रीवा में गांजे की बड़ी खेप पकड़ी गई: 31 लाख का नशीला पदार्थ जब्त, दो तस्कर गिरफ्तार

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उड़ीसा से आ रहे 448 किलोग्राम गांजे की खेप पकड़ी है, जिसकी बाजार कीमत लगभग 31 लाख 36 हजार रुपये आंकी जा रही है। इस मामले में दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जो इस भारी मात्रा में गांजे को रीवा में खपाने की फिराक में थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, उड़ीसा से एक ट्रक में गांजा भरकर दो तस्कर रीवा पहुंचे थे। उनका इरादा रीवा में ही सारा माल बेचने का था। रीवा पहुंचने के बाद ट्रक को अजगरहा में खड़ा किया गया था, जहां इस गांजे को एक ट्रक से दूसरे ट्रक में पलटी करना था।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बिगाड़ा खेल
पुलिस को मुखबिर से इस अवैध गतिविधि की सटीक सूचना मिल गई। तत्काल आईजी और एसपी के निर्देश पर एक विशेष टीम तैयार की गई। इस टीम में चार थानों के प्रभारी और पुलिस बल के साथ-साथ आईजी की टीम भी शामिल थी।
टीम ने मुखबिर द्वारा बताई गई जगह, अजगरहा, पर दबिश दी। वहां खड़े ट्रक की तलाशी लेने पर उसमें एक चोर केबिन मिली। यह केबिन पूरी तरह से बोरियों से भरी हुई थी। बोरियों को खोलने पर उनमें मादक पदार्थ गांजा भरा हुआ पाया गया। इसके बाद पुलिस ने मौके से दो युवकों को गिरफ्तार कर गांजे को जब्त कर लिया।
आरोपियों से पूछताछ जारी, नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमरपाटन के वीरेंद्र पटेल और उत्तर प्रदेश के रोहित सिंह के रूप में हुई है। दोनों से गहन पूछताछ जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रीवा में गांजा कहां-कहां सप्लाई किया जाना था, साथ ही इसके खरीददारों और पूरे नेटवर्क की जानकारी भी जुटाई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि तस्कर अक्सर गांजे को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए कई जगहों पर माल को वाहनों में शिफ्ट करते हैं। रीवा में भी वे इसी तरह का खेल करने वाले थे, पास ही एक और ट्रक खड़ा था जिसमें गांजा पलटी होना था, लेकिन पुलिस ने समय रहते पहुंचकर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में विवि थाना प्रभारी हितेन्द्रनाथ शर्मा, समान थाना से विजय सिंह, सिटी कोतवाली से अरविंद राठौर, गुढ़ थाना प्रभारी शैल यादव और उनकी टीम शामिल रही। इसके अतिरिक्त, आईजी कार्यालय से उप निरीक्षक सोनल झा, प्रधान आरक्षक अनिल दुबे, आरक्षक मयंक तिवारी, आरक्षक शुभम बरोरे, आरक्षक संजय नापित और धीरज कोरी ने भी इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस की इस सफलता से रीवा में नशे के कारोबार पर एक बड़ा प्रहार हुआ है।