रीवा में 'फर्जी नियुक्ति' के बाद DEO की कुर्सी बदली: रामराज मिश्रा ने संभाला पद, पहली ही फाइल से दिया 'शिक्षकों को सम्मान' का संदेश!

 
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फर्जी अनुकंपा नियुक्ति मामले में पूर्व DEO के निलंबन के बाद रामराज प्रसाद मिश्रा ने पदभार ग्रहण किया, राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान की फाइल को दी प्राथमिकता। 

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मंगलवार को रीवा के शिक्षा जगत में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला, जब रामराज प्रसाद मिश्रा ने नए जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के रूप में पदभार ग्रहण किया। उनके पदभार संभालते ही, प्रभारी डीईओ विनय मिश्रा को डीपीसी के लिए मुक्त कर दिया गया, जिससे शिक्षा विभाग में एक नई ऊर्जा और कार्यप्रणाली की उम्मीद जगी है। नए डीईओ रामराज प्रसाद मिश्रा का पहला दिन बधाई और परिचय में बीता, लेकिन उन्होंने अपने पहले ही दिन शिक्षकों के सम्मान से जुड़ी एक महत्वपूर्ण फाइल पर हस्ताक्षर कर उसे तुरंत कलेक्ट्रेट भेजकर अपनी प्राथमिकता और कार्यकुशलता का परिचय दिया। रीवा के नए डीईओ कौन हैं और उन्होंने क्या किया? यह सवाल अब शहर में चर्चा का विषय बन गया है।

2. क्यों हुई इस पद पर नई नियुक्ति? फर्जी अनुकंपा नियुक्ति मामले की पृष्ठभूमि

फर्जी अनुकंपा नियुक्ति मामला क्या था और क्यों हुआ? यह जानना महत्वपूर्ण है कि DEO के पद पर यह बदलाव क्यों आया। दरअसल, पूर्व डीईओ सुदामा लाल गुप्ता को एक फर्जी अनुकंपा नियुक्ति मामले में कमिश्नर द्वारा निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद यह महत्वपूर्ण पद रिक्त हो गया था। इस खाली कुर्सी को भरने के लिए प्रभारी कलेक्टर ने डीपीसी विनय मिश्रा को यह जिम्मेदारी सौंप दी थी।

हालांकि, विनय मिश्रा को डीपीसी क्यों बनाया गया था? इस पर सवाल उठे क्योंकि वे रीवा में पदस्थ कई वरिष्ठ शिक्षकों और प्राचार्यों से जूनियर थे। उनकी इस नियुक्ति ने विवाद खड़ा कर दिया।

2.1. विधानसभा में गूंजा मुद्दा: वरिष्ठता का सम्मान

विधानसभा में यह मुद्दा कैसे उठा और किसने उठाया? यह मामला यहीं नहीं थमा। मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया और पूरे प्रदेश में ऐसे जिलों की जानकारी मांगी जहां जूनियर अधिकारियों को वरिष्ठता का उल्लंघन करते हुए प्रभारी डीईओ बनाया गया था। इसके परिणामस्वरूप, आयुक्त लोक शिक्षण ने इस मामले पर संज्ञान लिया और वरिष्ठता के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी की कुर्सी पर योग्य प्राचार्यों को बैठाना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में, शाउमावि बैकुंठपुर के प्राचार्य रामराज प्रसाद मिश्रा को रीवा का नया जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त करने का आदेश एक दिन पहले ही जारी हुआ था। रीवा में शिक्षा विभाग में बदलाव क्यों हो रहे हैं? इसका मुख्य कारण पारदर्शिता और नियमानुसार नियुक्तियों को सुनिश्चित करना है।

3. नए डीईओ रामराज प्रसाद मिश्रा का पहला दिन: बधाई और महत्वपूर्ण निर्णय

नए डीईओ का पहला दिन कैसा रहा? मंगलवार को दोपहर में रामराज प्रसाद मिश्रा ने कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और तुरंत काम-काज शुरू कर दिया। उन्होंने सबसे पहले अपनी जॉइनिंग की जानकारी कलेक्टर, एडीएम और कमिश्नर सहित सभी संबंधित अधिकारियों को दी। जैसे ही शिक्षकों और प्राचार्यों को नए डीईओ के पदभार ग्रहण करने की जानकारी मिली, उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया, जो शाम तक जारी रहा। इस दौरान सहायक संचालक राजेश मिश्रा, पीके स्कूल प्राचार्य वरुणेन्द्र प्रताप सिंह, एसके स्कूल प्राचार्य मिथलेश सिंह गहरवार, बीईओ मऊगंज, बीईओ रायपुर कर्चुलियान सहित डीईओ स्टाफ ने भी उन्हें बधाई दी।

3.1. पहली फाइल: राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान की महत्वपूर्ण अनुशंसा

रामराज प्रसाद मिश्रा ने पहली फाइल कौन सी साइन की? अपने पहले दिन की व्यस्तता के बावजूद, नए जिला शिक्षा अधिकारी रामराज प्रसाद मिश्रा ने कई फाइलों में हस्ताक्षर किए। लेकिन जिस फाइल को उन्होंने सबसे पहले निपटाने के बाद तत्काल कलेक्ट्रेट भेजा, वह बेहद महत्वपूर्ण थी। यह फाइल शिक्षकों के सम्मान से जुड़ी थी; विशेष रूप से राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए रीवा से किनके नाम प्रस्तावित करना है, उसकी जानकारी इस फाइल के माध्यम से कलेक्ट्रेट भेजी गई है। राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए नाम कैसे प्रस्तावित होते हैं? यह एक पारदर्शी प्रक्रिया होती है जिसमें योग्य शिक्षकों के नामों की सिफारिश की जाती है। यह कदम दिखाता है कि नए डीईओ ने पदभार संभालते ही शिक्षकों के सम्मान और महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्यों को अपनी प्राथमिकता में रखा है।

4. आगे की राह: क्या उम्मीदें हैं शिक्षा विभाग से?

रीवा में नए डीईओ की नियुक्ति से शिक्षा विभाग में नए सिरे से कार्य करने की उम्मीदें जगी हैं। उम्मीद है कि रामराज प्रसाद मिश्रा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, प्रशासनिक पारदर्शिता लाने और शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे। शिक्षा विभाग में वरिष्ठता का क्या नियम है? इस नियुक्ति से यह संदेश भी गया है कि भविष्य में वरिष्ठता और योग्यता को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

  1. रीवा के नए जिला शिक्षा अधिकारी कौन हैं?

    • रीवा के नए जिला शिक्षा अधिकारी रामराज प्रसाद मिश्रा हैं, जो पहले शाउमावि बैकुंठपुर के प्राचार्य थे।

  2. पूर्व डीईओ सुदामा लाल गुप्ता को क्यों निलंबित किया गया था?

    • उन्हें एक फर्जी अनुकंपा नियुक्ति मामले में कमिश्नर द्वारा निलंबित किया गया था।

  3. नए डीईओ ने पदभार संभालने के बाद पहली कौन सी फाइल पर हस्ताक्षर किए?

    • उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए रीवा से प्रस्तावित नामों से संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर किए और उसे कलेक्ट्रेट भेजा।

  4. क्योंटी विधायक प्रदीप पटेल का इस नियुक्ति में क्या योगदान रहा?

    • उन्होंने विधानसभा में जूनियर अधिकारियों को प्रभार देने का मुद्दा उठाया था, जिसके बाद वरिष्ठता के आधार पर नियुक्तियां शुरू हुईं, जिसमें रामराज प्रसाद मिश्रा की नियुक्ति भी शामिल है।

  5. नए डीईओ रामराज प्रसाद मिश्रा का पहला दिन कैसा रहा?

    • उनका पहला दिन अधिकारियों से मेल-जोल, बधाई स्वीकार करने और महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्यों को प्राथमिकता देने में बीता।

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