शाह की एंट्री से पहले रीवा में बड़ा फेरबदल! रद हुआ प्रतिमा अनावरण, अब गौ-अभ्यारण्य से शुरू होगी 'जैविक क्रांति'
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कल यानी 25 दिसंबर को होने वाला रीवा दौरा अब एक नए स्वरूप में नजर आएगा। ऐन वक्त पर कार्यक्रम में बड़े बदलाव किए गए हैं। प्रशासन द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार, शहर के अटल पार्क में होने वाला पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अब देश के गृह मंत्री का पूरा ध्यान रीवा के गौरव बसामन मामा गोवंश वन्य विहार और वहां आयोजित होने वाले विशाल किसान सम्मेलन पर केंद्रित रहेगा।
अटल पार्क का कार्यक्रम क्यों हुआ रद्द?
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा व्यवस्था और समय की उपलब्धता को देखते हुए अटल पार्क के कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा की और स्पष्ट किया कि अब सारा ध्यान बसामन मामा परिसर की व्यवस्थाओं पर होना चाहिए। उन्होंने रीवा आईजी गौरव राजपूत और कलेक्टर प्रतिभा पाल को निर्देश दिए हैं कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक न हो।
बसामन मामा गोवंश ग्राम: आत्मनिर्भरता का एक अनूठा मॉडल
रीवा जिले का बसामन मामा गोवंश वन्य विहार केवल एक गौशाला नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाली एक प्रयोगशाला बन चुका है। 1335 हेक्टेयर में फैला यह अभ्यारण्य आज पूरे देश के लिए मिसाल है।
गौ-उत्पादों से 4 लाख की सालाना आय
इस अभ्यारण्य की सबसे बड़ी खूबी इसका आत्मनिर्भर मॉडल है। यहाँ निराश्रित गायों के संरक्षण के साथ-साथ उनके गोबर और गोमूत्र का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है:
- वर्मी कंपोस्ट: जैविक खाद का बड़े पैमाने पर उत्पादन।
- गोनायल (फिनाइल): गोमूत्र से निर्मित प्राकृतिक क्लीनर।
- हैंडवॉश और टॉयलेट क्लीनर: रसायनों से मुक्त उत्पाद। इन उत्पादों की बिक्री से अभ्यारण्य सालाना 4 लाख रुपये की आय अर्जित कर रहा है, जिससे स्थानीय स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को सीधा रोजगार मिल रहा है।
अमित शाह के दौरे का मुख्य उद्देश्य: किसानों से सीधा संवाद
गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा चुनावी नहीं बल्कि विकासात्मक और प्रेरक माना जा रहा है।
- नवाचारों का अवलोकन: शाह यहाँ प्राकृतिक खेती के मॉडल को देखेंगे।
- जैविक खेती का मंत्र: किसान सम्मेलन में शाह प्रदेश भर से आए किसानों को संबोधित करेंगे। उनका मुख्य जोर इस बात पर होगा कि कैसे रसायनों का त्याग कर जैविक खेती के जरिए लागत कम की जाए और मुनाफा बढ़ाया जाए।
- गोपालन और आय: पशुपालन को खेती के साथ जोड़कर किसानों की आय दोगुनी करने के रोडमैप पर चर्चा होगी।
सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां
मुख्यमंत्री मोहन यादव की समीक्षा बैठक के बाद रीवा प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। कार्यक्रम स्थल पर पंडाल, पार्किंग और सुरक्षा घेरे को अंतिम रूप दिया जा रहा है। चूंकि अब शहरी कार्यक्रम हट गया है, इसलिए बसामन मामा क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
निष्कर्ष: विंध्य से निकलेगी जैविक क्रांति की लहर
अमित शाह का यह दौरा विंध्य क्षेत्र के किसानों के लिए नई उम्मीदें लेकर आ रहा है। बसामन मामा गोवंश विहार जैसे सफल मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने से स्थानीय पर्यटन और उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा। 25 दिसंबर का यह दिन रीवा के इतिहास में गो-संरक्षण और कृषि विकास के एक नए अध्याय के रूप में दर्ज होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1. अमित शाह रीवा कब आ रहे हैं? अमित शाह 25 दिसंबर को रीवा के बसामन मामा गोवंश ग्राम पहुंचेंगे।
Q2. क्या अटल पार्क का कार्यक्रम होगा? नहीं, प्रशासनिक कारणों से अटल पार्क में प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
Q3. बसमन मामा गोवंश वन्य विहार क्यों प्रसिद्ध है? यह अपनी आत्मनिर्भरता, गो-उत्पादों (जैसे फिनाइल, खाद) के निर्माण और करीब 1335 हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध है।
Q4. किसान सम्मेलन का मुख्य विषय क्या है? इसका मुख्य विषय जैविक खेती, प्राकृतिक खेती के मॉडल और किसानों की आय में वृद्धि करना है।
Q5. इस कार्यक्रम में और कौन शामिल होगा? मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित राज्य के कई वरिष्ठ मंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।"न्याय की बड़ी जीत! ⚖️ रीवा के बहुचर्चित राजनिवास गैंगरेप कांड के पापी महंत सीताराम उर्फ सीताराम दास सहित 5 दरिंदों को 'अंतिम सांस तक' जेल की सजा। धर्म की आड़ में छिपे इन भेड़ियों का अब कालकोठरी ही आखिरी ठिकाना होगा।