रीवा DEO की कुर्सी खाली: अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़े ने सुदामा गुप्ता को डुबाया, अब नए दावेदारों में सबसे आगे ये नाम!

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) अनुकंपा नियुक्ति फर्जीवाड़े में फँसे ज़िला शिक्षा अधिकारी (DEO) सुदामा लाल गुप्ता के निलंबन के बाद, रीवा में DEO की कुर्सी अब खाली हो गई है. इस महत्वपूर्ण पद को हासिल करने के लिए कई अधिकारी दौड़ में शामिल हो गए हैं, और कुछ तो भोपाल तक अपनी सेटिंग करने पहुँच गए हैं.
कौन है सबसे आगे की दौड़ में?
सूत्रों के अनुसार, DEO की इस खाली कुर्सी पर बैठने के लिए सबसे आगे सिंगरौली डाइट में पदस्थ प्राचार्य रोहणी प्रसाद पाण्डेय का नाम चल रहा है. बताया जा रहा है कि पाण्डेय इस पद को पाने के लिए ज़ोर-शोर से लगे हैं और हर संभव हथकंडा अपना रहे हैं.
अन्य प्रमुख दावेदार:
रोहणी प्रसाद पाण्डेय के अलावा, कई और अनुभवी अधिकारी भी इस कुर्सी पर नज़र गड़ाए हुए हैं:
- आर.एल. दीपांकर: पूर्व डीपीसी और रीवा बीईओ रह चुके दीपांकर लंबे समय से DEO बनने का सपना देख रहे हैं और इसके लिए प्रयासरत हैं.
- के.पी. तिवारी: ये भी एक प्रमुख दावेदार हैं, क्योंकि वे पहले भी DEO रह चुके हैं और उन्हें जेडी (संयुक्त संचालक) का प्रभार भी मिला था. वर्तमान में जेडी का प्रभार एडीएम के पास है, ऐसे में उन्हें DEO बनाया जा सकता है.
- जे.पी. जायसवाल: मार्तण्ड स्कूल के प्राचार्य.
- वरुणेन्द्र प्रताप सिंह: पी.के. स्कूल के प्राचार्य.
- पी.एल. मिश्रा: गवर्नमेंट स्कूल क्रमांक 1 के प्राचार्य.
सुदामा गुप्ता के निलंबन के साथ ही इस कुर्सी के लिए जोड़तोड़ शुरू हो गई थी, और अब जब रास्ता साफ हो गया है, तो कयासों का दौर तेज़ हो गया है. सभी को अब संचालनालय से अंतिम आदेश का इंतज़ार है.