Rewa Gang Rape Story : जंगल में मंगल मानना है तो, जल्दी पहुँचो, सब मिलकर करेंगे जमकर मौज

 
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रीवा। गूढ़ गैंग रेप के आरोपियों ने पति को काँच की बोतल के दम पर पहले तो बंधक बनाया फिर अपने साथियो को फ़ोन कर कहा की अगर जंगल में मंगल मानना है तो, जल्दी पहुँचो, सब मिलकर करेंगे जमकर मजा। जिसके बाद लगभग आधा दर्जन आरोपी मौके पर पहुँच गए और पति के सामने ही निरीह आवला नारी की एक-एक कर इज्जत के साथ खिलवाड़ किया और मौके पर रावण की तरफ अट्टहास करते रहें। मजबूर पति लाचार होकर अपनी पत्नी की आबरू लूटता देखता रहा।

सबसे बड़ी विडम्बना यह रही कि इतनी भयावह घटना हो जाने के बाद पति-पत्नी इस मामले की शिकायत दर्ज करने के लिए 24 घंटे से अधिक समय तक थाने दर थाने भटकते रहे। जब मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तक पहुंची तो पूरे विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। इसके बाद आनन -फानन में पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा और न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से 8 आरोपी को गिरफ्तार कर पांच को रिमांड में लिया जहां रिमांड समाप्त होने के बाद जेल भेज दिया।

घटना के संबंध में पुलिस के अनुसार  22 अक्टूबर को गैंगरेप का केस दर्ज करने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू की गई। अलग-अलग टीमें बनाकर गांव सहित आसपास के करीब 300 संदिग्ध और अपराधियों को राउंडअप किया। आरोपी अक्सर यहां नशा करने आते थे, इसलिए रामकिशन कोरी उर्फ रामजी समेत 5 को पकड़ा। पूछताछ में ये गुमराह करते रहे। बोले- सर हम निम्नवर्गीय परिवार से आते हैं। दिहाड़ी मजूदर हैं। लगातार गरीबी का हवाला देते रहे।

पीड़िता ने भी बताया था एक आरोपी खुद को मीडिया प्रभारी का बेटा कह रहा था। वह धमका रहा था कि कलेक्टर, एसपी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। इस वजह से पुलिस भी यह मानकर जांच में जुटी रही कि इसमें किसी शातिर अपराधी का हाथ हो सकता है, इसलिए उसने क्षेत्र के कुछ शातिर अपराधियों को भी चिह्नित किया था। बैकग्रांउड से पुलिस यह तय नहीं कर पा रही थी कि ये इतनी क्रूर घटना को अंजाम दे सकते हैं। यही कारण रहा कि पुलिस को गैंगरेप के आरोपियों तक पहुंचने में तीन दिन का समय लग गया। 24 अक्टूबर की दोपहर जांच के दौरान पुलिस के हाथ एक वीडियो लगा, जिसमें पांचों संदिग्ध नशे की हालत में घटनास्थल पर अर्द्धनग्न हालत में पार्टी करते नजर आए। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपियों ने गुनाह कबूल लिया। उन्होंने वारदात में शामिल सभी साथियों के नाम उगल दिए।

आरोपी सुशील ने ही पीड़िता को धमकाते हुए कहा था- कलेक्टर एसपी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।

आरोपी सुशील ने ही पीड़िता को धमकाते हुए कहा था- कलेक्टर एसपी मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।

आरोपियों ने पुलिस को बताया, 21 अक्टूबर की सुबह 11 बजे गुढ़ स्थित एक शराब दुकान से तीन बोतल शराब खरीदी थी। यहां से तीन बाइक पर सवार होकर हम 5 लोग भैरव बाबा मंदिर पहुंचे। मंदिर से 500 मीटर पहले जलाशय के किनारे अपने अड्‌डे पर गाड़ी रोक दी।

हमने अपने तीन साथियों को भी कॉल कर शराब पार्टी में आने को कहा। हमने उन्हें कहा कि खाना-पीना भी यहीं करेंगे, इसलिए लिट्‌टी चोखा के लिए आटा, आलू-टमाटर, मिर्च समेत अन्य सामान साथ लेकर आना। कुछ देर बाद तीनों साथी सामान लेकर आ गए। हमने पहले शराब पी। कम पड़ने पर और शराब लाने का प्लान बना। एक साथी बाइक से शराब लेने निकला तो दो और लोग पीछे बाइक पर बैठ गए। बाकी साथी लिट्‌टी चोखा बनाने में जुट गए।

हमने खाना बना लिया, लेकिन वो लोग शराब लेकर नहीं आ पाए, इसलिए हमने खाना खाना शुरू कर दिया। दीपक खाने-पीने और मस्ती करने का वीडियो बनाने लगा। हम काफी नशे में थे। तभी बाइक पर लड़का-लड़की जलाशय की ओर जाते दिखे। हमें लगा प्रेमी जोड़ा है, क्योंकि आए दिन कपल यहां आते-रहते हैं। सुनसान जगह जाते देख हमने उनका पीछा किया। तीन बाइक पर पांच लोग सवार होकर उनके पीछे-पीछे चल दिए।

कपल जलाशय के पास चट्‌टान के पीछे चला गया। हमें लगा वे चट्टान के पीछे कुछ गलत कर रहे हैं, हमारी नीयत डोल गई। हम चट्‌टान के पीछे उनके पास पहुंच गए। हमें देखकर वे डर गए और भागने की कोशिश की। हमने उन्हें घेर लिया। रामजी कोरी और सुशील कोरी ने लड़की से छेड़खानी शुरू कर दी। रावेश और रजनीश ने लड़के को पीछे से पकड़ लिया।

हमने लड़के को पीटा तो लड़की छोड़ देने की गुहार लगाने लगी। वह हमारे पैर पकड़ने लगी। हमने मारपीट करते हुए उनसे मोबाइल और बाइक की चाबी छीन ली। तीनों साथियों को कॉल किया और जल्दी से अड्‌डे पर आने को कहा।

साथियों को कॉल कर कहा कि अच्छे मुर्गे फंसे हैं। जल्दी आओगे तो फायदे में रहोगे। गरुड कोरी और रावेश ने लड़की को पकड़कर खींचा और चट्‌टान के पीछे ले गए। यहां रावेश ने दुष्कर्म किया। इसके बाद रामजी ने गलत काम किया। इसी बीच बाइक से अन्य तीनों आरोपी भी आ गए।

आरोपियों ने पहले शराब पार्टी की थी। पति-पत्नी का बाइक से पीछा कर वारदात को अंजाम दिया था।

पीड़ित इसी जलाशय के पास बैठे हुए थे। आरोपियों ने बंधक बनाया और 1 घंटे तक हैवानियत की।

पीड़ित इसी जलाशय के पास बैठे हुए थे। आरोपियों ने बंधक बनाया और 1 घंटे तक हैवानियत की।

आरोपी आपस में जीजा-साले और मौसेरे भाई जांच में सामने आया है कि पांच आरोपी गुढ़ के वार्ड - 8 में रहने वाले हैं। इनमें रामकिशन कोरी, रावेश कुमार गुप्ता, रजनीश कोरी, दीपक कोरी, राजेन्द्र कोरी एक ही मोहल्ले में रहते हैं। वहीं, तीन में से सुशील कोरी रामपुर बघेलान रामपुर, गरुड और लवकुश नईगढ़ी के रहने वाले हैं। ये सभी आपस में पड़ोसी और रिश्तेदार हैं।

आरोपी गरुड और लवकुश रामकिशन कोरी के साले हैं। वहीं, 19 साल का सुशील राम किशन का मौसेरा भाई है। सुशील का पिता यूट्यबर है, जो खुद को मीडियामैन बताता है। यही वजह थी कि वारदात के बाद वह पीड़िता को मीडिया प्रभारी का बेटा बताकर धमका रहा था। पुलिस का कहना है कि मीडिया से इसका कोई वास्ता नहीं है। वह खुद ऐसा कर लोगों पर प्रभाव जमाने की कोशिश करता है।

पुणे भागने की फिराक में थे आरोपी घटना को अंजाम देने वाले आरोपी पुलिस की नजरों से बचकर महाराष्ट्र के पुणे भागने की फिराक में थे। आरोपियों ने मिलकर प्लान बनाया था कि खुद को गरीब बताकर पुलिस को चकमा देंगे। इसके बाद सभी पुणे चलकर किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करेंगे। महीनों तक हमें वापस लौटकर नहीं आना है। मामला शांत हो जाएगा, तब देखेंगे। ऐसा कर हम जेल जाने से बच जाएंगे। पुलिस के मुताबिक आरोपी कुछ साल पहले भी पुणे में प्राइवेट नौकरी करते थे। ये सभी पुणे में किराए के कमरे में साथ ही रहते थे। यहीं से इनके बीच गहरी दोस्ती हो गई थी।

शनिवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 5 को पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

शनिवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 5 को पुलिस रिमांड पर भेज दिया।

पहले भी प्रेमी जोड़े से अभद्रता कर चुके थे आरोपियों ने बताया कि वे छोटा-मोटा काम करते हैं। जब भी हमें समय मिलता, सुनसान स्थान होने से यहां आकर शराब पार्टी किया करते थे। हम इसे अड्‌डा कहा करते थे। यहां प्रेमी जोड़े आते रहते थे। हमारी नजर उन पर रहती थी। पहले भी हम कई बार कपल से अभद्रता कर चुके थे। कभी फंसने जैसी स्थिति नहीं बनी। हम लड़कियों पर कमेंट करते तो वो डर कर भाग जाया करते थे। यह अंदाजा नहीं था कि इस बार हम फंस जाएंगे। हमें लगा था कि कपल डरकर किसी को कुछ नहीं कहेगा।

एक किमी के दायरे में मंदिर का पुजारी और चौकीदार रहता है आरोपियों ने बताया कि इस क्षेत्र में उनका काफी आना-जाना था। मंदिर के आसपास इंडस्ट्रियल एरिया है, जहां कई राइस मिल हैं। इसलिए यह एरिया सूना ही रहता है। मंदिर में पुजारी और पार्किंग में चौकीदार हर समय मौजूद रहता है। सबसे पास कोल बस्ती है, जो करीब एक किमी दूर है। पर्यटक यहां आना-जाना करते हैं, लेकिन जल्दी ही यहां से निकल जाते हैं। बहुत कम लोग मंदिर से 500 मीटर दूर जलाशय की ओर आते हैं। यही कारण था कि हमने इसे शराब पार्टी के लिए चुना था।

परिवार बोला- फांसी से कम सजा मंजूर नहीं

पीड़ित परिवार पूरी घटना को लेकर अभी तक सदमे में है। पीड़िता अब तक उस मंजर को भूल नहीं पा रही है। पीड़िता का कहना है कि मैं इस मंजर को जीवन भर नहीं भूल पाऊंगी। पुलिस और प्रशासन सांत्वना दे रहा है। किसी के साथ अगर ऐसी घटना हो जाए तो उसे कैसे भूल पाएगा। मैं और मेरे पति दोनों डरे हुए हैं। हमें डर है कि दोबारा कोई ऐसी घटना हमारे साथ न हो जाए।

पीड़िता के पति का कहना है कि एक पति के लिए इससे बड़ा दर्द क्या हो सकता है कि उसकी आंखों के सामने उसकी पत्नी से गैंगरेप किया जाए। मैं अब क्या करूं, इस घटना के बाद मुझे समझ नहीं आ रहा है। मैं खुद को कोस रहा हूं कि पत्नी को उस दिन घूमाने लेकर क्यों गया। हम चाहते हैं कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा हो। आरोपियों को फांसी पर भी चढ़ा दिया जाएगा तो सजा कम है, क्योंकि हमारे साथ जो कुछ किया, उसकी भरपाई संभव नहीं है।

पीड़िता के ससुर का कहना है कि हमें हर हाल में न्याय चाहिए। अगर आरोपियों को फांसी से कम सजा होती है तो हम उसे न्याय नहीं मानेंगे। इन लोगों ने हमारे हंसते-खेलते जीवन को बर्बाद कर दिया। अब घर से निकलने में भी डर लगता है। सोचता हूं कि लोग क्या कहेंगे, बहू और बेटे की पूरी जिंदगी बची हुई है। वे इस दर्द को कैसे भूल पाएंगे। रह-रह कर उन्हें यह बात याद आएगी। जीवन में इस घटना के सदमे से निकल पाएंगे भी की नहीं।

गैंगरेप के बाद भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं: ग्रामीण ग्रामीण शिवदयाल कोल ने बताया कि जिस टूरिस्ट प्लेस पर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया है। हैरानी की बात है कि वहां पर अब तक सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। अभी तक वहां पर एक भी गार्ड की तैनाती नहीं की गई है। न ही मंदिर की सुरक्षा के लिहाज से पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

भैरव बाबा का मंदिर सैकड़ों वर्षों पुराना है। जहां से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। अच्छी बात है कि इस जगह को टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित किया गया है। भव्य मंदिर का निर्माण भी किया गया है, लेकिन जिस टूरिस्ट प्लेस में सुरक्षा की ही कोई गारंटी न हो, ऐसे इसका भला क्या मतलब है। पिछले वर्षों में कभी यहां पर सुरक्षा की व्यवस्था चाक चौबंद नहीं की गई। सुरक्षा के नाम पर मात्र एक चौकीदार रहता है, जो कभी भी इधर-उधर चला जाता है, इसलिए यहां आने वाले टूरिस्ट और स्थानीय लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा।

एसपी बोले- पांच आरोपियों की मुख्य भूमिका एसपी विवेक सिंह ने बताया कि मामले में शुक्रवार रात में सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से एक आरोपी रजनीश छत्तीसगढ़ भाग गया था। छत्तीसगढ़ पुलिस की मदद से उसे पकड़ा गया। इनमें पांच आरोपियों की मुख्य भूमिका है। तीन ने इस क्रूर वारदात में साथ दिया है। सभी को शनिवार शाम को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 5 का एक दिन का पुलिस रिमांड मिला है। वहीं, तीन को जेल भेज दिया गया। आरोपियों ने पूछताछ की जा रही है।

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