मझगवां से त्यौंथर तक बाढ़ का प्रहार: खेत डूबे, घर डूबे, बेहाल ग्रामीण : कब मिलेगी राहत? प्रशासन से गुहार

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) इस समय मध्य प्रदेश के रीवा जिले की त्यौंथर तहसील और मझगवां ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले पुरवा गांव दोनों ही बाढ़ की भयावह स्थिति से जूझ रहे हैं। लगातार हो रही भारी बारिश और बढ़ते जलस्तर ने इन क्षेत्रों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है।

पुरवा गांव में भयावह बाढ़ का मंजर
मझगवां ग्राम पंचायत का पुरवा गांव इस समय भयंकर बाढ़ की चपेट में है। वीडियो फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि पानी का स्तर तेजी से बढ़ा है और अब घरों के अंदर तक प्रवेश कर चुका है। नारायण मिश्रा के घर के पास का मंजर बताता है कि पूरा इलाका गहरे पानी में डूबा हुआ है। यह बढ़ता पानी न केवल संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रहा है।

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कृषि और आजीविका पर गहरा संकट
दोनों ही क्षेत्रों में बाढ़ ने ग्रामीणों की आजीविका पर सीधा हमला किया है। पुरवा गांव में खेत पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं। यही स्थिति त्यौंथर तहसील के गांवों में भी है, जहाँ पिछले 12 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने खेतों को पानी से भर दिया है, जिससे फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है। चूंकि कृषि इन क्षेत्रों की मुख्य आय का स्रोत है, यह स्थिति दीर्घकालिक आर्थिक संकट का कारण बन सकती है। फसलों के नुकसान से स्थानीय खाद्य सुरक्षा भी प्रभावित होने की आशंका है।

आवागमन बाधित, राहत कार्यों में बाधा
पुरवा गांव और त्यौंथर तहसील दोनों जगह सड़कें पानी में डूब जाने के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। इससे न केवल रोजमर्रा की गतिविधियां रुक गई हैं, बल्कि आपातकालीन सेवाओं और राहत कार्यों का प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया है। मदद पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बन गई है, जिससे स्थिति और भी विकट हो रही है। रीवा में स्थानीय नदी-नाले भी उफान पर हैं, जिससे कई ग्रामीण सड़कों पर पानी भर गया है।

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                                                      सड़क के ऊपर तक आया पानी 

तत्काल प्रभावी कदमों की आवश्यकता
पानी का स्तर लगातार बढ़ने से यह स्पष्ट है कि मौजूदा उपाय पर्याप्त नहीं हैं। इस स्थिति में जीवन और संपत्ति की हानि को कम करने के लिए तत्काल प्रभावी राहत और बचाव कार्यों की आवश्यकता है। पुरवा गांव के वीडियो में स्थानीय लोग प्रशासन से तुरंत मदद की गुहार लगा रहे हैं, जो यह दर्शाता है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर संवाद और त्वरित सहायता कितनी आवश्यक है। प्रशासन को इस स्थिति से निपटने और प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए त्वरित कदम उठाने होंगे।

यह स्थिति ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की वास्तविक भयावहता को दर्शाती है और प्राकृतिक आपदाओं को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। यह घटना ग्रामीण जीवन पर बाढ़ के प्रभाव, जलस्तर की बढ़ती समस्या और राहत कार्यों की अहमियत को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करती है।

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