रीवा में आया 'प्रलय' अधिकारी! SP शैलेंद्र चौहान ने संभाली कमान, अब अपराधियों का सिर्फ 'नाम' रहेगा, निशां नहीं! 

 
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ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) रीवा जिले में आज पुलिस अधीक्षक के रूप में शैलेंद्र सिंह चौहान ने पदभार ग्रहण कर लिया है। एक अनुभवी पुलिस अधिकारी के रूप में, उन्होंने जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए अपनी प्राथमिकताओं और कार्ययोजना को साझा किया। उनका लक्ष्य एक सुरक्षित और अपराधमुक्त रीवा का निर्माण करना है, जहां हर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।

कानून व्यवस्था और असामाजिक तत्वों पर नकेल
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने स्पष्ट किया कि उनकी पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता जिले में कानून व्यवस्था को कायम रखना है। उन्होंने कहा, "असामाजिक तत्वों और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी कीमत पर अपराध को पनपने नहीं दिया जाएगा।" उनका मानना है कि एक मजबूत कानून व्यवस्था ही विकास और शांति का आधार होती है। इसके लिए पुलिस बल को सक्रिय और त्वरित कार्रवाई के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए जाएंगे।

अवैध नशे पर लगाम: एक समाजव्यापी अभियान 
नशाखोरी, विशेषकर मेडिकल नशे का बढ़ता प्रचलन, एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान की प्रमुख चिंताओं में से एक है। उन्होंने इस पर लगाम लगाने को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में गिनाया। एसपी ने कहा, "यहां मेडिकल नशे को पूरी तरह से जड़ से खत्म कर दिया जाएगा, इसके पूरे प्रयास किए जाएंगे। नशा समाज में अपराध और अन्य तरह की समस्याओं को भी जन्म देता है। इसलिए इस पर सबसे अधिक फोकस रहने वाला है।"

वह इस अभियान को केवल पुलिस कार्रवाई तक सीमित नहीं रखना चाहते, बल्कि इसे एक समाजव्यापी अभियान बनाना चाहते हैं। इसमें जनभागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा। एसपी ने बताया कि पुलिसिंग में सूचना का बहुत महत्व होता है। ऐसे में आम लोगों से भी जहां भी नशाखोरी की सूचना मिलेगी, पूरी गोपनीयता बनाए रखते हुए उन जगहों पर दबिश और संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रहे ताकि लोग बिना किसी डर के जानकारी साझा कर सकें। इस तरह रीवा में नशाखोरी कैसे खत्म करें, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

थाना स्तर पर समस्याओं का समाधान: जनभागीदारी को बढ़ावा 
कई बार फरियादियों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के पास जाना पड़ता है, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है। एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान इस समस्या का समाधान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "थाना स्तर पर फरियादी की समस्या के समाधान को प्राथमिकता दी जाएगी। बहुत से फरियादी जो थाना स्तर से असंतुष्ट होकर वरिष्ठ अधिकारियों के पास आते हैं, उसकी जगह पर उनके समस्या के समाधान को थाना स्तर पर ही करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।"

इसके लिए सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जा रहे हैं। यदि थाना स्तर पर उचित समाधान नहीं किया जाता है, तो संबंधित थाना प्रभारी से जवाब भी तलब किया जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि हर नागरिक को अपनी शिकायत पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई मिले, जिससे रीवा में जनसुनवाई में सुधार होगा।

यातायात व्यवस्था को बनाएंगे बेहतर: सुगम आवागमन सुनिश्चित 
शहर में बढ़ती भीड़ और यातायात जाम की समस्या से निपटने के लिए एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि शहर में उन तमाम पॉइंट्स को चिह्नित किया जाएगा, जहां भीड़ ज्यादा रहती है। उनका लक्ष्य है कि लोगों को जाम में परेशान ना होना पड़े और आवागमन सुचारू रूप से हो सके। इस दिशा में पूरे प्रयास किए जाएंगे। इसमें ट्रैफिक पुलिस की तैनाती, जागरूकता अभियान और आवश्यकतानुसार यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराना शामिल होगा। रीवा में यातायात व्यवस्था कैसे बेहतर होगी, इस पर एक विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी।

एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान का अनुभव: बहुआयामी पुलिसिंग 
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने करियर में ग्वालियर, भिंड, मुरैना, भोपाल, दतिया, खरगोन समेत कई जिलों में अपनी सेवाएं दी हैं। उनके पास विविध भौगोलिक और सामाजिक पृष्ठभूमि वाले क्षेत्रों में काम करने का व्यापक अनुभव है, जो उन्हें रीवा की विशिष्ट चुनौतियों को समझने और उनका प्रभावी ढंग से सामना करने में मदद करेगा। उनका अनुभव रीवा में अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई कैसे होगी और रीवा पुलिस कैसे काम करेगी, इसकी रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

पुलिस और जनता के बीच बेहतर तालमेल 
एसपी ने इस बात पर भी जोर दिया कि पुलिस और जनता के बीच बेहतर तालमेल और विश्वास का माहौल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस जनता की मित्र है और उनका काम जनता की सेवा करना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पुलिस का सहयोग करें और किसी भी अवैध गतिविधि या संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिसिंग में इनफार्मेशन का महत्व क्या है, यह उन्होंने समझाया और कहा कि जनता की सूचनाएं अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

मेडिकल नशे के खिलाफ विशेष रणनीति 
मेडिकल नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए एसपी ने एक विशेष रणनीति बनाने की बात कही। इसमें मेडिकल स्टोर्स पर कड़ी निगरानी, नशे के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं के अवैध व्यापार पर अंकुश, और नशे के आदी लोगों के पुनर्वास के प्रयासों को शामिल किया जाएगा। रीवा में मेडिकल नशा कैसे खत्म करें, यह सवाल उनकी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है।

अधिकारियों के साथ समन्वय और जवाबदेही 
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वह अपने अधीनस्थों के साथ मिलकर काम करेंगे और उन्हें स्पष्ट दिशा-निर्देश देंगे। हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी ताकि कार्यकुशलता में सुधार हो सके। अगर थाना स्तर पर उचित समाधान नहीं किया जाता तो संबंधित थाना प्रभारी से जवाब भी तलब किया जाएगा, यह उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

नवनियुक्त एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के पदभार ग्रहण के अवसर पर उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया। उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में रीवा जिले में कानून व्यवस्था और जनसुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलेंगे।

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