिकायत के भी पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है। रीवा में पुलिस कार्रवाई कैसे होती है यह समझने के लिए यह मामला एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।

पूरे शहर में क्यों बन गया यह मामला चर्चा का विषय?
यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय इसलिए बन गया है क्योंकि इसने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया है। पहला, महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा। दूसरा, कानून को हाथ में लेने का मुद्दा। तीसरा, समाज में बढ़ती आपराधिक मानसिकता का मुद्दा। यह घटना लोगों को सोचने पर मजबूर कर रही है कि क्या महिलाएं दिन के उजाले में भी सुरक्षित हैं। साथ ही, यह एक बहस को जन्म दे रहा है कि अगर पुलिस तुरंत कार्रवाई नहीं करती है, तो क्या लोगों को आत्मरक्षा में ऐसा कदम उठाना चाहिए। कैसे मनचले को पकड़ा गया और भाई की साहसी कार्रवाई की लोग काफी तारीफ कर रहे हैं। क्या रीवा में यह आम बात है यह सवाल भी लोग पूछ रहे हैं, जिससे शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

ऐसे मामलों में कानून क्या कहता है और हमें क्या करना चाहिए?
भारतीय कानून के तहत, छेड़खानी एक गंभीर अपराध है। भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354 के तहत, किसी भी महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का उपयोग करने पर सजा का प्रावधान है। इस धारा के तहत 1 से 5 साल तक की कैद और जुर्माने का प्रावधान है। छेड़खानी होने पर क्या करें यह जानना हर किसी के लिए जरूरी है। सबसे पहले, तुरंत पुलिस को 100 नंबर पर या महिला हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके सूचित करना चाहिए। दूसरा, अगर संभव हो तो आरोपी का फोटो या वीडियो बना लेना चाहिए, जो सबूत के तौर पर काम आ सके। क्या आत्मरक्षा में किसी को मारना सही है यह भी एक कानूनी सवाल है। कानून आत्मरक्षा का अधिकार देता है, लेकिन यह बल आनुपातिक होना चाहिए, यानी खतरा जितना है, उसी अनुपात में बल का प्रयोग करना चाहिए।

समाज में छेड़खानी की बढ़ती घटनाओं पर कैसे लगाम लगाएं?
छेड़खानी की घटनाओं को रोकने के लिए सिर्फ कानून ही काफी नहीं है, बल्कि समाज को भी अपनी मानसिकता बदलनी होगी। लोग ऐसे मामलों में क्यों चुप रहते हैं इसका जवाब भी इसी मानसिकता में छिपा है। लोगों को आगे आकर ऐसे मामलों का विरोध करना चाहिए और पीड़ितों का साथ देना चाहिए। स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए। परिवारों को अपने बच्चों को महिलाओं का सम्मान करना सिखाना चाहिए। पुलिस को ऐसे मामलों में तुरंत और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों में डर पैदा हो। सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और पुलिस गश्त बढ़ाने की भी जरूरत है। छेड़खानी करने वालों के लिए कानून क्या कहता है यह जानकारी हर किसी को होनी चाहिए।

Related Topics

Latest News