एक्शन में रीवा कलेक्टर : CM हेल्पलाइन की शिकायतों पर कोई रूचि नहीं दिखाने वाले 19 लापरवाह अधिकारियों को जारी किया नोटिस

 
IMAGE

रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प ने सख्त रूप दिखाते हुए 19 लापरवाह अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सूत्रों की मानें तो इन अधिकारियों ने फरवरी माह में दर्ज सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर कोई रूचि नहीं दिखाई। बल्कि 50 दिन से ज्यादा समय बीतने के बाद भी लंबित प्रकरणों का निराकरण नहीं किया गया। ऐसे में कलेक्टर ने कार्यवाही के निर्देश दिए है।

इनको थमाया नोटिस
कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि शुक्रवार को रायपुर कर्चुलियान जनपद पंचायत के सीईओ प्रदीप दुबे, जवा जनपद पंचायत के सीईओ एसके मिश्रा, विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी गोविंदगढ़ सुधाकर पाण्डेय, सहायक यंत्री पीएचई मैकेनिकल अरूण तिवारी और मऊगंज जनपद पंचायत के सीईओ महावीर जाटव के नाम कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

वहीं कलेक्टर ने जिला प्रबंधक एमपी आरडीसी अंशुल करोड़िया, रीवा जनपद पंचायत के सीईओ हलधर मिश्रा, कार्यपालन यंत्री नगर निगम रीवा राजेश सिंह, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी नईगढ़ी रामसुशील वर्मा, बीएमओ नईगढ़ी डॉ. आरके पाठक, तहसीलदार जवा चन्द्रमणि सोनी, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण एनएच शैलेन्द्र दुबे को नोटिस थमाया गया है।

इसी तरह कलेक्टर ने सहायक यंत्री नगर निगम रीवा पीएन शुक्ला, बीएमओ सेमरिया डॉ. प्रशांत शुक्ला, वन परिक्षेत्र अधिकारी रीवा अंबुज नयन पाण्डेय, सीईओ जनपद पंचायत गंगेव प्रमोद ओझा, बीएमओ रीवा डॉ. एसडी कोल, बीएमओ त्योंथर डॉ. कुंवर भाई पटेल को कार्य में लापरवाही बरतना भारी पड़ गया है। इन 19 अधिकारियों को कलेक्टर ने रडार में लिया है।

नोटिस का तीन दिन में देना होगा जवाब, नहीं एक्शन होगा
कलेक्टर की नोटिस से जिलेभर के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। दावा है कि यह कार्यवाही मध्यप्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील नियम 1966 के तहत की गई है। सभी अधिकारियों को नोटिस का जवाब देने की समय-सीमा तीन दिन निर्धारित की गई है। संतोष जनक उत्तर प्राप्त न होने पर जिला प्रशासन एक पक्षीय कार्यवाही कर सकता है।

Related Topics

Latest News