REWA : जेल से छूटे बंदी के शिकायत पर मानव आयोग ने लिया एक्शन : अवैध वसूली एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाले डिप्टी जेलर हटाए गए

 
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रीवा। जांच में शिकायत सही मिलने पर केन्द्रीय जेल रीवा में पदस्थ डिप्टी जेलर को शासन ने हटा दिया है। बंदी ने उनके खिलाफ प्रताडि़त करने की शिकायत की थी जिसके बाद जांच में शिकायत सही मिली। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिये गये है।

मानवाधिकार आयोग में की थी शिकायत
केन्द्रीय जेल रीवा में बंदी कमल सिंह बघेल बंद था जिसको जेल में पदस्थ डिप्टी जेलर प्रशांत चौहान द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा था। बंदी के साथ जेल के अंदर मारपीट भी की गई थी। दिसम्बर माह में उक्त बंदी जब जेल से छूटा तो उसने डिप्टी जेलर की शिकायत उसने मानवाधिकार आयोग से की। मानवाधिकार आयोग ने शिकायत जांच के लिए डीजी जेल के पास भेजा। डीजी जेल के आदेश पर जबलपुर जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने इस पूरे मामले की जांच की। जांच में शिकायत सही पाई गई। बंदी को डिप्टी जेलर द्वारा जेल में प्रताडि़त किया गया था।

जेल अधीक्षक ने सौंपा प्रतिवेदन
जेल अधीक्षक द्वारा जांच प्रतिवेदन शासन को देने पर तत्काल डिप्टी जेलर को रीवा से हटाकर सिवनी जेल में पदस्थ कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी जारी कर दिये गये है। वे रीवा में अटैचमेंट पर पदस्थ थे जिसकी वजह से उनको वापस भेज दिया गया।

अवैध वसूली के लिए किया जा रहा था प्रताडि़त
पीडि़त बंदी ने डिप्टी जेलर पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया था। वे बंदी पर रुपए देने का दबाव डाल रहे थे और रुपए न देने पर जेल के अंदर ही उसको प्रताडि़त किया जा रहा था जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया था। जेल में बंदियों से अवैध वसूली की शिकायतें इससे पूर्व भी सामने आ चुकी है। अब उक्त कार्रवाई के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुअ है।

दिसम्बर माह में हुई थी शिकायत
दिसम्बर माह में बंदी जेल से छूटा था जिसने डिप्टी जेलर के खिलाफ शिकायत की थी। डीजी जेल के आदेश पर जबलपुर जेल अधीक्षक ने शिकायत की जांच की और जांच में शिकायत सही पाई गई है जिस पर उनको यहां से हटाया गया है।

एसके उपाध्याय, जेल अधीक्षक

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