रीवा आकृति टॉकीज गोलीकांड का फरार मुख्य आरोपी गिरफ्तार : वर्चस्व को लेकर दोनों पक्षों में हुआ था विवाद, ये आरोपी अभी भी फरार : देखें नाम

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा के बहुचर्चित आकृति टॉकीज गोलीकांड मामले में फरार चल रहे इनामी बदमाश शुभम परोहा को सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, दो गुटों के बीच हुई गैंगवार और शूट आउट में युवक मुख्य आरोपी था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।

सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि आकृति टॉकीज के पास दो गुटों के बीच हुई गैंगवार के मामले में पुलिस ने गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया है। गोलीकांड के बाद बदमाश शुभम परोहा लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने इनाम भी घोषित किया था। आरोपी जिला एवं सत्र न्यायालय में आत्मसमर्पण करने की फिराक में था। जिसकी जानकारी सिविल लाइंस पुलिस को मिल गई।

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की अलग-अलग टीमों ने संभावित जगहों पर दबिश दी। रेड की करवाई के दौरान आरोपी युवक पुलिस के हाथ लग गया। पुलिस आरोपी युवक के पास से एक अवैध पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।

वर्चस्व को लेकर दोनों पक्षों में हुआ था विवाद

सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि 4 नवंबर को आकृति टॉकीज के पास दो पक्षों ने एक-दूसरे से झड़प करते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। दोनों पक्ष फायरिंग के पहले चार दिनों से एक-दूसरे को फोन पर चुनौती दे रहे थे। इसके साथ ही एक-दूसरे को धमका रहे थे। दोनों पक्ष के बीच आपसी वर्चस्व और शहर में डॉन बनने की लड़ाई थी। इस दौरान 4 नवंबर की रात दोनों पक्षों का एक-दूसरे से सामना हो गया। आयुष पाठक और शीतलांजल ने एक-दूसरे को खुद को भाई कहकर संबोधित करने का आदेश दिया।

आकृति टॉकीज के पास दोनों पक्षों के बीच हत्या करने की नीयत से एक-दूसरे के ऊपर पिस्टल से फायरिंग की गई थी। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी। आकृति टॉकीज के पास दोनों पक्षों के बीच हत्या करने की नीयत से एक-दूसरे के ऊपर पिस्टल से फायरिंग की गई थी। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी, लेकिन पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर घटना से संबंधित सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की। घटना के बाद से ही दोनों गुटों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना मे लिया गया था।

इन फरार आरोपियों पर इनाम घोषित

• उज्जवल तिवारी उर्फ उत्कर्ष- सात हजार रूपए

• विपिन यादव- सात हजार रुपए

• अंशुल तिवारी- सात हजार रुपए

• विक्की यादव- सात हजार रुपए

• सौरभ कुशवाहा - सात हजार रुपए

• आशीष सिंह- सात हजार रुपए

• पुनीत सिंह- सात हजार रुपए

• राजीव यादव- सात हजार रुपए

• शिवांश यादव- सात हजार रुपए

• धीरेंद्र पटेल- सात हजार रुपए

• विनय दीपांकर- सात हजार रुपए

• उपेन्द्र मौर्य उर्फ प्यारे- सात हजार रुपए

• रवि पाण्डेय - सात हजार रुपए

• शुभम परौहा- दस हजार रुपए

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