Rewa News : आकांक्षा सोनी जवाब दो! रीवा के शिक्षकों को क्यों नहीं मिल रहा वेतन? संघ ने उठाई आवाज़

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा जिले के विकास खंड में पदस्थ सैकड़ों शिक्षकों को पिछले कई महीनों से समय पर वेतन नहीं मिल पाने के कारण गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों का आरोप है कि वेतन भुगतान में हो रही लगातार देरी का मुख्य कारण ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) आकांक्षा सोनी की घोर लापरवाही और कथित तानाशाही रवैया है। इस स्थिति से जूझ रहे शिक्षक अब खुलकर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं, जिससे जिला शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े हो गए हैं।
आर्थिक संकट और प्रशासनिक लापरवाही की मार
शिक्षकों का कहना है कि वेतन बिल तैयार करने में बेवजह की देरी, जानबूझकर दस्तावेजों में कमियां निकालना और तकनीकी अड़चनों का बहाना बनाकर वेतन भुगतान प्रक्रिया को बार-बार लंबित किया जा रहा है। इसका सीधा असर शिक्षकों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर पड़ रहा है। कई शिक्षकों के बैंक लोन की ईएमआई के चेक बाउंस हो रहे हैं, जिससे उन्हें बैंक से पेनाल्टी और खराब सिबिल स्कोर का सामना करना पड़ रहा है। एक शिक्षक ने बताया, "दो महीने से वेतन नहीं मिला है। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। बच्चों की स्कूल फीस, घर का किराया, सब रुका हुआ है। ऊपर से बैंक वाले पेनल्टी लगा रहे हैं।"
BEO आकांक्षा सोनी पर गंभीर आरोप
शिक्षक संघ के नेताओं और प्रभावित शिक्षकों का स्पष्ट आरोप है कि BEO आकांक्षा सोनी की कार्यप्रणाली उदासीन और निरंकुश है। उनका कहना है कि मैडम वेतन भुगतान प्रक्रिया को अनावश्यक रूप से लंबा खींच रही हैं और शिक्षकों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही हैं। जबकि अन्य विकास खंडों जैसे सिरमौर और रायपुर में शिक्षकों को समय पर वेतन मिल रहा है, रीवा में यह समस्या गंभीर बनी हुई है, जो प्रशासनिक भेदभाव की ओर भी इशारा करती है।
प्रशासन का बचाव और तकनीकी अड़चनें
इस मामले में जब प्रशासनिक अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने वेतन भुगतान में देरी का कारण आईएफएमआईएस (IFMIS) और समग्र प्रणाली में लिंकिंग की समस्या को बताया। उनका कहना है कि वे इस तकनीकी बाधा को दूर करने और जल्द से जल्द वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि, शिक्षकों का सवाल है कि यदि यह तकनीकी समस्या है, तो अन्य ब्लॉकों में वेतन समय पर क्यों मिल रहा है?
शासन के आदेशों का उल्लंघन
शिक्षकों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग से अपील की है कि शासन के स्पष्ट आदेशानुसार, वेतन हर महीने की पहली तारीख तक भुगतान किया जाना चाहिए। लेकिन रीवा में इस आदेश का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे शिक्षकों का मनोबल गिर रहा है। शिक्षक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
शिक्षकों की यह समस्या न केवल उनके आर्थिक जीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि शिक्षण कार्य में उनके समर्पण और दक्षता पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। प्रशासन को इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल ध्यान देने और स्थायी समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि शिक्षकों को सम्मानजनक तरीके से अपना जीवन यापन करने में मदद मिल सके।