Rewa News : आकाशीय बिजली का डबल अटैक: मार्तंड स्कूल का पेड़ फटा दो हिस्सों में, पुलिस कंट्रोल रूम का टावर भी निशाने पर! 

 
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रीवा शहर में आज एक भयानक घटना सामने आई, जहां सिविल लाइन थाना के ठीक सामने स्थित मार्तंड स्कूल के मैदान में आकाशीय बिजली (ठनका) गिरने से एक विशालकाय पेड़ पूरी तरह से धाराशाई हो गया। बिजली का प्रहार इतना जोरदार था कि पेड़ के परखच्चे उड़ गए और उसके चिथड़े दूर-दूर तक बिखर गए, जिससे मौके पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया।

यह घटना उस समय हुई जब स्कूल में स्टाफ मौजूद था। गनीमत रही कि बिजली गिरने की चपेट में आने से स्कूल में उपस्थित समस्त स्टाफ बाल-बाल बच गया, अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था और जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था।

आकाशीय बिजली गिरने के कारण सिर्फ पेड़ ही नहीं, बल्कि विद्यालय को भी भारी क्षति पहुंची है। बिजली के तीव्र प्रभाव से स्कूल के कंप्यूटर सहित अन्य महत्वपूर्ण मशीनरी और सामग्रियों को भी भारी नुकसान हुआ है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस घटना से विद्यालय को लाखों या करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है, जिसकी अभी विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है।

इस घटना ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और सार्वजनिक स्थानों, विशेषकर स्कूलों के आसपास, सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है। प्रशासन को ऐसे स्थानों पर बिजली गिरने से बचाव के उपकरण (जैसे लाइटनिंग अरेस्टर्स) लगाने और पेड़ों की नियमित छंटाई व सुरक्षा जांच सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए।

मार्तंड स्कूल में बाल-बाल बचा स्टाफ, कंट्रोल रूम के टावर पर भी असर
यह घटना उस समय हुई जब मार्तंड स्कूल में स्टाफ मौजूद था। बिजली गिरने का प्रहार इतना प्रचंड था कि पेड़ के दो टुकड़े हो गए और उसके चिथड़े दूर-दूर तक बिखर गए। गनीमत रही कि स्कूल में उपस्थित समस्त स्टाफ इस भयानक हादसे में बाल-बाल बच गया, अन्यथा एक बड़ी जनहानि हो सकती थी। हालांकि, बिजली के तेज झटके से विद्यालय के कंप्यूटर सहित अन्य मशीनरी और सामग्रियों को भी भारी नुकसान हुआ है.

इसी के समानांतर, पुलिस कंट्रोल रूम के टावर पर भी बिजली गिरने की खबर ने चिंता बढ़ा दी है। हालांकि टावर को कितना नुकसान हुआ है, इसकी विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिल पाई है, लेकिन इस तरह के संवेदनशील स्थान पर बिजली गिरना सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।

प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारी पर उठे सवाल
रीवा में एक ही दिन में दो अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की इन घटनाओं ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की शहर की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सार्वजनिक स्थानों, विशेषकर स्कूलों और महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठानों के आसपास, बिजली गिरने से बचाव के उपकरणों (जैसे लाइटनिंग अरेस्टर्स) की पर्याप्त व्यवस्था और पेड़ों की नियमित छंटाई व सुरक्षा जांच की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

प्रशासन को इस गंभीर स्थिति का संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से सुरक्षा उपायों को मजबूत करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से जान-माल के नुकसान को रोका जा सके। शहरवासी भी इस घटना के बाद से सहमे हुए हैं और सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

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