Rewa News : "पिया का परेवा चचेरी संग रंगरेलियां! विरोध पर ससुराल वालों ने बहू का पेट पर मारा लात — गिरा बच्चा, महिला थाने में हंगामा"

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा। जिले के बिछिया थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने प्रेमी पति और उसके परिवार पर बुरी तरह मारपीट करने और अवैध संबंधों का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि जब उसने पति को उसकी चचेरी बहन के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया, तो उसके विरोध करने पर पूरे परिवार ने मिलकर मारपीट की। मारपीट की वजह से महिला का गर्भपात हो गया। महिला ने महिला थाने पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
न्यायालय में हुई थी पहली मुलाकात, मंदिर में रचाई शादी
इस पूरे मामले में हैरानी वाली बात ये है कि दोनों की मुलाकात करीब 1 साल पहले रीवा कुटुंब न्यायालय में हुई थी। उस वक्त युवक पंकज चौरसिया का अपनी पहली पत्नी से विवाद चल रहा था और महिला का भी अपने पहले पति से कोर्ट केस चल रहा था। वहीं दोनों की दोस्ती हुई और कुछ ही दिन में दोनों ने मंदिर में शादी कर ली।
अवैध संबंध की पोल खुली, हुआ विवाद
महिला ने बताया कि शादी के बाद कुछ दिन तक सब ठीक चला। लेकिन कुछ समय बाद उसने अपने प्रेमी पति पंकज को उसकी ही चचेरी बहन के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया। इसी बात को लेकर घर में जमकर झगड़ा हुआ। महिला के मुताबिक जब उसने इसका विरोध किया तो पति और उसके परिवार ने मिलकर उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। इस हमले में महिला का गर्भ भी गिर गया।
पहले भी पत्नी छोड़ चुकी है आरोपी को
पीड़िता ने बताया कि जब उसे ये सब पता चला तो ये भी जानकारी मिली कि पंकज की पहली पत्नी भी इसी वजह से उसे छोड़कर जा चुकी है। आरोपी की आदतें पहले से ही संदिग्ध थीं।
महिला थाने में दी शिकायत, जांच में जुटी पुलिस
महिला ने महिला थाना पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी पंकज चौरसिया ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उसने कहा कि न तो कोई मारपीट हुई है और न ही कोई अवैध संबंध हैं।
बिछिया थाना प्रभारी मनीषा उपाध्याय ने बताया कि मामले में शिकायत मिली है। जांच की जा रही है। दोनों पक्षों को बुलाकर बयान दर्ज किए जाएंगे। जांच के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
सवाल प्रशासन पर भी
एक साल पहले कोर्ट में मिले दो विवादित लोगों की शादी और फिर इतनी बड़ी वारदात, ये भी सवाल खड़ा करता है कि ऐसे मामलों में सामाजिक काउंसलिंग और प्रशासनिक निगरानी क्यों नहीं की जाती। जब आरोपी की पहली पत्नी भी इसी आरोप में उसे छोड़ चुकी थी, तो अब फिर एक महिला का शिकार होना कहीं न कहीं प्रशासन की लापरवाही भी उजागर करता है।