REWA : शहर के विकास की कड़ी में जुड़ा और एक नाम, विंध्य के छात्र भी अब कर सकेंगे पत्रकारिता की पढ़ाई, नहीं पड़ेगा भटकना
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय रीवा के नवीन भवन का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 20 सितंबर को वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। समारोह में जनसम्पर्क एवं पीएचई मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह, विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश, नगर निगम के स्पीकर व्यंटेश पाण्डेय, कलेक्टर प्रतिभा पाल सहित बड़ी संख्या में छात्र व पत्रकार उपस्थित रहे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से CM ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का आधार स्तंभ है। माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर अनेक विद्यार्थी पत्रकारिता में शानदार स्थान बनाए हैं। रीवा परिसर में विंध्य ही नहीं यूपी, बिहार व पूर्वोत्तर राज्यों के भी विद्यार्थी पत्रकारिता और कम्प्यूटर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। विंध्य क्षेत्र को पत्रकारिता विश्वविद्यालय की सौगात देने का श्रेय मंत्री राजेन्द्र शुक्ल को है।
उनके सतत प्रयास व इच्छाशक्ति से सुंदर और विकसित रीवा परिसर लोकार्पित हुआ है। आगे कहा कि हमने विंध्य के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। विंध्य को पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कैंपस के रूप में बड़ी सौगात मिल रही है। यह परिसर सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और सामुदायिक रेडियो प्रसारण के प्रशिक्षण का उत्कृष्ट केन्द्र बनेगा। मैं विंध्यवासियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
15 करोड़ 37 लाख के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के 27.74 करोड़ रुपए लागत के नवीन भवन परिसर का निर्माण किया गया है। समारोह में जनसंपर्क मंत्री ने 15 करोड़ रुपए की लागत से परिसर में छात्रावास भवन और विश्वविद्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों के आवास निर्माण का भूमिपूजन किया। 37 लाख रुपए की लागत से जिम एवं अन्य खेल सुविधाओं के निर्माण का भी भूमिपूजन किया।
45 करोड़ रुपए की कार्ययोजना
शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विंध्य से विशेष लगाव के कारण क्षेत्र को अनेक सौगातें मिली हैं। माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय को नवीन भवन का उपहार मिला है। इसके निर्माण के लिए 45 करोड़ रुपए की कार्ययोजना बनाई गई थी। इसे पिछली सरकार ने घटाकर 18 करोड़ कर दिया था। पद्भार ग्रहण करते ही मुख्यमंत्री ने कुछ ही दिनों में इसके 45 करोड़ रुपए की कार्ययोजना को पुन: मंजूरी दी।
भोपाल से भी अधिक सुंदर रीवा परिसर
उसके प्रथम चरण में 27 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए अकादमिक भवन, ऑडिटोरियम, क्लासरूम, लाइब्रोरी, सुसज्जित स्टूडियो, कम्प्यूटर लैब और सामुदायिक रेडियो स्टेशन का लोकार्पण किया गया है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय का रीवा परिसर पत्रकारिता का उत्कृष्ट केन्द्र बनेगा। कहा कि 2016 में विश्वविद्यालय का रीवा केन्द्र शुरू हुआ था। आज भोपाल से भी अधिक सुंदर परिसर में विश्वविद्यालय का केन्द्र संचालित हो रहा है।
पांच बड़े परिसर 1600 अध्ययन केन्द्र: कुलपति
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय दो कमरों से शुरू हुआ। आज इसके पांच बड़े परिसर 1600 अध्ययन केन्द्र हैं। जिनमें दो लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। हमारा संस्थान देश के टाप टेन विश्वविद्यालयों में शामिल है। रीवा परिसर में आधुनिक स्टूडियो का निर्माण किया गया है जिसमें शीघ्र ही कर्मवीर रेडियो कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। विश्वविद्यालय में शीघ्र ही कई नए पाठ्यक्रम और डिजिटल मीडिया संग्रहालय व मोबाइल पत्रकारिता प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।
20 वर्षों में रीवा की काया बदल गई
समारोह में पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह ने कहा कि जनसम्पर्क मंत्री ने रीवा के विकास का संकल्प ले रखा है। उनके प्रयासों और संकल्प का ही परिणाम है कि 20 वर्षों में रीवा की काया बदल गई है। नगर निगम स्पीकर व्यंकटेश पाण्डेय ने कहा कि रीवा का तेजी से विकास हो रहा है। मंत्री जी के प्रयासों से क्षेत्र को विकास की कई सौगातें मिली हैं। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रवादी कवि और पत्रकार थे। उनकी पत्रकारिता मूल्यों पर आधारित थी।
मैं कवि नहीं हूं का विमोचन
समारोह में प्रोफेसर एमके नायर और प्रोफेसर सूर्यप्रकाश ने विश्वविद्यालय के कार्यों का विवरण दिया। समारोह का संचालन बृजेन्द्र शुक्ला ने किया। समारोह में सूर्यप्रकाश की पुस्तक मैं कवि नहीं हूं का विमोचन किया गया। मंत्री शुक्ल ने परिसर में वृक्षारोपण भी किया। समारोह में कुलसचिव अविनाश वाजपेयी ने उपस्थितों के प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह में लोक कलाकारों ने गुदुम बाजा नृत्य का प्रदर्शन किया।