Rewa News : मरा हुआ भी बेच रहा ज़मीन! रीवा में 11 साल पहले मर चुके शख्स के नाम पर 50 करोड़ की ज़मीन बेच दी गई, EOW ने दर्ज की FIR

 
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ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। शहर के नए बस स्टैंड के पास 30 एकड़ ज़मीन के बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) रीवा ने राजस्व विभाग की मिलीभगत से मृतक के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ज़मीन बेचने वाले आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस फर्जीवाड़े में आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था।

EOW SP ने दी जानकारी
ईओडब्ल्यू एसपी ने बताया कि इस साजिश में कुछ राजस्व अफसरों ने भी अपने नाम पर ज़मीन दर्ज करवा ली थी। अब इनके पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। सोमवार शाम इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

शिकायत पर खुला मामला
मामला तब उजागर हुआ जब माण्डवी सिंह और शिवेन्द्र विक्रम सिंह ने ईओडब्ल्यू में शिकायत की। आरोप था कि अयोध्या निवासी दिग्विजय सिंह और उसके साथियों ने उनके पिता शिवाजी सिंह के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनवाकर ज़मीन बेच दी। शिवाजी सिंह ने 1972 में ग्राम रतहरा, तहसील हुजूर में 30 एकड़ ज़मीन खरीदी थी और 2014 में उनका निधन हो गया था।

2014 से 2024 तक फर्जी सौदे
जांच में खुलासा हुआ कि शिवाजी सिंह की मृत्यु के बाद आरोपियों ने साजिश रचकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और 2014 से 2024 के बीच ज़मीन के कई हिस्से बेच डाले। ईओडब्ल्यू ने दिग्विजय सिंह, राजेन्द्र सिंह राज समेत अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120बी, 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है।

50 करोड़ का खेल, 5 एकड़ ज़मीन बिक चुकी
ईओडब्ल्यू एसपी ने बताया कि अब तक 5 एकड़ ज़मीन बेची जा चुकी है, जिसकी कीमत करीब 50 करोड़ रुपये आँकी गई है। बाकी ज़मीन की बिक्री रोकने के लिए भी कार्रवाई चल रही है। मामले में राजस्व और पंजीयन विभाग के अफसरों की भूमिका की जांच की जा रही है।

EOW ने दी चेतावनी
ईओडब्ल्यू का कहना है कि अगर इसी तरह की और भी शिकायतें मिलती हैं, तो तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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