REWA : पुलिस रिमांड में सट्टा किंग ने उगले चौका देने वाले राज, भूमिगत हो गये समाज के ठेकेदार : कटनी-जबलपुर तक लिंक

 
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रीवा।  पुलिस ने सट्टा किंग अमित आहुजा उर्फ छम्मन से पूछतांछ किये जाने के लिए न्यायालय से दो दिन का रिमांड लिया है। समान थाना पुलिस एवं इन्कम टैक्स की टीम सटोरिया छम्मन आहूजा से सट्टा से जुड़ी सारी कड़ियों के बारे में जानकारी एकत्रित कर रही है। बताया जा रहा है कि छम्मन आहूजा ने अपने सिंधी समाज के ही एक दर्जन लोगों को नाम पुलिस के आगे उगल दिये है, सूत्रों की माने तो तथाकथित समाजसेवक (काली नाम से चर्चित) का भी नाम संरक्षण देने में आया है। इसके साथ ही कटनी के दिलीप सिंधी और जबलपुर के राज सिंधी का नाम पुलिस के सामने उगला है।

यदि हम पुलिस सूत्रों की माने तो सट्टा किंग ने रीवा के सुनील रजानी निवासी द्वारिका नगर, प्रदीप कुशलानी उर्फ कशु सिंधी निवासी चिरखुला कालोनी, अमित धारवानी, रवि ज्ञामवानी, सुरेश वाधवानी, रमेश रमेजा, ओपी सिंधी सहित कई लोगों के नाम सामने आये है। पुलिस सूत्र ने बताया कि सट्टा किंग के गिरोह के सदस्यों को पकड़ने दबिश भी दी जा रही है, लेकिन जो नाम सामने आये है वो छम्मन के पकड़े जाने के साथ ही भूमिगत हो गये है। जिनकी  तलाश की जा रही है, ऐसा पुलिस का कहना है।

गौरतलब है कि दो दिन पूर्व समान थाना में कर सलाहकार शिवम गुप्ता आईपीएल सट्टा में हार जाने की वजह से समान थाना में लूट की शिकायत दर्ज करवाने आया था। पुलिस को संदेह होने पर जब उसे पूछतांछ की तो रीवा में लंबे समय से चल रहे आईपीएल सट्टे का खुलासा हुआ और पुलिस ने दबिस देकर सट्टा किंग अमित आहुजा उर्फ छम्मन सिंधी को 1 करोड़ 29 लाख रुपए सट्टे से जुड़े सारे स्टीमेट के साथ गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश कर दिया, सट्टा कारोबार के संबंध में अन्य जानकारी लेने पुलिस ने दो दिन का रिमांड लिया है। जिस तरह से शुरूआती दौर में पुलिस ने जिस उतवाले से आईपीएल सट्टेबाजी पर कार्रवाई की और 1 करोड़ 29 लाख रूपये बरामद कर रीवा ही नहीं प्रदेश में डंका पीटा लेकिन चंद ही घंटे में पुलिस का उतावलापन उतरते हुए दिखाई देने लगा।

बताया जाता है कि सफेदपोश नेताओं और उनके शार्गिद के दवाव में पुलिस आने लगी। हद तो तब हो गई जब एक माननीय के पूर्व निज सचिव ही सिंधी समाज की टोली के साथ समान थाना जा पहुंचे। बताया जाता है कि जिस तेजी से पुलिस आईपीएल सट्टेबाजी के विरुद्ध कार्यवाही कर रही थी वहीं पुलिस की कलम की अब चाल बादल गई है। माननीय की छवि धूमिल करने की उनके पूर्व निज सचिव ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। माननीय के नाम पर निज सचिव ने ? जो गुल खिलाएं वो किसी से छुपा नहीं है। अधिकारी से लेकर पूंजीपति तक सचिव के आदेश को ही माननीय का फरमान मानते है।

सिंधी समाज के अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने चालों को माननीय के निज सचिव का हमेशा ही संरक्षण रहा है इस बात की चर्चा बाजार में आये दिन सुनने को मिलती है। बताया है कि सिन्धी समाज का (काली) नामक व्यक्ति और माननीय के पूर्व निज सचिव का बड़ा बाराना है। सूत्रों ने बताया कि छम्मन सिंधी के पकड़े जाने और सिंधी समाज के कई नामी गिरामी के सट्टे कारोबार में नाम उजागर होने पर माननीय के पूर्व निज सचिव शनिवार के दिन सामान थाना में सिन्धी समाज की टोली के साथ नजर आए।

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