DEO की कुर्सी गई, पर इज्जत लौटी! Commissioner ने पलटा खेला, सुदामा गुप्ता की धांसू वापसी, शिक्षक संघ ने कहा: 'असली बॉस' आ गया!
ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) सुदामा लाल गुप्ता को कमिश्नर रीवा, बी.एस. जामोद द्वारा निलंबन से बहाल कर संयुक्त संचालक (JD) कार्यालय रीवा में सहायक संचालक बनाए जाने पर शिक्षकों में गहरा हर्ष व्याप्त है। मध्य प्रदेश शिक्षक संघ ने इसे न्याय की जीत बताते हुए श्री गुप्ता को तहेदिल से बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र चतुर्वेदी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस निर्णय का जोरदार स्वागत किया है।
कमिश्नर का संवेदनशील निर्णय और संदेश
शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र चतुर्वेदी ने कमिश्नर बी.एस. जामोद के इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा है कि यह सिद्ध करता है कि:
- जिले में अभी भी कुशल प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं।
- ये अधिकारी न केवल शिकायत होने पर दंडात्मक कार्यवाही करते हैं, बल्कि शिकायती उत्तर एवं प्रतिक्रिया आने पर किसी निर्दोष को सजा नहीं, बल्कि पुरस्कार भी देते हैं।
- यह निर्णय कमिश्नर महोदय की संवेदनशीलता और न्यायप्रियता का परिचायक है।
सुदामा गुप्ता के शिक्षक हित में किए गए कार्य
शिक्षक संघ ने इस बात पर जोर दिया है कि श्री गुप्ता ने DEO का पद संभालते ही शिक्षक हित में कई महत्वपूर्ण और लंबित कार्य को पूर्ण निष्ठा, लगन एवं ईमानदारी से निपटाया था। उनके प्रमुख योगदानों में शामिल हैं:
- क्रमोन्नति: प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों की क्रमोन्नति की कार्यवाही।
- उच्च पद प्रभार: शिक्षकों को उच्च पद प्रभार देने की कार्यवाही को पूर्ण करना।
- युक्तियुक्तकरण: शिक्षकों के युक्ति-युक्तकरण में पारदर्शिता के साथ पदस्थापना करना।
- न्यायालयीन मामले: न्यायालयीन प्रकरणों का तत्परता से निपटारा करना।
विश्वासघात और बहाली का घटनाक्रम
श्री गुप्ता अनुकम्पा नियुक्ति घोटाले में सीधे दोषी नहीं थे। उन्हें अपने शाखा लिपिक के विश्वासघात का शिकार होना पड़ा, जिसके कारण उन्हें निलंबन झेलना पड़ा।
निर्दोषता सिद्ध करने की कार्यवाही
जैसे ही उन्हें फर्जीवाड़े की जानकारी मिली, उन्होंने बिना देर किए:
- कार्यालयीन समिति बैठाकर जांच कराई।
- फर्जी नियुक्तियों को निरस्त किया।
- दोषी लिपिक एवं अन्य के विरुद्ध FIR दर्ज कराने जैसी कड़ी कार्यवाही की।
बहाली
उनकी संवेदनशीलता, ईमानदारी और आरोपों का बिंदुवार प्रतिवाद प्रस्तुत करने के बाद, आयुक्त महोदय ने उन्हें बहाल कर जेडी कार्यालय रीवा में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ किया। शिक्षक संघ ने आशा व्यक्त की है कि उनकी इस पदस्थापना से निश्चित ही शिक्षा विभाग में गुणात्मक सुधार एवं प्रशासनिक कसावट की स्थिति निर्मित होगी।
बधाई देने वाले पदाधिकारियों की सूची
सहायक संचालक पद पर श्री गुप्ता की पदस्थापना पर हर्ष व्यक्त करने और बधाई देने वालों में मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के तमाम पदाधिकारी और शिक्षक शामिल रहे। प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं:
- पूर्व वीईओ रीवा: आर एल दीपाकर
- जिला अध्यक्ष: जितेंद्र चतुर्वेदी
अन्य पदाधिकारी/शिक्षक: कौशलेंद्र मणि त्रिपाठी, विजय पांडेय, राममणि मिश्रा, अरुण द्विवेदी, अविनाश गौतम, सुदीप पांडेय, सुरेश द्विवेदी, चंद्रनाथ पांडेय, संजय द्विवेदी, विशाल शुक्ला, राजेश सिंह, संजीव दुबे, लोली तिवारी, राजीव मिश्रा, अर्चना सिंह, प्रमोद सिंह, टीनाज खान, फूदेल खान, विजय शर्मा, राम यशपाल, हरिनाथ शुक्ला, अफगन खान, विनोद पटेल, नवनीत खरे, दीपू तिवारी, संजीव सिंह तिवारी, सहित तमाम शिक्षक।