"12 नवंबर की वो 'खौफनाक रात': रीवा में विवाहिता की संदिग्ध मौत, मां ने खोले ससुराल के गहरे राज!"

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa) जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। यह मामला न केवल एक महिला की जान जाने का है, बल्कि समाज में छिपे दहेज और घरेलू हिंसा (Domestic Violence) के कुरूप चेहरे को भी उजागर करता है। समान थाना क्षेत्र की रहने वाली अनामिका त्रिपाठी ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद 10 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।

रीवा में विवाहिता की मौत: क्या है पूरा मामला? 
घटना 12 नवंबर की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, समान थाना क्षेत्र के शारदा पुरम (Sharda Puram) इलाके में रहने वाली अनामिका त्रिपाठी संदिग्ध हालत में अपने घर में फांसी के फंदे पर लटकी पाई गईं। गंभीर हालत में उन्हें रीवा के संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय (SGMH) में भर्ती कराया गया।

अनामिका पिछले 10 दिनों से आईसीयू (ICU) में वेंटिलेटर पर थीं। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और शनिवार को उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतका के परिवार ने ससुराल पक्ष पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, जिससे यह मामला अब पुलिस की जांच के घेरे में आ गया है।

मायके वालों का आरोप: दहेज और अवैध संबंधों का शक 
इस दुखद घटना के बाद मृतका की माँ, पंचवती मिश्रा और भाई ने ससुराल पक्ष पर संगीन आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, यह आत्महत्या नहीं बल्कि सुनियोजित प्रताड़ना का परिणाम है।

  • सूचना छिपाने का आरोप: अनामिका की माँ ने बताया कि घटना 12 नवंबर की है, लेकिन उन्हें दो दिनों तक इसकी कोई खबर नहीं दी गई। जब बेटी से संपर्क नहीं हो पाया, तो वे खुद ससुराल पहुंचीं। वहां जाने पर दामाद रवि त्रिपाठी ने बताया कि अनामिका ने सुसाइड की कोशिश की है और वह अस्पताल में भर्ती है।
  • दहेज के लिए प्रताड़ना: परिजनों का कहना है कि शादी के 5 साल बीत जाने के बाद भी अनामिका को दहेज (Dowry) के लिए ताने दिए जाते थे और मानसिक रूप से परेशान किया जाता था।
  • अवैध संबंध का शक: अनामिका के भाई ने आरोप लगाया है कि पति रवि त्रिपाठी के किसी अन्य महिला के साथ संबंध थे। इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते थे और रवि अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था।

अस्पताल में 10 दिन: जीवन और मौत के बीच संघर्ष 
संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में अनामिका 24 घंटे निगरानी में थीं। मायके वालों का आरोप है कि जब वे अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उनकी बेटी 24 घंटे से भर्ती है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद ससुराल वालों ने मायके पक्ष को तुरंत सूचित क्यों नहीं किया? परिजनों ने बताया कि इन 10 दिनों में वे लगातार ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन अनामिका को नहीं बचाया जा सका। मौत की खबर मिलते ही अस्पताल में कोहराम मच गया।

पति रवि त्रिपाठी और ससुराल पक्ष का बयान 
जहां एक तरफ मायके पक्ष ने आरोपों की झड़ी लगा दी है, वहीं दूसरी तरफ अनामिका के पति रवि त्रिपाठी और उनके परिवार ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है।

  • ससुराल पक्ष का कहना है कि उन्होंने कभी भी अनामिका को दहेज के लिए परेशान नहीं किया।
  • पति के अनुसार, अनामिका ने यह कदम खुद उठाया है और इसके पीछे कोई पारिवारिक कलह नहीं थी।
  • हालांकि, मायके वालों का दावा है कि मौत की खबर के बाद से ही पति रवि का कोई पता नहीं है और वह संदिग्ध रूप से गायब है।

पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई 
घटना की सूचना मिलते ही रीवा पुलिस (Rewa Police) मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारी इस मामले को कई एंगल्स से देख रहे हैं:

क्या यह आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment to Suicide) का मामला है?
क्या दहेज हत्या (Dowry Death - Section 304B) का मामला बनता है?

सूचना देने में देरी क्यों की गई?
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और दोनों पक्षों के बयानों की विस्तृत जांच के बाद ही उचित धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा। फिलहाल, पति की तलाश और पूछताछ जारी है।

घरेलू हिंसा और कानून: क्या कहते हैं नियम?
भारत में विवाहित महिलाओं की संदिग्ध मौत के मामले में कानून बहुत सख्त है। यदि शादी के 7 साल के भीतर किसी महिला की अप्राकृतिक मौत होती है और उस पर दहेज प्रताड़ना के आरोप होते हैं, तो भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304B के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।

नोट: यह घटना हमें याद दिलाती है कि घरेलू हिंसा के संकेतों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि आप या आपके आसपास कोई महिला प्रताड़ना का शिकार है, तो तुरंत पुलिस या महिला हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।

निष्कर्ष 
अनामिका त्रिपाठी की मौत ने एक बार फिर समाज को झकझोर कर रख दिया है। एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। अब देखना यह है कि रीवा पुलिस की जांच में क्या सच्चाई सामने आती है। क्या अनामिका को न्याय मिल पाएगा? यह मामला न केवल कानूनी लड़ाई है, बल्कि उस सामाजिक मानसिकता के खिलाफ भी लड़ाई है जो दहेज और उत्पीड़न को बढ़ावा देती है। हम उम्मीद करते हैं कि निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।

FAQ (Frequently Asked Questions)
Q1: रीवा में अनामिका त्रिपाठी की मौत कैसे हुई? A: अनामिका त्रिपाठी ने कथित तौर पर 12 नवंबर को फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। 10 दिन तक संजय गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
Q2: क्या अनामिका के पति रवि त्रिपाठी गिरफ्तार हुए हैं? A: अभी तक की जानकारी के अनुसार, पुलिस मामले की जांच कर रही है। मायके वालों का आरोप है कि घटना के बाद से पति का पता नहीं चल रहा है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
Q3: भारत में दहेज हत्या (Dowry Death) के लिए क्या सजा है? A: आईपीसी की धारा 304B के अनुसार, यदि शादी के 7 साल के भीतर दहेज के कारण महिला की मौत होती है, तो दोषियों को कम से कम 7 साल और अधिकतम आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
Q4: घरेलू हिंसा की शिकायत कहाँ करें? A: आप महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 या 181 पर कॉल कर सकते हैं, या अपने नजदीकी पुलिस थाने में संपर्क कर सकते हैं।

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