REWA : मनमानी पर उतारू क्रेशर संचालक : सील तोड़कर करने लगे संचालन, नियमों को किया दरकिनार

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। पर्यावरणीय मानकों को धता बता कर संचालन कर रहे क्रेशरों के खिलाफ गत 15 व 16 जून को जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए दो दर्जन क्रेशरों को मानदंडों के विपरीत पाते हुए सील कर दिया गया था लेकिन मनमानी पर उतारू क्रेशर संचालक प्रशासनिक कार्यवाही को मानने को तैयार नहीं है। टीम के वापस आते ही कुछ क्रेशर संचालकों ने सील तोड़कर संचालन भी शुरू कर दिया। इसका कारण बिजली कनेक्शन ना काटना रहा। लिहाजा पर्यावरण प्रदूषण विभाग रीवा द्वारा संबंधित क्रेशरो का विद्युत कनेक्शन विच्छेदित करने के लिए एमपीईबी को नोटिस जारी किया है। साथ ही निर्देशित किया है कि जिन क्रेशरों को सीज किया गया है उनका अभिलंब कनेक्शन काटा जाये। इसके साथ ही संबंधित क्रेशर संचालकों को भी नोटिस जारी कर 14 दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में एक याचिका बीके माला और अतुल कुमार जैन ने दायर की थी। 28 मई 2023 न्यायालय में सुनवाई करते हुए नोटिस जारी कर 24 जुलाई 2023 तक जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए गए थे। इसी नोटिस के बाद रीवा जिला व खनिज विभाग प्रशासन और पुलिस विभाग एक्टिव हुआ। कलेक्टर के निर्देश पर एक टीम बनाकर प्रदूषण फैलाने वाले स्टोन क्रेशर के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए गए। टास्क फोर्स ने 2 दिन स्टोन क्रेशर की जांच की। मौके पर प्रदूषण रोकने के पर्याप्त इंतजाम नहीं पाएगा। स्टोन क्रेशर के चारों तरफ पौधारोपण और दीवार नहीं मिली। पानी की सिंचाई भी नहीं की जा रही थी। इससे आसपास प्रदूषण फैल रहा था। इस लापरवाही पर संयुक्त टीम ने 2 दिनों में 24 क्रेशर संचालकों के खिलाफ कार्यवाही की है। सभी को सीज कर दिया गया है। जानकारी अनुसार बनकुइयां क्षेत्र के कुशवाहा स्टोन क्रेशर संचालन पर सील तोड़कर स्टेशन संचालन की चर्चा है। हालांकि इसकी पुष्टि रीवा न्यूज़ मीडिया नहीं करता है।
हनुमना व मऊगंज क्षेत्र में संचालित केंशरों की भी होगी जांच
एनजीटी में केवल बनकुइयां व आसपास के क्षेत्रों में स्थित क्रेशरों द्वारा प्रदूषण रोकने संबंधी मानकों को पूरा न करने व प्रदूषण फैलाने को लेकर याचिका दायर की गई थी लेकिन कलेक्टर ने जिले में संचालित सभी क्रेशरों की जांच के निर्देश दिए हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बनकुइयाँ व उसके आसपास के क्रेशरों की जांच के उपरांत हनुमना व मऊगंज तथा नईगढ़ी क्षेत्र में संचालित क्रेशरों की भी जांच की जायेगी।
स्टेट टीम के बाद नेशनल टीम भी करेगी जांच
उल्लेखनीय है कि एनजीटी ने स्टेट प्रदूषण विभाग के साथ नेशनल प्रदूषण विभाग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक पखवाड़े के भीतर प्रदूषण विभाग की टीम भी दबिश देगी। इसलिए जिला स्तर पर गठित टीम किसी प्रकार की कमी नहीं रखना चाहेगी। आज 19 जून को बनकुइयां क्षेत्र में संचालित अन्य क्रेशरों की जांच की जाएगी। एनजीटी के आदेश के बाद प्रशासन द्वारा गठित टास्क फोर्स की जांच व सीज कार्रवाई से क्रेशर संचालकों में हड़कंप की स्थिति है।
