Rewa News : गलत इंजेक्शन देने से गई 5 महिलाओं की याददाश्त, परिजन बोले- प्रेग्नेंट महिलाओं को एक्सपायरी दवाई दी गई या फिर ओवर डोज : पढ़िए

 
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डिलीवरी के बाद से मेरी बहन खुद को पहचान नहीं पा रही है। जिन महिलाओं का ऑपरेशन हुआ है, उनमें कुछ पागलों जैसे चिल्ला रही हैं तो कुछ हाथ-पैर पटक रही हैं। मेरी बहन सामान्य हालत में अस्पताल आई थी, लेकिन अब उसकी मानसिक स्थिति अजीब सी हो गई है। ये कहना है कृष्णा गुप्ता का, जिसकी बहन की डिलीवरी शुक्रवार रात रीवा के गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में हुई थी। कृष्णा ने बताया कि जितनी प्रेग्नेंट महिलाओं का ऑपरेशन हुआ है, उन्हें या तो एक्सपायरी दवाई दी गई है या फिर ओवर डोज दिया गया है। डिलीवरी के बाद से ही सभी पागलों जैसी हरकतें कर रही हैं। ये गलत इंजेक्शन का ही असर है।

दरअसल, शुक्रवार शाम से देर रात तक रीवा के गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में 5 महिलाओं की डिलीवरी हुई। ऑपरेशन के कुछ देर बाद से सभी की तबीयत बिगड़ने लगी। सभी अचेत हो गईं। 2 महिलाओं की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं, शनिवार शाम को मीडिया की टीम अस्पताल पहुंची तो स्टाफ ने दावा किया कि सभी महिलाओं की हालत ठीक है। मिठाई भी बांटी गई हैं।

रिपोर्टर को देखकर अस्पताल में मौजूद गार्ड और स्टाफ सतर्क हो गए। उनकी यही कोशिश थी कि रिपोर्टर की मुलाकात किसी मरीज या उनके परिजन से न हो पाए। बार-बार यही कहा जाता कि मरीज आईसीयू में है तो कभी कहते कि गायनिक वार्ड में है। कभी प्राइवेट वार्ड में भर्ती होना बताते।

महिलाओं की हालत देख डॉक्टर भी परेशान अस्पताल सुपरिंटेंडेंट​​​​​​ डॉ. राहुल मिश्रा ने बताया, ऐसा लग रहा है कि व्यूपी बेकेनिक रिस्थैटिक इंजेक्शन की वजह से ये सब हुआ है। इस एंजेक्शन के यूज को हमने पूरी तरह से रोक दिया है। दवाई के रिएक्शन की वजह से हालत बिगड़ी है। जल्दी ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। हालत में सुधार आए इसलिए आईसीयू में शिफ्ट किया था।

वो वीडियो, जिसमें महिला किसी को नहीं पहचान पा रही

लक्ष्मी ने बात सुनकर कोई जवाब नहीं दिया

डॉक्टर ने जब लक्ष्मी से उसका नाम पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया।

डॉक्टर : पेशेंट पहचान रही है ? नर्स : नहीं, किसी को नहीं पहचान रही... डॉक्टर : कब से? नर्स : सुबह से डॉक्टर- महिला का नाम क्या है? परिजन- लक्ष्मी डॉक्टर- लक्ष्मी इधर देखो... लक्ष्मी पहचानो (लक्ष्मी ने कोई जवाब नहीं दिया)

नाम पूछने पर डॉक्टर को घूरने लगी लक्ष्मी

जब नर्स ने डॉक्टर को लक्ष्मी की हालत के बारे में बताया तो डॉक्टर परेशान नजर आईं।

जब नर्स ने डॉक्टर को लक्ष्मी की हालत के बारे में बताया तो डॉक्टर परेशान नजर आईं।

डॉक्टर : सुनो, क्या नाम है तुम्हारा? लक्ष्मी : कोई प्रतिक्रिया नहीं दी डॉक्टर : कहां पर हो अभी? लक्ष्मी : डॉक्टर को घूरती रही डॉक्टर : लक्ष्मी पहचानो (लक्ष्मी खुद को भी नहीं पहचान पाती)

इसके बाद एक महिला डॉक्टर लक्ष्मी के बेड के पास आती है।

परिजन : किसी को पहचान नहीं रही डॉक्टर : टैबलेट खा लेगी क्या? परिजन : पता नहीं, कल से पानी तक नहीं पी रही डॉक्टर : अभी सो रही है या जाग रही है? परिजन : पता नहीं, बस आंखें खुली हैं डॉक्टर : क्या नाम है? परिजन : लक्ष्मी नाम है डॉक्टर : चुटकी बजाते हुए लक्ष्मी...लक्ष्मी... (लक्ष्मी ने कोई रिएक्शन नहीं दिया)

परिजन बोले- दवाई ने महिलाओं को लाचार कर दिया
'सोचकर आए थे कि अच्छा इलाज मिलेगा' पन्ना से पत्नी को लेकर आए शाहिद अली ने कहा, ऑC  गया तो हमारे बच्चे का क्या होगा। डॉक्टरों ने गलती तो मान ली लेकिन मेरी पत्नी को ठीक कौन करेगा।

डॉक्टरों ने किया था अमानक दवाइयों के इस्तेमाल का विरोध
22 फरवरी को रीवा के शासकीय अस्पतालों में अमानक दवाओं की सप्लाई को लेकर डॉक्टर्स ने विरोध किया था। दरअसल, सरकारी अस्पताल में जिन दवाओं से मरीजों का इलाज हो रहा है, उनमें से कुछ दवाओं को अस्पताल के डॉक्टर ही अमानक बता रहे हैं। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर लामबंद हो गए थे।

हालांकि, 21 फरवरी को भी डॉक्टर्स ने हाथों में काली पट्टी बांध कर सांकेतिक प्रदर्शन किया था। इस दौरान वरिष्ठ डॉक्टर पुष्पेंद्र शुक्ला ने बताया था कि अस्पतालों में अमानक दवाइयों से इलाज चल रहा है, जिसके चलते लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है। इसलिए हम लोग लंबे समय से अमानक दवाइयों की अस्पताल में सप्लाई का विरोध कर रहे हैं।

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