600 शीशी नशीली कफ सिरप के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार, रीवा पुलिस ने आर्टिका वाहन भी किया जब्त

 
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पुलिस ने नशे की लत में धकेलने वाले चार तस्करों को किया गिरफ्तार, 600 शीशी नशीली कफ सिरप और आर्टिका वाहन जब्त; NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई।

ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा पुलिस ने नशीली कफ सिरप की अवैध तस्करी में शामिल एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी लंबे समय से प्रतिबंधित नशीली सिरप “ऑनरेक्स” की तस्करी कर युवा पीढ़ी को नशे की दलदल में धकेल रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 600 शीशी ऑनरेक्स कफ सिरप और तस्करी में इस्तेमाल होने वाला एक चार पहिया वाहन भी जब्त किया है। यह कार्रवाई ड्रग्स तस्करी के खिलाफ पुलिस के जारी 'ऑपरेशन क्लीन' की सफलता को दर्शाती है।

मुखबिर की सटीक सूचना और पुलिस का सफल छापा
सिटी कोतवाली पुलिस टीम को एक विश्वसनीय मुखबिर से सटीक सूचना मिली थी कि अखाड़ घाट के खाली इलाके में नशीली कफ सिरप की एक बड़ी खेप चार पहिया वाहन से अनलोड की जा रही है, जिसे बाद में दोपहिया वाहन (स्कूटी) का उपयोग करके छोटे-छोटे इलाकों में तस्करी के लिए भेजा जाएगा।

सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस टीम ने तत्काल अखाड़ घाट पर रेड की। पुलिस को देखते ही तस्कर मौके से फरार हो गए। हालांकि, पुलिस टीम ने मौके से तस्करी में इस्तेमाल हो रही एक स्कूटी और 600 शीशी नशीली कफ सिरप बरामद करने में सफलता पाई।

एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी 
फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। इस संबंध में थाना में अपराध क्रमांक 428/25, धारा 8, 21, 22 एनडीपीएस एक्ट तथा 5/13 म.प्र. ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। फरार आरोपियों की लगातार पतासाजी के दौरान, पुलिस को 6 अक्टूबर को बड़ी सफलता मिली, जब स्कूटी चालक मुख्य आरोपी फारुक खान उर्फ लाला को गिरफ्तार कर लिया गया।

नेटवर्क का खुलासा: तीन अन्य तस्कर गिरफ्तार, आर्टिका जब्त 
फारुक खान उर्फ लाला से की गई कठोर पूछताछ के बाद इस पूरे तस्करी रैकेट में शामिल तीन अन्य आरोपियों के नाम सामने आए। पुलिस ने इन खुलासों के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अन्य तीन आरोपियों— नितिन कुमार द्विवेदी उर्फ मंकी, राजू उर्फ मिथलेश पटेल, और दिलसाद खान को भी गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया कि इस ड्रग्स रैकेट में नितिन कुमार द्विवेदी उर्फ मंकी की भूमिका मुख्य थी। उसके कब्जे से तस्करी में इस्तेमाल की जा रही आर्टिका (Artiga) वाहन भी जब्त किया गया है। यह वाहन नशीली सिरप की बड़ी खेप को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए इस्तेमाल होता था।

न्यायालय में पेशी और पुलिस का सख्त संदेश 
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों – फारुक खान, नितिन कुमार द्विवेदी, राजू पटेल और दिलसाद खान – को कठोर कानूनी धाराओं के तहत न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नशीली कफ सिरप की तस्करी युवाओं को बर्बाद कर रही है और इसे रोकने के लिए लगातार अभियान जारी रहेगा। ऐसे अपराधों में शामिल व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि रीवा को नशा मुक्त बनाया जा सके।

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
1. ऑनरेक्स कफ सिरप का दुरुपयोग क्यों होता है?
उत्तर: ऑनरेक्स कफ सिरप में कोडीन (Codeine) नामक तत्व होता है, जो एक ओपिओइड है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और नशे (euphoria) का एहसास कराता है, इसलिए इसे अवैध रूप से मादक पदार्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

2. आरोपियों पर लगाई गई NDPS Act की धाराएं क्या हैं?
उत्तर: आरोपियों पर धारा 8, 21 और 22 लगाई गई हैं, जो प्रतिबंधित नशीले पदार्थों के अवैध उत्पादन, खरीद, कब्जे और तस्करी से संबंधित हैं। इन धाराओं में दोषी पाए जाने पर कठोर कारावास का प्रावधान है।

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