Rewa Upendra Patel Murder Story : तीन दिन में ही पुलिस ने किया हत्याकांड का खुलासा, अवैध संबंध हत्या की वजह; जानिए युवक को बंधक बनाने से लेकर उसके हत्या तक की कहानी
रीवा के बैकुंठपुर के कसिहाई गांव के क्योटी नहर में 27 जनवरी की सुबह 9 बजे एक युवक का शव मिला। उसकी पहचान गांव के ही 22 साल के उपेंद्र पटेल के रूप में हुई। ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। शव पर चोट के निशान देख ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने शव रखकर सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक कदैला मोड़ पर जाम लगाया। पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। आरोपी को पकड़ने के आश्वासन के बाद शाम 4 बजे मामला शांत हुआ।
परिजन ने उपेंद्र की हत्या की आशंका जताई। उनका कहना था कि लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या की गई है, उसके बाद साक्ष्य छुपाने के लिए शव को नहर में फेंक दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हुई। पुलिस ने गांव के आसपास के मुखबिरों को एक्टिव किया। शुरुआती पूछताछ के बाद कड़ियां जुड़ती गईं। तीन दिन में ही पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया। दरअसल, उपेंद्र पटेल की हत्या अवैध संबंधों की वजह से हुई थी। पुलिस ने उपेंद्र की प्रेमिका के नाबालिग बेटे को गिरफ्तार किया है।
युवक को बंधक बनाने से लेकर उसकी हत्या की कहानी महिला के नाबालिग बेटे ने पुलिस को बताई...
24 जनवरी की रात के 11 बज रहे होंगे। मैं कमरे में सो रहा था। मैं जहां सोता हूं, उसके ठीक बगल के कमरे में मां रहती है। मेरे पिता घर पर नहीं रहते। वह रीवा में रहकर ऑटो चलाते हैं। मुझे पूरी तरह से नींद नहीं आई थी। अचानक बगल के कमरे से आवाज सुनाई दी। मुझे लगा पापा आए होंगे। मैं उठा और बगल के कमरे के पास पहुंचा। दरवाजे से झांक कर अंदर देखा, तो गांव का उपेंद्र पटेल कमरे में दिखा। काफी पहले से मुझे शक था, लेकिन उस दिन यकीन हो गया। मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था कि क्या करूं?
फिर मैंने दूसरे कमरे में सो रहे अपने चाचा और बड़े भाई को बुलाया। इसके बाद पापा को फोन लगाया। उन्हें पूरी बात बताई। पापा ने कहा- नजर रखो। वो जाने नहीं पाए। फिर मैंने कमरे को बाहर से बंद कर दिया। पापा रीवा से तुरंत गांव के लिए निकले। करीब एक से डेढ़ घंटे बाद पापा घर पहुंचे। मैंने उन्हें बताया कि उपेंद्र को कमरे में बंद कर दिया है।
पापा ने रीवा से आने के दौरान ही मामा पवन साहू को भी बुला लिया था। थोड़ी ही देर में मामा भी पहुंच गए। इस दौरान उपेंद्र लगातार कमरे के अंदर से दरवाजा खटखटा रहा था। मैं, पापा, चाचा, बड़े भाई और मामा सभी ने लाठी-डंडे लिए और फिर दरवाजा खोला।
अंदर घुसते ही सभी उपेंद्र पटेल पर टूट पड़े। उसकी जमकर पिटाई की। वो बेसुध हो गया। तब तक रात काफी हो चुकी थी। रात दो से ढाई बजे के बीच सभी ने उपेंद्र पटेल को उठाया। फिर घर से 200 मीटर दूर नहर में ले जाकर फेंक दिया। वहां से लौटकर आने के बाद पापा रीवा चले गए। मामा भी घर लौट गए। सुबह होने पर सभी रोज की तरह काम में लग गए।
नहर में शव मिलने की सूचना पर मैं भी भाई के साथ पहुंच गया था। उपेंद्र के साथ मां की दोस्ती को लेकर गांववाले तरह-तरह की बातें करते थे। मुझे ये सब बुरा लगता था। गांव में निकलने पर शर्मिंदगी महसूस होती थी। पापा ने भी कई बार समझाया, लेकिन वो नहीं मानती थी। उपेंद्र की वजह से जब भी पापा घर लौटते, तो विवाद होता था। मुझसे यह देखा नहीं जाता था। लोगों की बातें सुनकर गुस्सा तो आता ही था, लेकिन कुछ कर नहीं पाता था। उस दिन कमरे में उपेंद्र को देखकर खून खौल उठा। हमने तय कर लिया कि अब इस मामले को यहीं खत्म कर देंगे।
खेत में जाने के लिए निकला था, फिर नहीं लौटा
मृतक उपेंद्र पटेल के चाचा अनिल पटेल ने बताया कि 24 जनवरी 2024 की रात 10 बजे उपेंद्र खेत में मोटर बंद करने की बात कहकर निकला था। इसके बाद वो लौटकर नहीं आया। हमने उसकी तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। शनिवार को सुबह गांववालों ने ही जानकारी दी कि उसका शव नहर में है। हमने जाकर देखा तो यकीन नहीं हुआ। हम सभी उसकी हत्या से आक्रोशित थे, इसलिए कदैला मोड़ पर घंटों तक विरोध प्रदर्शन कर चक्काजाम भी किया।
हत्याकांड में शामिल महिला का पति फरार
एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि हत्याकांड का खुलासा होने के बाद महिला, उसके बडे़े बेटे, देवर और महिला के भाई को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, नाबालिग बेटे को बाल सुधार गृह भेजा गया है। सभी आरोपियों ने पुलिस के सामने जुर्म कबूल कर लिया है। वहीं, मुख्य आरोपी और महिला का पति फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगाई गई है।
तीन भाइयों में सबसे बड़ा था उपेंद्र
उपेंद्र पटेल तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वह पिता के साथ खेती-किसानी का काम करता था। घरवालों उपेंद्र की शादी की बात चला रहे थे। जांच में सामने आया है कि उपेंद्र के साथ महिला की दोस्ती पिछले 5 साल से थी। 5 साल पहले महिला अपने परिवार के साथ इटौरा में उपेंद्र पटेल के चचेरे भाई अरविंद पटेल के मकान में किराए से रहती थी। यहीं से दोनों की जान-पहचान हुई। पहले भी कई बार परिवारवालों ने दोनों को एक साथ देखा था। उसके बाद से दोनों एक-दूसरे से चोरी-छिपे मिलने लगे थे।