रीवा कोर्ट के बाहर 'मोदी कनेक्शन' का दावा! चाय दुकानदारों का अवैध गैस सिलेंडर राज, कई बार आगजनी के बाद भी प्रशासन मौन

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा के न्यायालय परिसर (कोर्ट परिसर) के ठीक सामने, गेट नंबर 3 के पास, सुनील टी स्टॉल और रमेश चाय की दुकानों पर वर्षों से घरेलू गैस सिलेंडरों का खुलेआम व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है। यह स्थिति न केवल अवैध है, बल्कि कई बार आगजनी की घटनाओं का कारण बन चुकी है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
सुनील टी स्टॉल: गंदा तेल और बासी समोसे का गढ़
सुनील टी स्टॉल पर समोसे बनाए जाते हैं, लेकिन जिस तरीके से उन्हें तैयार किया जाता है, वह बेहद चिंताजनक है। आरोप है कि यह दुकान गंदे और बार-बार इस्तेमाल किए गए तेल का प्रयोग करती है। इसके साथ ही, कई बार पुराने और बासी समोसों को फिर से तलकर ग्राहकों को परोस दिया जाता है। दुकान पर किसी भी तरह की साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता, जिससे गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है।
रमेश चाय: मिलावटी दूध और धूल-मिट्टी वाली चाय
वहीं, रमेश चाय की दुकान पर मिलावटी दूध का उपयोग किए जाने का आरोप है। यह मिलावटी दूध खुले में, सड़क किनारे रखा रहता है, जहाँ सड़क से उड़ने वाली धूल-मिट्टी सीधे उसमें गिरती रहती है । इसके अलावा, रमेश चाय वाला नकली चाय पत्ती सहित सभी तरह की घटिया और बेकार चीजों का उपयोग करता है, जो ग्राहकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
आगजनी का खतरा और स्थानीय प्रशासन की अनदेखी
यह बेहद चौंकाने वाला है कि शहर के सबसे संवेदनशील इलाकों में से एक, जहाँ प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की आवाजाही रहती है, वहीं खुले में घरेलू गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल हो रहा है। स्थानीय निवासियों और वकीलों का कहना है कि इन दुकानों पर पहले भी कई बार आग लगने की छोटी-मोटी घटनाएं हो चुकी हैं, जो भविष्य में किसी बड़े अग्निकांड का संकेत देती हैं। इसके बावजूद, कलेक्टर, कमिश्नर और नगर निगम जैसे जिम्मेदार प्रशासनिक और स्थानीय निकाय इस गंभीर खतरे को लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।
अतिक्रमण और 'मोदी से लिंक' का बेख़ौफ़ दावा
इन दुकानों पर न केवल अवैध रूप से घरेलू गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल हो रहा है, बल्कि ये अतिक्रमण कर वर्षों से सड़कों पर जमे हुए हैं। बताया जाता है कि कई बार कार्रवाई होने के बावजूद भी ये दुकानदार फिर से अतिक्रमण कर लेते हैं। इनकी मनमानी का आलम यह है कि रमेश चाय वाला खुलेआम यह दावा करता है कि "मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता, मेरा डायरेक्ट लिंक मोदी से है।" यह बयान न केवल प्रशासनिक तंत्र की कमजोरी को दर्शाता है, बल्कि कानून के राज को चुनौती भी देता है।
तत्काल कार्रवाई की मांग: अतिक्रमण हटाओ, सिलेंडर जब्त करो
रीवा की जनता और जागरूक नागरिक मांग कर रहे हैं कि जिला प्रशासन, जिसमें कलेक्टर और कमिश्नर प्रमुख हैं, तथा नगर निगम, तत्काल इस गंभीर मामले का संज्ञान ले। सुनील टी स्टॉल और रमेश चाय सहित सभी अतिक्रमित दुकानों को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए और उनके पास से व्यावसायिक उपयोग के लिए रखे गए घरेलू गैस सिलेंडरों को जब्त कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। ऐसे दावों की भी जांच होनी चाहिए जो प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए किए जा रहे हैं।
यह स्थिति रीवा में कानून व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। प्रशासन को 'मोदी से लिंक' जैसे दावों से ऊपर उठकर आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।