इमरजेंसी इन रीवा! 12 से ज़्यादा मेडिकल स्टोर सील, DHO और ड्रग इंस्पेक्टर सस्पेंड होने की कगार पर, कलेक्टर का 'नो कंप्रोमाइज़' फरमान!

 
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रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल का ऐतिहासिक फैसला, लापरवाह DHO और ड्रग इंस्पेक्टर को नोटिस, जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले मेडिकल स्टोरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई जारी 

ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा जिले में कलेक्टर प्रतिभा पाल के कड़े निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीमों ने दवा माफिया के खिलाफ एक अभूतपूर्व अभियान छेड़ रखा है। यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि:

  • केवल डॉक्टर की पर्ची : मेडिकल स्टोर्स पर सिर्फ डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयाँ ही बेची जाएँ।
  • फार्मासिस्ट की उपस्थिति : बिक्री के समय अनिवार्य रूप से फार्मासिस्ट मौजूद हो, जो दवाइयों की सही जानकारी दे सके।
  • एक्सपायरी दवाइयों पर रोक : मरीजों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बनने वाली एक्सपायरी दवाइयों की बिक्री या उनका संग्रहण न हो।
  • रिकॉर्ड का संधारण : दवाइयों के क्रय-विक्रय का रिकॉर्ड पूरी तरह से अपडेट और संधारित हो।

सोमवार को ही 12 से अधिक मेडिकल स्टोर्स को सील किया गया, और मंगलवार को भी यह चेकिंग अभियान जारी रहा। कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया है कि यह कार्रवाई सतत जारी रहने वाली है और कोई भी ढील नहीं दी जाएगी।

हाई-वोल्टेज निरीक्षण: सिरमौर चौक से संजय गांधी अस्पताल तक

  • लापरवाही का आलम: एक्सपायरी दवाइयाँ और नदारद फार्मासिस्ट

कलेक्टर के निर्देश पर गठित निरीक्षण दलों ने सिरमौर चौक, अस्पताल चौक और संजय गांधी अस्पताल (S.G.M.H.) के सामने संचालित मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं, जो सीधे तौर पर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ थीं।
गंभीर अनियमितताएं और सील की गई दुकानें

  • फार्मासिस्ट गायब: शिवम मेडिकल स्टोर, विशाल मेडिकल स्टोर, अनंत मेडिकल स्टोर, ओम मेडिकल स्टोर और इंडियन फार्मेसी जैसी दुकानों पर बिक्री के समय फार्मासिस्ट या प्रोपराइटर अनुपस्थित मिले।
  • एक्सपायरी दवाइयों का संग्रहण: कई स्टोर्स पर एक्सपायरी हो चुकी दवाइयाँ मिलीं, जो सीधे तौर पर मरीजों की जान के लिए खतरा हैं।
  • रिकॉर्ड में हेरफेर: अमित मेडिकल स्टोर और अवध मेडिकल स्टोर सहित कई दुकानों पर क्रय-विक्रय का रिकॉर्ड अपडेट नहीं था, जिससे दवाओं की ट्रैकिंग असंभव हो गई।
  • लाइसेंस उल्लंघन: मुकेश मेडिकल स्टोर का लाइसेंस नवीनीकृत नहीं था, जबकि शिव मेडिकल लाइसेंस की प्रति प्रस्तुत नहीं कर पाया।

इन गंभीर उल्लंघनों के कारण निरीक्षण दल ने तत्काल एक दर्जन से अधिक दुकानों को सील कर दिया और कठोर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

लापरवाही पर वज्रपात: DHO और ड्रग इंस्पेक्टर को नोटिस
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने सिर्फ मेडिकल स्टोर्स पर ही कार्रवाई नहीं की, बल्कि विभाग के अंदर भी जवाबदेही सुनिश्चित की है।

  • जिला स्वास्थ्य अधिकारी (DHO) संजीव शुक्ला
  • ड्रग इंस्पेक्टर

इन दोनों अधिकारियों को उनके काम में लापरवाही बरतने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर के इस कदम से स्पष्ट हो गया है कि जनता के स्वास्थ्य के प्रति कोई भी ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कार्रवाई बताती है कि उच्चाधिकारी भी अब निगरानी में हैं।

विरोध पर कलेक्टर का अल्टीमेटम: 'कठोरतम कार्रवाई होगी' 

  • कलेक्टर के इस कड़े एक्शन से घबराए मेडिकल स्टोर संचालक अब विरोध में उतर आए हैं।
  • विरोध का तरीका: बुधवार को शहर की कई मेडिकल दुकानें बंद रखी गईं (शटर गिराकर विरोध)।
  • कलेक्टर का रुख: कलेक्टर प्रतिभा पाल ने इस विरोध को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट अल्टीमेटम दिया है कि इस मामले में बिल्कुल भी ढील नहीं दी जाएगी, बल्कि इसके विपरीत, कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि चेकिंग लगातार जारी रहेगी।

कलेक्टर के इस निडर और निर्णायक रवैये का आम जनता खुलकर समर्थन कर रही है, क्योंकि यह सीधे उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। जनता चाहती है कि जन-स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले सभी लोगों को सख्त सज़ा मिले।

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