शहर बना 'जंग का मैदान': महिला के विवाद में रीवा की सड़कों पर चली गोलियां, 'सीसीटीवी' फुटेज ने खोली अपराधियों की पोल!

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिसका ताजा उदाहरण एक बार फिर शहर में हुई गैंगवॉर की घटना है। एक हफ्ते के भीतर यह दूसरी बार हुआ है, जब शहर के रिहायशी इलाके में खुलेआम फायरिंग की गई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। पुलिस के मुताबिक, इस हिंसक झड़प की वजह एक महिला से जुड़ा विवाद था, जिसने दो गुटों के बीच पुरानी रंजिश को गैंगवॉर में बदल दिया। शहर के नागरिकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या रीवा में अब अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रहा?
पूरा मामला: महिला के विवाद को लेकर कैसे शुरू हुआ यह गैंगवॉर?
यह घटना गुरुवार रात की है, जिसका सीसीटीवी फुटेज शनिवार शाम को सामने आया। जानकारी के मुताबिक, यह मामला समान थाना क्षेत्र के इंद्रा नगर में हुए गोलीकांड के बाद सामने आया, जो अभी शांत भी नहीं हुआ था। बिछिया थाना प्रभारी मनीषा उपाध्याय ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि चुरहट के मूल निवासी अतुल सिंह, जो वर्तमान में बदराव में रहते हैं, उनके घर के बाहर आरोपी रिपु दमन पांडेय और दिवाकर सिंह ने फायरिंग की। यह पूरा विवाद एक महिला से संबंधित था, जिसके कारण इन दोनों गुटों के बीच दुश्मनी थी। आरोपियों ने सिर्फ फायरिंग ही नहीं की, बल्कि अतुल सिंह की कार पर पत्थर से तोड़फोड़ भी की।
पुलिस की कार्रवाई: सीसीटीवी फुटेज ने सुलझाया मामला
घटना के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया, जिससे उन्हें आरोपियों की पहचान करने में मदद मिली। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी अतुल सिंह के घर के बाहर फायरिंग कर रहे हैं और उसकी कार पर पत्थर मार रहे हैं। फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह दर्शाता है कि आधुनिक तकनीक अपराध को सुलझाने में कितनी महत्वपूर्ण है। पुलिस ने न सिर्फ आरोपियों को पकड़ा, बल्कि घटना में इस्तेमाल किया गया हथियार और गोलियां भी बरामद की हैं।
अवैध हथियारों और नशे की तस्करी का बढ़ता खतरा
रीवा में बढ़ रहे अपराधों का एक मुख्य कारण अवैध हथियारों और नशे की तस्करी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, शहर में अवैध हथियारों की तस्करी धड़ल्ले से हो रही है। यही कारण है कि आए दिन गोलीबारी और हिंसक झड़पों की घटनाएं सामने आ रही हैं। अवैध हथियार आसानी से उपलब्ध होने के कारण छोटी-मोटी बहस भी गैंगवॉर में बदल जाती है। पुलिस अभी तक अवैध हथियारों की तस्करी पर पूरी तरह से रोक नहीं लगा पाई है, जो शहर की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है।
बिछिया थाना पुलिस की मुस्तैदी और गिरफ्तारी
बिछिया थाना प्रभारी मनीषा उपाध्याय और उनकी टीम ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। सीसीटीवी फुटेज मिलने के तुरंत बाद उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी। दोनों आरोपी, रिपु दमन पांडेय और दिवाकर सिंह, को पकड़ लिया गया। पुलिस ने इन दोनों से पूछताछ कर घटना के बारे में और जानकारी जुटाई है। उनकी इस मुस्तैदी ने शहर में बढ़ रहे गैंगवॉर के खिलाफ एक सकारात्मक संदेश दिया है।
क्या है रीवा में कानून व्यवस्था की स्थिति?
एक हफ्ते में दो गैंगवॉर की घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि रीवा में कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है। अवैध हथियारों की बढ़ती तस्करी, नशे का कारोबार और आपसी रंजिश के मामले अब हिंसक रूप ले रहे हैं। पुलिस को इन मामलों को गंभीरता से लेना होगा और केवल गिरफ्तारी तक सीमित न रहकर इन अपराधों की जड़ तक पहुंचना होगा।