रीवा में नशे का ड्रामा: DEO की गाड़ी पर हमले से पहले दम तोड़ा, ड्राइवर ने घसीट कर किया किनारे

मध्य प्रदेश के रीवा शहर में मेडिकल नशे का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना में, डीआईजी कार्यालय से महज 150 मीटर की दूरी पर एक 30 साल के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक की लाश उद्यानिकी कार्यालय के सामने और जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कार्यालय की पार्किंग में मिली, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि युवक ने संभवतः मेडिकल नशे का ओवरडोज ले लिया था, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। यह घटना एक बार फिर शहर में खुलेआम हो रही नशाखोरी की ओर इशारा करती है।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान: नशे में था युवक, हाथ-पैर रहे थे कांप
घटना के चश्मदीदों ने बताया कि युवक मौत से पहले काफी नशे में था। उसके हाथ-पैर बुरी तरह कांप रहे थे और वह लड़खड़ाते हुए चल रहा था। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, युवक डीईओ की गाड़ी पर गमले से हमला करने की कोशिश कर रहा था, जिसे ड्राइवर ने उसे दूर धकेल दिया था। इसके कुछ देर बाद युवक वहीं गिर पड़ा और उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई: पहचान और जांच जारी
इस घटना की सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा तैयार किया और लाश को बरामद किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, घटना स्थल की वीडियोग्राफी भी की गई और जरूरी सबूत इकट्ठे किए गए।
सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक युवक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि युवक कौन था और कहां का रहने वाला था। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि उसकी मौत का असली कारण क्या था।
क्या बढ़ रहा है रीवा में मेडिकल नशे का चलन?
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं है, बल्कि रीवा शहर में तेजी से बढ़ रहे मेडिकल नशे के चलन का एक दुखद उदाहरण है। कफ सिरप और अन्य प्रतिबंधित दवाइयों का अवैध कारोबार युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इस तरह की घटनाएं समाज में एक गंभीर चेतावनी की तरह हैं, जिन पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।