रीवा में रातों को सजता है जुए का दरबार: पुलिस और पत्रकारों की चुप्पी पर सवाल, प्रशासन की आंखों में धूल या मिलीभगत?

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा में एक बार फिर से अवैध जुए के कारोबार के सक्रिय होने की खबर ने समाज और प्रशासन के बीच चिंता की लहर पैदा कर दी है। कुख्यात शिवचरण काली ने अपने निजी निवास को जुआ घर में तब्दील कर दिया है, जहां हर रात जुए का दरबार सजता है। स्थानीय और आसपास के इलाकों के जुआरी यहां इकट्ठा होते हैं, और यह अवैध गतिविधि रात 9:30 बजे से सुबह 5:00 बजे तक चलती है। यह खबर सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है।
सूत्रों के अनुसार, पहले यह अवैध कारोबार कुछ सीमित इलाकों में संचालित होता था। लेकिन पुलिस की निगरानी से बचने के लिए अब इसे नए स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इस अवैध कार्य में स्थानीय पुलिस और कुछ तथाकथित पत्रकारों का सहयोग भी शामिल है। यह संरक्षण इस अवैध धंधे को मजबूत बनाए रखने में सहायक साबित हो रहा है। इस प्रकार की गतिविधियों से समाज में कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो जाता है।
अब सवाल यह उठता है कि रीवा के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और जिला पुलिस अधीक्षक इस अवैध कारोबार पर क्या कार्यवाही करेंगे। क्या यह खुलेआम चलता रहेगा या फिर इस पर कोई सख्त कदम उठाए जाएंगे? जनता इस अवैध गतिविधि के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस पर कितना ध्यान देता है और क्या कदम उठाए जाते हैं।
इस स्थिति ने कानून व्यवस्था के पालन और समाज में नैतिक मूल्यों के पतन की ओर इशारा किया है। यह न केवल प्रशासन की क्षमता पर सवाल उठाता है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए चिंता का विषय है। अवैध जुए का यह कारोबार कानून को ठेंगा दिखाते हुए समाज में एक गलत उदाहरण पेश कर रहा है, जिसे रोकने की सख्त जरूरत है।
हम इस मामले पर अपनी नजर बनाए रखेंगे और प्रशासन की हर कार्यवाही को आपके सामने लाते रहेंगे। यह आवश्यक है कि प्रशासन इस पर त्वरित और प्रभावी कदम उठाए, ताकि कानून का पालन हो सके और समाज में शांति और व्यवस्था बनी रहे। रीवा के लोगों को यह जानने का हक है कि प्रशासन उनकी सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर कितना गंभीर है।