Rewa News : नव वर्ष के पहले दिन शहर के मुख्य मंदिरों में उमड़ा जनसैलाब, चिरहुला एवं महामृत्युंजय मंदिर में शाम तक 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
रीवा। साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर की देर रात तक शहर के युवाओं ने होटलों एवं अन्य स्थानों में जमकर मस्ती की ओर देर रात तक नव वर्ष के स्वागत में जुटे रहे। नव वर्ष के पहले दिन सुबह से ही शहर के विभिन्न प्रसिद्ध मंदिरों में श्रद्धालुओं का जो आना जाना शुरू हुआ वह दोपहर तक जन सैलाब के रूप में तब्दील हो चुका था।
इस जन सैलाब में महिला-पुरुषों के साथ-साथ नवयुवक एवं युवतियां भारी तादाद में मौजूद रहीं। शहर के मुख्य मंदिर चिरहुलानाथ स्वामी एवं किला परिसर मृत्युंजय मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ देखी गई। यहां मौजूद व्यापारियों की माने तो सुबह से लेकर शाम तक लगभग 50-50 हजार से भी अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर भगवान के दर्शन किए और आशीर्वाद प्राप्त किया।
इसके अलावा कोठी कंपाउंड परिसर पर स्थित भगवान शंकर के मंदिर एवं साईं मंदिर में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। चिरहुला मंदिर एवं किला पहुंच मार्ग में सुबह 9 बजे के बाद से श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ उमड़ी की जाम की स्थिति निर्मित रही। इन प्रमुख मंदिरों में भगवान के दर्शन करने हेतु देर शाम तक श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा।
कई जगह किया गया भंडारे का आयोजन
नव वर्ष के पहले दिन शहर के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। किला परिसर पर स्थित महामृत्युंजय के मंदिर में कई जगह भंडारे की व्यवस्था थी। जहां मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया यही स्थिति है चिरहुला नाथ मंदिर स्वामी के आसपास रही जहां जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया जहां पर श्रद्धालुओं ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।
न्यायालय परिसर में भी किया गया भंडारे का आयोजन
हर साल की तरह इस वर्ष भी 31 दिसंबर की दोपहर न्यायालय परिसर पर स्थित हनुमान मंदिर में रामचरित मानस का पाठ शुरू हुआ जो 1 जनवरी 2025 की सुबह लगभग 10 बजे संपन्न हुआ। इसके उपरांत भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारा लगभग दोपहर 12 बजे शुरू हुआ और देर शाम तक जारी रहा। इस आयोजन में भारी संख्या में अधिवक्ता गण एवं शहर के आम नागरिक मौजूद रहे। गौरतलब है कि न्यायालय परिसर में जिलाअधिवक्ता संघ द्वारा हर वर्ष इस तरह का आयोजन लंबे अरसे से किया जा रहा है।