Rewa News : कलेक्ट्रेट में लोकायुक्त का छापा: ₹3,000 की रिश्वत लेते बाबू विनोद शुक्ला गिरफ्तार, पूर्व में भी ₹15,000 लेने का आरोप

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा, मध्य प्रदेश: रीवा के कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज एक बड़ी खबर सामने आई है, जहाँ लोकायुक्त पुलिस की टीम ने बनकुइया सर्किल में पदस्थ बड़े बाबू विनोद शुक्ला को 3,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। यह कार्रवाई कलेक्ट्रेट परिसर में ही कुछ ही देर पहले की गई है और फिलहाल ट्रैप की प्रक्रिया जारी है।

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क्या है पूरा मामला?
ग्राम काघर, थाना सगह निवासी शिकायतकर्ता राजेश कुमार पांडे ने इस पूरी कार्रवाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। राजेश पांडे ने बताया कि वे पिछले एक साल से खसरा सुधार के लिए परेशान थे। उनके गांव गगहरा में खसरा नंबर 289/2 की जगह गलती से 289/1 चढ़ गया था। इसे सुधारने के लिए उन्होंने आवेदन दिया था, लेकिन उनके आवेदन को मंजूर नहीं किया जा रहा था। जब वे कागजात जमा करते, तो उनसे कहा जाता था कि वे कहीं और जमा करें, लेकिन साथ ही उनसे पैसे की मांग भी की जाती थी।

राजेश पांडे ने बताया कि उन्होंने पहले भी बाबू विनोद शुक्ला को 15,000 रुपये दिए थे, लेकिन उनके काम को अंजाम नहीं दिया गया। आज जो 3,000 रुपये लेते हुए विनोद शुक्ला पकड़े गए हैं, वह उनके निजी रास्ते को खुलवाने के लिए मांगे गए थे। राजेश पांडे का रास्ता कुछ लोगों ने अवरुद्ध कर दिया था और उसे चालू करवाने के लिए उन्होंने तहसील कार्यालय, बनकुइया में अर्जी दी थी।

विनोद शुक्ला ने रिश्वत की मांग करते हुए कहा था कि "पैसे लगेगा तभी ऊपर वालों को भी देना पड़ता है, तभी कार्रवाई आपकी हो पाएगी।"

लोकायुक्त की कार्रवाई
राजेश कुमार पांडे द्वारा लोकायुक्त रीवा से की गई शिकायत के बाद लोकायुक्त टीम ने मामले का सत्यापन किया। शिकायत सही पाए जाने पर आज कलेक्ट्रेट परिसर में विनोद शुक्ला को 3,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया गया।

पूर्व में भी रिश्वत लेने के आरोप और पटवारी पर भी सवाल
राजेश कुमार पांडे ने विनोद शुक्ला पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि खसरा सुधारने के नाम पर विनोद शुक्ला उनसे पूर्व में ही 15,000 रुपये ले चुके थे। उन्होंने इस मामले में क्षेत्र के पटवारी पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच फिलहाल की जा रही है।

आगे की प्रक्रिया और कलेक्ट्रेट में हड़कंप
ट्रैप की अग्रिम कार्रवाई के लिए लोकायुक्त की टीम विनोद शुक्ला को अपने साथ ले गई है। इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर कलेक्ट्रेट कार्यालय में हड़कंप मच गया है। लोकायुक्त अधिकारियों के अनुसार, विवेचना में दस्तावेज वगैरह मंगाए गए हैं और आगे की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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