एक्शन में रीवा कलेक्टर : खाद्य पदार्थों में मिलावटी करने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही, 15 से अधिक जगहों के सैंपल कलेक्ट किए

 
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त्योहार से पहले रीवा में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री तेज हो गई है। बाजार में असली और बेहतर खाद्य पदार्थों की आड़ में मिलावटी खाद्य पदार्थ भी बेचे जा रहे हैं। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन और खाद्य विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है। कलेक्टर ने बाजार में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए खाद्य विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि त्योहार के समय में खाद्य पदार्थों की खपत बढ़ जाती है। ऐसे में कुछ लोग बाजार में नकली खाद्य पदार्थों की बिक्री करने लगते हैं। मिलावटी और दूषित खाद्य पदार्थ लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालते हैं। जिसे देखते हुए मैंने खाद्य विभाग को नियमित रूप से खाद्य पदार्थों की दुकानों में निगरानी रखते हुए मिलावट पाए जाने पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।

कलेक्टर ने बताया कि अब तक खाद्य विभाग ने 15 से अधिक जगहों पर खाद्य पदार्थों के सैंपल कलेक्ट किए हैं। त्योहार को देखते हुए निगरानी लगातार जारी रहेगी। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ फूड सेफ्टी में वर्णित प्रावधानों के कार्रवाई की जाएगी।

खाद्य अधिकारी अमरीश दुबे ने बताया कि मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत सोमवार को बालाजी डेरी उद्योग पर जांच की गई। छह महीने पहले इसी प्रतिष्ठान पर जब कार्रवाई की गई थी तो पाम आयल और दूध पाउडर से मिलाकर मिठाई बनाते हुए पाया गया था। जांच परीक्षण में बालाजी डेयरी में नमूने अमानक पाए गए थे। जिसकी न्यायालयीन कार्रवाई प्रचलन में हैं। सोमवार को एक बार फिर निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान में मिठाई का निर्माण किया जा रहा था। जिसके नमूने जांच के लिए कलेक्ट किए गए हैं। इसमें क्रीम,बर्फी,दूध और अन्य नमूने शामिल हैं। अगर जांच रिपोर्ट में नमूने अमानक पाए जाते हैं तो प्रतिष्ठान के लाइसेंस के निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।

इसके पहले अन्य दिनों में गल्ला मंडी स्थित होलसेल किराना दुकान शंकर ट्रेडर्स की जांच की गई। जहां फलाहार के लिए विक्रय हो रहे सेंधा नमक के एक ब्रांड का नमूना जांच के लिए लिया गया। अमहिया में सफारी होटल के सामने स्थित प्रतिष्ठान चौरसिया नमकीन और हरिओम नमकीन की जांच की गई।

जांच के दौरान दोनों प्रतिष्ठानों में नमकीन बेहद गंदगी के बीच बनाई जा रही थी। जहां सड़क किनारे नमकीन का खुला विक्रय किया जा रहा था। रोड की धूल और मक्खियों से नमकीन दूषित हो रही थी। नमकीन बनाने के लिए जिस पानी का इस्तेमाल किया जा रहा था। वह भी स्वच्छ नहीं पाया गया।

खाद्य अधिकारी ने बताया कि दोनों प्रतिष्ठानों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। जवा क्षेत्र में क्षमा मिष्ठान भंडार से लड्डू और पेड़े के नमूने लिए गए। राज किराना से साबूदाना और खाद्य तेल के नमूने जांच के लिए गए। मां शारदा किराना स्टोर से साबूदाना, मूंगफली, सेंधा नमक, सिंघाड़ा और आटे के नमूने जांच के लिए गए हैं। वहीं रायपुर कर्चुलियान क्षेत्र में अशोक किराना से साबूदाना, सूजी और शक्कर के नमूने लिए गए हैं।

कई दुकानदार खाद्य पदार्थों के निर्माण में साफ-सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रख रहे हैं।

कई दुकानदार खाद्य पदार्थों के निर्माण में साफ-सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रख रहे हैं।

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