REWA में दो भाइयों ने नाबालिग भतीजे के साथ मिलकर बहन के प्रेमी की हत्या, बदला लेने आरोपियों ने ऐसे बनाई हत्या की प्लानिंग
रीवा में दो भाइयों ने नाबालिग भतीजे के साथ मिलकर बहन के प्रेमी की हत्या कर दी। वह साथ रहने के लिए बहन को धमका रहा था। इसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने हत्या की प्लानिंग की। इसके लिए नवरात्रि का समय चुना। 8 अक्टूबर को बहन के प्रेमी को खेत पर बुलाकर पीटा। एक आरोपी ने उसका मुंह दबाया, दूसरे ने हाथ के कड़े से वार किए। जबकि तीसरा आरोपी उसकी छाती पर बैठ गया और गला दबा दिया।
मरने के बाद भी आरोपियों का मन नहीं भरा तो उसको पैरों से कुचला। फिर बदला पूरा हो गया कहकर जश्न मनाया। फिर जिंदा शख्स की तरह बाइक के बीच में बैठाया। गांव से 15 किलोमीटर दूर दुर्गा पंडाल के पास शव को ठिकाने लगा दिया। आरोपियों को लगा कि कुत्ते शव नोंचकर खा जाएंगे। किसी को खबर तक नहीं लगेगी। मृतक हर्षित के पिता ने बताया, बेटा घर से 8 अक्टूबर को पूजा पंडाल में जाने का कहकर निकला था। फिर घर नहीं लौटा। अगले दिन शाम को पता चला कि उसकी हत्या कर दी गई है। लाश बैकुण्ठपुर में पड़ी होने की सूचना मिली। हमें उसके प्रेम प्रसंग या विवाद के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हत्यारों ने मेरे बेटे को तड़पाकर मारा है।
बहन को धमकाता था हर्षित
पुलिस ने तीनों आरोपियों को बुधवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रदीप रावत ने बताया, मैंने हर्षित को तड़पा-तड़पाकर मारा। तब जाकर मेरे कलेजे को चैन आया। उसने बहन को फंसाया था। जब बहन ने हर्षित से दूर होने की कोशिश की तो वह उसे धकाने लगा। कहता था- तेरी जिंदगी बर्बाद कर दूंगा। किसी और की होने नहीं दूंगा। जो कहूंगा करना पड़ेगा। मुझसे ये सब देखा नहीं जा रहा था। पुलिस के पास जाते तो लोग ताने मारते। इसलिए उसकी हत्या की प्लानिंग की। अटरिया गांव के खेत में मार डाला। फिर बैकुण्ठपुर थाना क्षेत्र के दोहा गांव में पुल के नीचे दुर्गा पंडाल के पास फेंककर चले गए।
मरने के बाद भी गला दबाता रहा आरोपी
आरोपी सत्यम रावत ने पुलिस को बताया, हमारे अंदर बदले की आग जल रही थी। उसने हमारे घर की इज्जत और बहन के साथ गलत करने की कोशिश की। हमने उसका गला दबाकर मार दिया। वो तड़पता रहा और हाथ-पैर मारता रहा। हम उसे देखकर खुश होते रहे। वो मर गया था, लेकिन फिर भी 10 मिनट तक उसका गला दबाया। फिर उसे गालियां दीं, तब जाकर कहीं दिल को सुकून मिला।
कॉल डिटेल से पकड़ाए आरोपी
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि टीम ने मृतक की कॉल डिटेल खंगाली, जिससे खुलासा हुआ कि उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। अनबन और ब्रेकअप की बात भी सामने आ गई। आरोपियों ने भी हर्षित को धमकाने के लिए फोन किए थे। उसी आधार पर तहकीकात आगे बढ़ी। टीम ने मुखबिर से जानकारी ली तो पता चला कि जब आरोपी लाश को ठिकाने लगाने के लिए 15 किलोमीटर दूर ले गए थे। पूछताछ करने पर उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।