एक्शन मोड में रीवा कलेक्टर : बालभारती स्कूल के प्राचार्य ने बढ़ी हुई फीस को वापस लेने का लिया फैसला

 
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रीवा। प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर कलेक्टर ने रोक लगाने के लिए आदेश पर आदेश जारी किया था। इस पर अमल कराने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अध्ािकारी को दी थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने कलेक्टर के आदेश पर अमल शुरू किया। इसका असर अब दिखने लगा है। पहले प्राइवेट स्कूल और दुकानों के बीच सिंडीकेट को तोडऩे की कोशिश की। बैठक आयोजित की गई लेकिन इसका खास असर नहीं दिखा। इसके बाद दूसरा आदेश फीस वृद्धि को लेकर जारी किया गया। इसे लेकर रीवा की करीब 37 प्राइवेट स्कूलों को जिला शिक्षा अधिकारी ने नोटिस जारी किया। अब नोटिस के बाद एक स्कूल हरकत में आई है। उसने बढ़ी हुई फीस को वापस लेने का फैसला लिया है। इसकी जानकारी फिलहाल तो जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दी है। इसके अलावा अन्य प्राइवेट स्कूलों ने किसी तरह का रिस्पांस नहंी दिया है। इन पर प्रशासन और जिला शिक्षा अधिकारी की नजर बनी हुई है। इन सभी से रिकार्ड तलब किए गए हैं।

ड्रेस,पुस्तक पर असर नहीं पड़ रहा, सिंडीकेट नहीं टूट रहा
निजी स्कूलों और दुकानों के बीच का सिंडीकेट नहीं टूट पा रहा है। निजी स्कूलों की चुनिंदा प्रकाशकों की पुस्तकें चुनिंदा दुकानों में ही मिल रही हैं। इसके अलावा दूसरी दुकानों में पुस्तकें मिलेंगी ही नहीं। ऐसे में थक हार कर अभिभावकों को उन्हीं फिक्स दुकानों पर ही जाना पड़ रहा है। यही हालत ड्रेस में भी है। ड्रेस भी सभी दुकानें नहीं रख रही हैं। सिर्फ फिक्स दुकानों में ही डे्रस मिल रही है। नायलोन के कपड़े से तैयार बच्चों की ड्रेस कई गुना ज्यादा दामों में बेची जा रही है। ड्रेस के निर्माण में घटिया स्तर के कपड़े का उपयोग हो रहा है। नायलोन का कपड़ा कई तरह की चर्म रोग को भी पैदा कर सकता है। फिर भी इनकी गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।

पुस्तकों के पाठ्यक्रम बदल रहे हैं
प्रशासन की सख्ती है कि प्रकाशक न बदला जाए। इसका भी स्कूल और दुकान संचालकों ने तोड़ निकाल लिया है। पुस्तकें तो हर साल नहीं बदल रहे हैं लेकिन पाठ्यक्रम में जरूर बदलाव कर देते हैं। ऐसे में पुरानी पुस्तकें किसी के काम नहीं आ रही हैं। फिर से नई पुस्तकों की खरीदने की मजबूरी से अभिभावक जूझ रहे हैं। एक ही घर में दो बच्चे एक ही पुस्तक का उपयोग लगातार दो वर्षों तक नहंी कर सकते। सभी को अलग अलग पुस्तक हर साल खरीदी पड़ रही है।

9993216604 मोबाइल नंबर पर कर सकेंगे शिकायत
जिला शिक्षा अधिकारी सुदामा लाल गुप्ता ने एक आदेश जारी किया है। आदेश में उन्होंने प्राइवेट सकूलों के छात्रों, अभिभावकों एवं अन्य माध्यमों से पुस्तक, गणवेश क्रय विक्रय किए जाने एवं शुल्क के संबंध में शिकायत के लिए हेल्प डेस्क का गठन किया है। शिकायतों का पंजीयन एवं निराकरण जिला स्तर पर हेल्प डेस्क करेगी। हेल्प डेस्क का नोडल अधिकारी संगीता त्रिपाठी सहायक सांख्यकीय अधिकारी कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी रीवा को बनाया गया है। शिकायतकर्ता से फोन पर मिली शिकायतों का पंजीयन कर शासनादेशों के अनुक्रम में नियमानुसार निर्धारित समयावधि में निराकरण कराएंगे।

बाल भारती स्कूल के प्राचार्य ने उठाया कदम
जिला कलेक्टर के आदेशानुसार सत्र 2024-25 में स्कूल फीस न बढ़ाए जाने के संबंध में बाल भारतीय स्कूल के प्राचार्य धनंजय तिवारी ने सूचना जारी कर दी है। पिछले सत्र में अभिभावकों से जो स्कूल फीस ली गई थी। उसी के समान फीस ली जाएगी। प्राचार्य ने कहा है कि साफ्टवेयर में सुधार किया जा रहा है। जो फीस जमा हो गई है। आगामी माह में उसे समायोजित कर दिया जाएगा।

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