REWA : मारपीट में गंभीर रूप से घायल अधेड़ नागपुर रेफर, रायपुर कचुर्लियान पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप, ब्राह्मण समाज ने एसपी को सौंपा ज्ञापन

 
XFHGH

REWA NEWS : रीवा जिले में ब्राह्मण समाज ने एसपी विवेक सिंह को ज्ञापन सौंपा है। संगठन के पदाधिकारी रायपुर कचुर्लियान थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह यादव की मनमानी के खिलाफ ज्ञापन देने आए थे। कहा कि पहले सरेराह सिंचाई विभाग के श्रमिक का रास्ता रोककर दलितों ने पीट पीटकर अधमरा कर दिया। ऊपर से रायपुर कचुर्लियान पुलिस ने फर्जी एससी-एसटी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर लिया है।

इधर नाजुक हालत में पहले श्रमिक को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रायपुर कचुर्लियान, फिर संजय गांधी अस्पताल रीवा में इलाज कराया गया। जब सिर के गहरे जख्म नहीं भरे तो नागपुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिंदगी के लिए

संघर्ष कर रहे श्रमिक के समर्थन में ब्राह्मण समाज के संगठन द्वारा पुलिसिया कार्रवाई की निंदा की गई है। साथ ही ज्ञापन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है।

संगठन के आशीष तिवारी ने बताया कि खैरा निवासी 54 वर्षीय अमरनाथ शर्मा रीवा स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय में नौकरी करते हैं। वह रोजाना की तरह दो तीन दिन पूर्व ड्यूटी समाप्त कर बाइक से गृह ग्राम खैरा जा रहे थे। गांव से पहले रास्ते में रात 9 बजे गोरगांव 164 हरिजन बस्ती रौरा सब स्टेशन के पास पहुंचे। तभी रोड पर एक आटो खड़ी थी। जिसमें कुछ लोग शराब खोरी कर रहे थे।

सकरे रास्ते के कारण बाइक नहीं निकल रही थी। तब श्रमिक ने आटो को रोड से हटाने की बात कही। ऐसे में शराबी भड़क गए। दीपक साकेत सहित अन्य लोग लाठी डंडे व धारदार हथियार लेकर आटो से उतरे। सभी ने श्रमिक के साथ गाली गलौज की। विरोध करने पर मारपीट की। शोर शराबा सुन पास से गुजर रहे राहुल तिवारी और प्रदीप यादव ने दौड़कर जान बचाई।

सिर में लगे 20 टांके
पीड़ित के सिर में गंभीर चोंट आई है। जिससे 20 टांके लगे है। वहीं सिर के बाएं तरफ, दाहिने गाल, बाएं हाथ की बीच वाली उंगली में काफी चोट आईं। प्राथमिक उपचार रायपुर कचुर्लियान, रीवा संजय गांधी अस्पताल और अब नागपुर में चल रहा है। इधर पुलिस ने जल्दबाजी दिखाते हुए पीड़ित को ही एससी-एसटी एक्ट का आरोपी बना दिया। जबकि बुरी तरह से जख्मी के मामले में खानापूर्ति कर 323 आदि धारा का काउंटर केस दर्ज किया है।

उग्र आंदोलन की चेतावनी
ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने कहा है कि यदि तीन दिन के भीतर पुलिस विधि अनुसार कार्रवाई नहीं करती है तो उग्र आंदोलन होगा। हमारी मांग है कि सही विवेचना कर एससी-एसटी एक्ट हटाया जाए। आरोपियों के खिलाफ 307 का प्रकरण दर्ज किया। थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए। नहीं आने वाले दिनों में रायपुर कचुर्लियान में चक्काजाम किया जाएगा।

Related Topics

Latest News