Kumbh Accidents : MP के जबलपुर, सतना और रीवा होकर प्रयागराज जाने-आने के दौरान हुए 11 सड़क हादसे, अब तक 32 लोगों की मौत

 
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प्रयागराज महाकुंभ का आज आखिरी दिन है। पिछले 44 दिन में 65 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। महाशिवरात्रि पर्व स्नान के साथ ही 45 दिनों तक चले महाकुंभ का समापन हो जाएगा। इधर, कुंभ यात्रियों के आने-जाने के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

मध्यप्रदेश के जबलपुर, सतना और रीवा होकर प्रयागराज जाने-आने के दौरान हुए 11 सड़क हादसों में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकांश हादसे रात 2 से सुबह 9 के बीच हुए है। इन 11 हादसों में तकरीबन 5-6 हादसे जबलपुर से मैहर के बीच के हैं। पुलिस और एनएचआई की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अधिकतर हादसे ड्राइवरों को नींद का झोंका आने की वजह से हुए है।

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एनएचआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत साहू के मुताबिक हजारों किलोमीटर का सफर तय कर जल्दी प्रयागराज पहुंचने की चाह कई हादसों की वजह बने हैं। साउथ, महाराष्ट्र, गुजरात के श्रद्धालु हजारों किलोमीटर का सफर बिना रुके तय कर रहे हैं। महाकुंभ के चलते सड़कों पर भारी जाम लग रहा है। जिससे बचने के लिए वाहन चालक 24-24 घंटे लगातार गाड़ी चला रहे हैं। अधिकांश हादसों की वजह लंबी दूरी की यात्रा के चलते ड्राइवर को थकावट और अचानक झपकी लगने की रही है। लगातार हादसों में ही रही वृद्धि को देखते हुए अब एनएचआई द्वारा वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर रोक कर आराम करने की सलाह दी जा रही है।

24 फरवरी- जबलपुर बायपास पर दो हादसों में 8 की मौत
महाकुंभ से लौटते समय 24 फरवरी को तड़के जबलपुर में दो बड़े सड़क हादसे हुए। जिनमें 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि 3 लोग घायल हो गए। दोनों दुर्घटनाएं ढाई बजे से साढ़े चार बजे के बीच हुईं।

संजीवनी नगर: तेज रफ्तार कार ट्रक से टकराई, 2 की मौत
पहला हादसा सुबह करीब ढाई बजे संजीवनी नगर में हुआ। यहां तेज रफ्तार कार एक ट्रक में जा घुसी।

हादसे में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
पुलिस के अनुसार, वाहन की रफ्तार अधिक थी, जिससे कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
खितौला बाईपास: बेकाबू जीप पेड़ तोड़कर बस से टकराई, 6 की मौत

दूसरा हादसा सुबह करीब साढ़े चार बजे खितौला के पहरेवा बाइपास पर हुआ।

बेकाबू तूफान जीप सड़क किनारे पेड़ को तोड़ते हुए रॉन्ग साइड में चली गई और सामने से आ रही बस से टकरा गई।
हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतक सभी कर्नाटक के निवासी थे और प्रयागराज से लौट रहे थे।
हादसे की वजह बिना रुके 1600 किलोमीटर गाड़ी से ड्राइवर की थकान और नींद का झोंका था।

24 फरवरी- रीवा में ट्रेलर से टकराई टवेरा
रीवा में 24 फरवरी सोमवार को हादसा हुआ। जहां टवेरा कार खड़े ट्रेलर में जा टकराई। घटना में कार सवार 10 लोगों में से 3 की मौके पर ही मौत हो गई।

23 फरवरी- रीवा में यात्रा के दौरान आया अटैक
23 फरवरी को एक कुंभ यात्री को रीवा शहर में यात्रा के दौरान अचानक हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई। मृतक आकाश बाबुल भोपाल का रहने वाला था।

देवतालाब में बेकाबू हुई कार
23 फरवरी को महाराष्ट्र के महाबालेश्वर का रहने वाला परिवार कुंभ स्नान कर मिर्जापुर के रास्ते देवतालाब होकर वापस लौट रहा था। देवतालाब के पास कार बेकाबू हो गई। कार डिवाइडर से टकराकर रांग साइड जाकर एक ट्रक से टकरा गई। हादसे में राकेश परदेशी एवं अंजना परदेशी की मौके पर मौत हो गई। जबकि सरिता परदेशी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

19 फरवरी- मैहर में हादसा
मैहर में सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। चालक को झपकी लगने से हादसा होना बताया गया।

महाकुंभ से स्नान कर लौट रहे कार सवार सुबह साढ़े चार बजे मैहर के ग्राम नरौरा NH 30 में खड़े हाइवा वाहन से टकरा गए। कार सवार एक ही परिवार के तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो लोगों की हालत गंभीर है। उनको सिविल अस्पताल मैहर भेजा गया। दो महिला सहित एक पुरुष की मौके पर हो गई है। इसके साथ दो लोग की हालत गंभीर बनी हुई है, जिनका उपचार जारी है।

11 फरवरी- जबलपुर, मैहर और पन्ना में 10 श्रद्धालुओं की मौत
11 फरवरी को तड़के जबलपुर, पन्ना और मैहर में हुए अलग-अलग तीन सड़क दुर्घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। मृतकों में हैदराबाद, अहमदाबाद और इंदौर के यात्री शामिल हैं।

जबलपुर: ट्रैवलर और ट्रक की टक्कर, 7 की मौत
सबसे भीषण हादसा जबलपुर में 11 फरवरी सुबह करीब 9 बजे हुआ। प्रयागराज से लौट रहे हैदराबाद के 9 यात्रियों की ट्रैवलर को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी।

हादसे में 7 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 गंभीर रूप से घायल हो गए।
टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रैवलर ट्रक और सड़क की रेलिंग के बीच फंसकर बुरी तरह पिचक गई।
ग्रामीणों और पुलिस की मदद से फंसे यात्रियों को बाहर निकाला गया।
इस दुर्घटना के बाद सामने से आ रही एक कार भी ट्रैवलर और ट्रक से टकरा गई, लेकिन एयरबैग खुलने से उसमें सवार सभी लोग सुरक्षित रहे।
मैहर: झपकी लगने से स्कॉर्पियो पलटी, 2 की मौत

इंदौर लौट रहे कुंभ यात्रियों की एक स्कॉर्पियो मंगलवार तड़के करीब 4 बजे नेशनल हाईवे-30 पर डिवाइडर से टकराकर पलट गई।

हादसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पदाधिकारी मनोज विश्वकर्मा और मंजू शर्मा की मौत हो गई।
स्कॉर्पियो में 7 लोग सवार थे, जिनमें से 2 घायल हो गए।
दुर्घटना का कारण ड्राइवर को झपकी आना बताया गया।

पन्ना: खड़े ट्रक से टकराई इनोवा, 1 की मौत

10 और 11 फरवरी की दरमियानी रात 3 बजे पन्ना जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र में गुजरात के अहमदाबाद से प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की इनोवा कार खड़े ट्रक से टकरा गई।

हादसे में निकुंज की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गणेश त्रिवेदी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना बोदा तिघरा गांव के पास हुई।

24 जनवरी- बरगी में कार पुल से टकराई, तीन की मौत
24 जनवरी की शाम करीब साढ़े चार बजे, पुणे से प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने जा रहे पटेल परिवार के चार सदस्य इनोवा क्रिस्टा (MH 14 KF 5200) से जा रहे थे,जैसे ही कार बरगी थाना क्षेत्र के काला देही स्थित पुलिया के पास पहुंची, अचानक बेकाबू हो गई और पुलिया से टकरा गई। कार में सवार नीरू पटेल (48 वर्ष), विनोद पटेल (50 वर्ष) और शिल्पा पटेल (47 वर्ष) की मौत हो गई, जबकि नरेश पटेल (50 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

30 जनवरी- कुंभ यात्रियों की कार बस से टकराई
30 जनवरी को गढ़ के पास बिलासपुर के रहने वाले कुंभ यात्रियों की कार खड़ी बस से जा टकराई। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई।

क्यों हो रहे है सड़क हादसे ?
अधिकांश दुर्घटनाएं नेशनल हाईवे पर हुई हैं। जहां गाड़ियां 100 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार पर चलती हैं। महाकुंभ में देश भर से रोजाना हजारों गाड़ी में सवार होकर लाखों भक्त पहुंच रहे है। रास्ते में भारी जाम भी लगता है। जाम से बचने के लिए गाड़ी चालक लगातार ड्राइव कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अधिकतर गाड़ियों में एक ही ड्राइवर होता है। जिस कारण से उसे लगातार 10 से 12 घंटे तक गाड़ी चलानी पड़ती है। गाड़ी में बैठे लोगों को जल्द से जल्द कुंभ पहुंचाने का चालक पर बन रहा दबाव भी हादसे का एक बड़ा कारण है।

यूपी में सतर्कता, एमपी में लापरवाही
उत्तर प्रदेश पुलिस तेज रफ्तार वाहनों को रोककर चालकों से उनकी यात्रा की जानकारी ले रही है। यदि कोई 7-8 घंटे से लगातार गाड़ी चला रहा है, तो उसे रुककर आराम करने की सलाह दी जाती है। इसके विपरीत, मध्यप्रदेश में ऐसी सतर्कता नहीं दिख रही। यहां पुलिस की निगरानी न होने से चालक बिना विश्राम किए गाड़ी चला रहे हैं, जिससे हादसे बढ़ रहे हैं।

दुर्घटनाएं रोकने सड़क पर उतरा एनएचएआई
पिछले एक महीने में जबलपुर से सतना के बीच कुंभ यात्रियों के सफर के दौरान हुए सड़क हादसों में 32 लोगों की मौत हो चुकी है। बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए अब एनएचएआई की टीम सड़क पर उतरेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए मंगलवार रात से बरगी, मोहला, सतना और रीवा के टोल प्लाजा में अनाउंसमेंट सिस्टम शुरू किया गया है। जो वाहन चालकों को सतर्क करेगा और उन्हें आराम करने की सलाह देगा।

अब ड्राइवर की दूरी और समय पर होगी निगरानी
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत साहू ने बताया कि 11 फरवरी और 24 फरवरी को हुए बड़े सड़क हादसे चालक की लापरवाही और नींद के झोंके के कारण हुए। लगातार गाड़ी चलाने से चालक थक जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं।

अब पुलिस की मदद से लंबे समय तक बिना रुके वाहन चलाने वालों को रोका जाएगा। नागपुर की ओर से कुंभ जाने वाले वाहनों को रीवा के उड़ाकी टोल प्लाजा में चेक किया जाएगा। बरगी से रीवा तक पहुंचने में वाहन को कितना समय लगा और चालक ने कितनी दूरी तक गाड़ी चलाई, इसकी जांच की जाएगी। अगर कोई ड्राइवर बिना पर्याप्त आराम के लगातार गाड़ी चलाता पाया गया, तो उसे टोल प्लाजा में रोका जाएगा। यह नियम आज से ही लागू कर दिया गया है।

एसपी बोले- थकान और नींद बनी हादसों की वजह
जबलपुर एसपी सम्पत उपाध्याय ने मीडिया से चर्चा में बताया कि महाकुंभ शुरू होने के बाद से हाईवे पर ट्रैफिक कई गुना बढ़ गया है। श्रद्धालु हजारों किलोमीटर की यात्रा कर प्रयागराज जा रहे हैं और लौट भी रहे हैं। लगातार गाड़ी चलाने से ड्राइवर थकावट महसूस करते हैं और नींद का झोंका आने से दुर्घटनाएं हो रही हैं।

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