"विंध्यवासियों को बड़ी सौगात! कमिश्नर बंगले से ढेकहा तक बनेगा "प्रयागराज जैसा केबल ब्रिज और 2.3 KM लंबा विशाल फ्लाईओवर, रीवा की सूरत बदलने आ रहा है 165 करोड़ का ये मेगा प्रोजेक्ट!
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा शहर के बुनियादी ढांचे को एक नया आयाम देने के लिए मध्य प्रदेश शासन ने एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार की है। यह प्रोजेक्ट न केवल शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारेगा, बल्कि रीवा को एक आधुनिक महानगर जैसी पहचान भी दिलाएगा।
कमिश्नर बंगले से ढेकहा तक बनेगा 2300 मीटर का फ्लाईओवर
रीवा शहर के मुख्य हिस्से में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए कमिश्नर बंगले से लेकर ढेकहा तिराहे के 200 मीटर आगे तक एक विशाल फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है। इस फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2300 मीटर (2.3 किलोमीटर) होगी। वर्तमान में रेलवे बस स्टैंड और कॉलेज तिराहे के पास वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है, जिससे घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है। इस फ्लाईओवर के बनने से वाहन सीधे निकल सकेंगे और शहर के आंतरिक रास्तों पर बोझ कम होगा।
165 करोड़ की लागत और तकनीकी संरचना: फ्लाईओवर निर्माण कैसे होगा?
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 165 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।
चौड़ाई: फ्लाईओवर की कुल चौड़ाई 14.90 मीटर होगी, जिसमें 12 मीटर का मुख्य कैरिज वे (वाहनों के लिए रास्ता) होगा।
मटेरियल: यह पूरी संरचना कंक्रीट की होगी, जिसे आधुनिक इंजीनियरिंग मानकों के अनुसार बनाया जाएगा।
सुरक्षा और सौंदर्य: इसके दोनों ओर क्रैश बैरियर लगाए जाएंगे ताकि दुर्घटनाओं की संभावना कम हो। साथ ही, रात के समय रोशनी के लिए अत्याधुनिक स्ट्रीट लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी।
केंद्रीय सड़क निधि (CRF) और राज्य सरकार का सहयोग
इस प्रोजेक्ट का बड़ा हिस्सा केंद्रीय सड़क निधि (Central Road Fund) से फाइनेंस किया जाएगा। हालांकि, राज्य सरकार भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
- राज्य शासन 8 करोड़ रुपए का योगदान देगा।
- यह राशि मुख्य रूप से यूटिलिटी शिफ्टिंग (बिजली के खंभे, पाइपलाइन हटाना) और लाइटिंग के कार्यों पर खर्च की जाएगी। प्रोजेक्ट की डीपीआर (DPR) तैयार कर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए शासन को भेज दी गई है।
बीहर नदी पर बनेगा प्रयागराज जैसा केबल ब्रिज: रीवा का नया आकर्षण
इस प्रोजेक्ट का सबसे रोमांचक हिस्सा बीहर नदी पर बनने वाला केबल ब्रिज है। प्रयागराज (इलाहाबाद) में यमुना नदी पर बने प्रसिद्ध केबल ब्रिज की तर्ज पर रीवा में भी 200 मीटर लंबा केबल ब्रिज बनाया जाएगा।
लागत: इस ब्रिज की अनुमानित लागत 47.5 करोड़ रुपए है।
डिजाइन: यह 6 मीटर चौड़ा होगा और केबल्स के सहारे टिका होगा। यह न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि शहर के पर्यटन और सुंदरता में भी चार चांद लगाएगा।
निर्माण की समय सीमा: ढाई साल में बदलेगी तस्वीर
अधिकारियों के अनुसार, एक बार प्रशासनिक स्वीकृति मिलने और टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद, इस निर्माण कार्य को पूरा करने में लगभग ढाई साल (30 महीने) का समय लगेगा। इस फ्लाईओवर के पूर्ण होने के बाद रीवा में फ्लाईओवरों की संख्या बढ़कर तीन हो जाएगी, जो शहर की प्रगति का सूचक है।
जमीन अधिग्रहण की समस्या नहीं: सरकारी जमीन से हटेगा अतिक्रमण
अक्सर बड़े प्रोजेक्ट्स में निजी जमीन के अधिग्रहण को लेकर विवाद होते हैं, लेकिन इस प्रोजेक्ट में राहत की बात यह है कि किसी की निजी जमीन नहीं जाएगी।
- सर्वे के अनुसार, फ्लाईओवर के रास्ते में आने वाली अधिकतर जमीन सरकारी है।
- हालांकि, सरकारी जमीन पर किए गए अस्थायी अतिक्रमण को प्रशासन द्वारा हटाया जाएगा। सर्वे टीम ने पहले ही उन स्थानों को चिन्हित कर लिया है जहाँ से कब्जे हटाए जाने हैं।
रीवा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा यह प्रोजेक्ट
रीवा तेजी से एक एजुकेशन और कमर्शियल हब के रूप में उभर रहा है। ऐसे में पुराने ढर्रे की सड़कें अब पर्याप्त नहीं हैं। नया फ्लाईओवर और केबल ब्रिज न केवल समय बचाएंगे, बल्कि ईंधन की खपत कम करने और प्रदूषण घटाने में भी मददगार होंगे। यह प्रोजेक्ट रीवा को 'विंध्य की राजधानी' के रूप में अपनी खोई हुई गरिमा और आधुनिक स्वरूप को पुनः प्राप्त करने में मदद करेगा।
FAQ - अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: रीवा के नए फ्लाईओवर की कुल लंबाई कितनी है? उत्तर: नए फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2300 मीटर यानी 2.3 किलोमीटर है।
प्रश्न 2: यह फ्लाईओवर कहाँ से कहाँ तक बनेगा? उत्तर: यह फ्लाईओवर कमिश्नर बंगले से शुरू होकर ढेकहा तिराहे से 200 मीटर आगे तक जाएगा।
प्रश्न 3: क्या इस प्रोजेक्ट के लिए निजी जमीन ली जाएगी? उत्तर: नहीं, इस प्रोजेक्ट में किसी भी निजी जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। केवल सरकारी जमीन पर मौजूद अतिक्रमण हटाया जाएगा।
प्रश्न 4: बीहर नदी पर बनने वाले केबल ब्रिज की खासियत क्या है? उत्तर: यह केबल ब्रिज प्रयागराज के यमुना ब्रिज जैसा दिखेगा। इसकी लंबाई 200 मीटर और लागत लगभग 47.5 करोड़ रुपए होगी।
प्रश्न 5: इस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा होने में कितना समय लगेगा? उत्तर: निर्माण कार्य शुरू होने के बाद इसे पूरा करने का लक्ष्य ढाई साल रखा गया है।