नशे का 'घरेलू नुस्खा' फेल! दो महिलाओं और एक नाबालिग सहित 4 गिरफ्तार, 1 लाख की नशीली कोरेक्स जब्त, पति फरार, पुलिस की तलाश जारी

 
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ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मध्य प्रदेश के रीवा शहर में, सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने नशे के सौदागरों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग ऑपरेशन में 1 लाख रुपये से अधिक कीमत की 465 बोतल नशीली कोरेक्स कफ सिरप जब्त की है। यह कार्रवाई शहर में नशे के बढ़ते कारोबार पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस ने इस दौरान दो महिलाओं सहित तीन वयस्कों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है, जबकि एक मुख्य आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

इस दोहरी कार्रवाई ने शहर में सक्रिय नशीली कफ सिरप के एक बड़े नेटवर्क को उजागर किया है, जिसमें महिलाओं की संलिप्तता भी सामने आई है।

दो अलग-अलग ऑपरेशन का विवरण 
पुलिस ने यह कार्रवाई अत्यंत सावधानीपूर्वक और सुनियोजित तरीके से की, जिसके तहत नशे के दो अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी गई।

ऑपरेशन 1: महिला गिरफ्तार, पति फरार
पहले ऑपरेशन में पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने दबिश दी और संध्या लोनिया नामक एक महिला को भारी मात्रा में नशीली सिरप के साथ पकड़ा।

जब्ती: पुलिस ने संध्या लोनिया के पास से 360 बोतल नशीली कफ सिरप जब्त की।
आरोपी की स्थिति: महिला को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उसका पति, जिसका नाम अभिषेक लोनिया है, पुलिस के आने की भनक लगते ही मौके से फरार हो गया।
कानूनी कार्रवाई: पुलिस ने संध्या लोनिया को गिरफ्तार कर उसके पति अभिषेक लोनिया के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाश अभियान शुरू कर दिया है।

ऑपरेशन 2: पुराने अपराधी समेत तीन गिरफ्तार
दूसरी कार्रवाई में पुलिस ने एक अलग ठिकाने पर छापा मारा और नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल एक पुराने अपराधी को रंगे हाथों पकड़ा।

जब्ती: इस ऑपरेशन में पुलिस ने 105 बोतल नशीली कफ सिरप जब्त की।
गिरफ्तारियां: पुलिस ने इस मामले में पुराने अपराधी चुन्नू प्रजापति उर्फ दुर्गेश, एक महिला मधु साकेत, और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया।
गैंग की प्रकृति: चुन्नू प्रजापति के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड से यह स्पष्ट होता है कि यह गिरोह लंबे समय से इस अवैध कारोबार में सक्रिय था।

दोनों कार्रवाइयों को मिलाकर, पुलिस ने कुल 465 बोतल नशीली कोरेक्स सिरप जब्त की है, जिसकी कीमत बाजार में 1 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है।

पुलिस द्वारा नेटवर्क का खुलासा और आगामी अभियान 
इन दो सफल ऑपरेशनों के माध्यम से, रीवा पुलिस ने न केवल बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली सिरप जब्त की है, बल्कि इस अवैध व्यापार में शामिल कुछ प्रमुख चेहरों को भी गिरफ्तार किया है।

रीवा पुलिस के अनुसार

  • नेटवर्क की पहचान: पुलिस का मानना है कि नशे के इस कारोबार में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों (दो महिलाएं, दो पुरुष) के अलावा और भी कई लोग शामिल हैं। पुलिस उन सभी की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने में जुटी हुई है।
  • सफलता का श्रेय: रीवा के उप पुलिस अधीक्षक राजीव पाठक ने इस कार्रवाई को शहर में नशे के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण बताया है।
  • सतत अभियान: डीएसपी राजीव पाठक ने साफ किया है कि नशे के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उनका कहना है कि पहले भी ऐसी कार्रवाई की गई हैं और भविष्य में भी नशे के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस का यह अभियान शहर के युवाओं को नशे के जाल से बचाने और अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए एक दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। नशीली सिरप, जिसमें कोडीन जैसे प्रतिबंधित तत्व होते हैं, का दुरुपयोग युवाओं द्वारा एक सस्ते विकल्प के रूप में किया जाता है, जो उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से खोखला कर रहा है।

नशीली कफ सिरप: एक गंभीर सामाजिक समस्या 
नशीली कफ सिरप की तस्करी और उसका उपयोग रीवा जैसे शहरों में एक गंभीर सामाजिक समस्या बन गई है।

  • आकर्षण का कारण: इन सिरपों में कोडीन (Codeine) नामक एक ओपिओइड होता है, जो लेने वाले को अस्थायी रूप से हल्का नशा और आराम देता है। सस्ता होने और आसानी से उपलब्ध होने के कारण यह ड्रग्स का एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है।
  • कानूनी पहलू: भारत में, कोडीन युक्त कफ सिरप की बिक्री केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर ही हो सकती है, लेकिन तस्कर इन्हें अवैध तरीकों से हासिल कर ऊंचे दामों पर बेचते हैं।
  • सामाजिक प्रभाव: इसका दुरुपयोग युवाओं और छात्रों के बीच तेज़ी से बढ़ रहा है, जिससे उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य पर गंभीर नकारात्मक असर पड़ रहा है। नशे के सौदागर अक्सर महिलाओं और नाबालिगों का उपयोग इस अवैध कारोबार में करते हैं ताकि पुलिस की पकड़ से बचा जा सके, जैसा कि इस कार्रवाई में भी देखा गया।

रीवा पुलिस की यह कार्रवाई इस खतरनाक नेटवर्क की कमर तोड़ने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। यह जरूरी है कि स्थानीय प्रशासन और समाज मिलकर इस अभियान में सहयोग करें ताकि शहर को नशे के इस काले कारोबार से मुक्त कराया जा सके।

निष्कर्ष 
रीवा सिटी कोतवाली थाना पुलिस द्वारा नशे के सौदागरों पर की गई यह दोहरी कार्रवाई न केवल प्रतिबंधित 465 बोतल कोरेक्स सिरप की जब्ती और चार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह रीवा में नशे के नेटवर्क को तोड़ने और माताओं और बच्चों को इस अवैध धंधे से बचाने के पुलिस के दृढ़ संकल्प को भी दर्शाती है। डीएसपी राजीव पाठक के नेतृत्व में यह 'नशा मुक्ति अभियान' जारी रहने की घोषणा, शहर में ड्रग्स मुक्त माहौल बनाने की उम्मीद जगाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: रीवा पुलिस ने कुल कितनी नशीली कफ सिरप जब्त की है?
A1: रीवा पुलिस ने दो अलग-अलग ऑपरेशनों में कुल 465 बोतल नशीली कोरेक्स कफ सिरप जब्त की है, जिसकी कीमत 1 लाख रुपये से अधिक है।

Q2: इस कार्रवाई में कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है?
A2: कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं (संध्या लोनिया और मधु साकेत), एक पुराना अपराधी चुन्नू प्रजापति उर्फ दुर्गेश, और एक नाबालिग शामिल हैं। एक आरोपी (अभिषेक लोनिया) फरार है।

Q3: पुलिस ने किस तरह के नेटवर्क का खुलासा किया है?
A3: पुलिस का मानना है कि इस नशे के नेटवर्क में गिरफ्तार आरोपियों के अलावा और भी कई लोग शामिल हैं, जिनकी पहचान की जा रही है। इस नेटवर्क में महिलाओं और नाबालिगों का इस्तेमाल किया जा रहा था।

Q4: नशीली कफ सिरप (कोरेक्स) में कौन सा प्रतिबंधित तत्व होता है?
A4: नशीली कफ सिरप जैसे कोरेक्स में मुख्य रूप से कोडीन (Codeine) नामक एक ओपिओइड तत्व होता है, जिसका दुरुपयोग नशे के रूप में किया जाता है।

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