सिर्फ अफवाह! प्रसादम रेस्टोरेंट के मालिक ने केमिकल और एक्सपायरी पाउडर पर दिया विस्तृत जवाब, कहा- 'कंपनी ने गलती से भेजा।'

 
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ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा शहर में खाद्य सुरक्षा को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। प्रशासन ने प्रतिष्ठित प्रसादन रेस्टोरेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है, जिसके बाद शहर के मिठाइयों और खाद्य सामग्री के बाजार में हलचल मच गई है। इस कार्रवाई के केंद्र में रेस्टोरेंट के कारखाने से बरामद हुई कथित एक्सपायरी डेट की सामग्री और केमिकल हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, रेस्टोरेंट के संचालक शिवम ने खुद सामने आकर स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने प्रशासनिक कार्रवाई को नियमों के अनुसार स्वीकार किया है, लेकिन साथ ही उन सामग्रियों के उपयोग को लेकर उठ रहे सवालों पर अपना विस्तृत पक्ष रखा है।

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कार्रवाई का कारण: एक्सपायरी पाउडर और केमिकल की बरामदगी 
प्रशासनिक टीम ने रेस्टोरेंट के कारखाने पर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कुछ एक्सपायरी डेट वाले पाउडर और कुछ केमिकल मिले, जिन्हें तत्काल सीज कर दिया गया। यह कार्रवाई खाद्य सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन के संदेह में की गई थी, जिसने तुरंत खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर बहस छेड़ दी।

संचालक शिवम का स्पष्टीकरण: एक्सपायरी पाउडर की सप्लाई चेन में चूक
संचालक शिवम ने सीज की गई सामग्रियों पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि एक्सपायरी सामग्री का मिलना कंपनी की ओर से एक चूक थी, न कि उत्पादन में लापरवाही।

  • कंपनी की लापरवाही: शिवम ने दावा किया कि उनके यहां बड़े पैमाने पर पाउडर की आपूर्ति कंपनी से होती है। हाल ही में भेजे गए एक ऑर्डर में छह पैकेट एक्सपायरी डेट वाले पाउडर कंपनी की गलती से आ गए थे।
  • उत्पादन से दूरी: "हमने इन पैकेटों को तुरंत अलग करके स्टोर में रख दिया था। इनका उपयोग किसी भी तरह से उत्पादन में नहीं किया जा रहा था," शिवम ने स्पष्ट किया।
  • कंपनी को सूचना: उन्होंने बताया कि इस गलती के लिए कंपनी को सूचित कर दिया गया था, और कंपनी ने आगामी ऑर्डर में इसे वापस लेने या एक्सचेंज करने का आश्वासन दिया था।

केमिकल और साइट्रिक एसिड पर संदेह का निवारण: साफ-सफाई या खाद्य पदार्थ? 
कार्रवाई के दौरान बरामद हुए केमिकल और विशेष रूप से साइट्रिक एसिड को लेकर सबसे ज्यादा संदेह पैदा हुआ। शिवम ने इस पर भी बिंदुवार स्पष्टीकरण दिया:

  • केमिकल का उपयोग (साफ-सफाई): उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि जो केमिकल बरामद हुए, वे केवल साफ-सफाई के लिए उपयोग किए जाते हैं, न कि खाद्य पदार्थों, जैसे कि ढोकला, में।

साइट्रिक एसिड का दोहरा उपयोग:

  • खाद्य पदार्थों में: शिवम के अनुसार, ढोकले की रेसिपी में साइट्रिक एसिड का उपयोग आम है क्योंकि यह एसिडिटी को नियंत्रित करने में मदद करता है। उन्होंने तर्क दिया कि घरों में भी ढोकले बनाने के लिए साइट्रिक एसिड या इनो का उपयोग किया जाता है।
  • साफ-सफाई में: साइट्रिक एसिड का दूसरा प्रमुख उपयोग डेक ओवन और स्टेनलेस स्टील के बर्तनों की साफ-सफाई में होता है। उन्होंने बताया कि डिटर्जेंट या अन्य एसिड का उपयोग करने से बर्तनों की पॉलिश खराब हो सकती है और जंग लग सकती है, इसलिए वे साइट्रिक एसिड का उपयोग करते हैं।
  • पारदर्शिता का प्रमाण: शिवम ने दावा किया कि उनके पास एडिबल (खाद्य) और नॉन-एडिबल (गैर-खाद्य) दोनों तरह के साइट्रिक एसिड के खरीद बिल उपलब्ध हैं, जो उनके दावे की पुष्टि करते हैं।

उच्च गुणवत्ता और पारदर्शिता के दावे: क्यों मंगाना पड़ता है बाहरी बेसन?
संचालक ने बताया कि उनका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करना है, जिसके कारण उन्हें स्थानीय बाजार से बाहर देखना पड़ता है।

  • बेसन की आपूर्ति: उन्होंने बताया कि वे ढोकले के लिए 'राजधानी बेसन' का उपयोग करते हैं, जो स्थानीय मध्य प्रदेश के बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं है। इसलिए, इसे दिल्ली और प्रयागराज जैसे बड़े बाजारों से मंगाना पड़ता है।
  • प्रीमिक्स की गुणवत्ता: उत्पादन सामग्री के लिए उच्च गुणवत्ता वाले प्रीमिक्स और शुगर बल्क में बाहर से आते हैं। उन्होंने पुष्टि की कि हाल ही में सितंबर के अंत में आए एक ऑर्डर में कंपनी की गलती से एक्सपायरी डेट की समस्या थी, जिसे उत्पादन में नहीं लगाया गया था और स्टोर पर रखा गया था।

प्रशासनिक निरीक्षण और नियमों का पालन: कार्रवाई को स्वीकार करना 
संचालक शिवम ने प्रशासनिक कार्रवाई के प्रति अपनी जिम्मेदारी का प्रदर्शन किया।

  • दस्तावेज़ों का सत्यापन: उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान प्रशासन को सभी आवश्यक बिल और सामग्री की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई थी।
  • कार्रवाई की स्वीकार्यता: "प्रशासन ने नियमों के अनुसार एक्सपायरी सामग्री को सीज किया है, जो पूरी तरह से सही कार्रवाई है," शिवम ने कहा। उन्होंने इस बात को बार-बार दोहराया कि सीज की गई सामग्री का उपयोग उत्पादन में बिल्कुल नहीं हुआ था।
  • आगे का समन्वय: कंपनी और प्रशासन के बीच सामग्री के रिवर्सल और गुणवत्ता नियंत्रण को लेकर संवाद जारी है।

निष्कर्ष: जिम्मेदारी और समाधान की दिशा 
प्रसादन रेस्टोरेंट के संचालक शिवम का विस्तृत बयान यह स्पष्ट करता है कि प्रशासनिक कार्रवाई नियमों के दायरे में उचित थी। उनका पक्ष यह साबित करता है कि एक्सपायरी सामग्री कंपनी की गलती से आई थी और उसे उत्पादन से अलग रखा गया था, जबकि केमिकल का उपयोग केवल साफ-सफाई के लिए था।

यह पूरा मामला खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण के महत्व को दर्शाता है। यह दिखाता है कि एक व्यवसायी के लिए पारदर्शिता, दस्तावेज़ीकरण और जिम्मेदारी कितनी महत्वपूर्ण है। संचालक ने कार्रवाई को स्वीकार करके और समस्या के समाधान के लिए कंपनी के साथ समन्वय स्थापित करके, उपभोक्ता विश्वास को बनाए रखने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

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