Rewa News : सरकारी हॉस्टल में 'कीड़े वाला खाना' खिलाकर बच्चों की जान से खिलवाड़, प्रशासन पर गंभीर सवाल!

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा शहर के झिरिया स्थित अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। सोमवार देर रात छात्रावास में बने खाने में कीड़ा निकलने के बाद तीन बच्चों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत के बाद रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, तीनों बच्चों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।

छात्रों के गंभीर आरोप
छात्रावास के छात्रों ने मेस की साफ-सफाई और खाने की गुणवत्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रों का कहना है कि मेस में आए दिन गंदगी और खराब खाना परोसा जाता है, जिससे उनकी जान को खतरा है। उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन 30 बच्चों के लिए खाना बनाया गया था, जिसमें से तीन बच्चों ने खाना खाने के बाद तबीयत खराब होने की शिकायत की। एक छात्र ने नाराजगी जताते हुए सवाल किया, "आखिर कब तक छात्रों को कीड़े वाला खाना दिया जाएगा? हर बार लापरवाही की जा रही है।" एक अन्य छात्र ने बताया कि खाना खाने के बाद उसे पेट में तेज दर्द हुआ, चक्कर आए और उल्टियां शुरू हो गईं। हॉस्टल में कुल 150 बच्चे रहते हैं, और उस दिन लगभग 27 बच्चों ने खाना खाया था।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मांग
इस पूरे मामले पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने कड़ी आपत्ति जताई है और दोषियों पर तत्काल निलंबन की कार्रवाई की मांग की है। ABVP के नगर मंत्री हर्ष साहू ने कहा कि जिले के अधिकांश शासकीय छात्रावासों में ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विद्यार्थी परिषद इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगा और छात्रों की जान से खिलवाड़ करने वाले दोषियों को तुरंत चिह्नित कर निलंबित किया जाना चाहिए।

प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर प्रतिभा पाल ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। छात्रावास के वार्डन ने भी घटना को स्वीकार किया है और भविष्य में ऐसी लापरवाही न होने का आश्वासन दिया है।

यह घटना छात्रावासों में भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

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