Rewa की जय डेयरी में गंदगी का साम्राज्य: फ्रीजर में कॉकरोच, सड़ी मिठाइयां, 15 दिन में दूसरी बार खाद्य विभाग का छापा!

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा। शहर के उपभोक्ताओं की सेहत से खुलेआम खिलवाड़ और जिम्मेदार अफसरों की चुप्पी ने रीवा में खाद्य सुरक्षा की पोल खोल दी है। चर्चित जय डेयरी पर 15 दिन में दूसरी बार खाद्य सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई की है। इस बार डेयरी के फ्रीजर में कॉकरोच घूमते हुए पाए गए। यही नहीं, दूध, दही, पनीर समेत कई उत्पादों की सैंपलिंग भी की गई।
हैरानी की बात यह है कि पिछली बार जब जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को जय डेयरी से बदबूदार रसमलाई परोसी गई थी, तब भी खाद्य विभाग की टीम महज़ खानापूर्ति कर, सिर्फ रसमलाई का सैंपल लेकर लौट गई थी। उसकी रिपोर्ट आज तक दबाकर रखी गई है। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में भी अधिकारियों और डेयरी संचालक की गहरी मिलीभगत है।
कानून क्या कहता है?
खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 56, 58 और 59 के तहत मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने और उपभोक्ताओं की जान जोखिम में डालने पर 6 महीने से लेकर उम्रकैद और 5 लाख तक का जुर्माना का प्रावधान है। लेकिन रीवा में अफसर नियम किताबें भूल चुके हैं। कार्रवाई सैंपल रिपोर्ट आने तक टाल दी जाती है और रिपोर्ट महीनों तक दबा दी जाती है।
कस्टमर की सेहत के साथ खिलवाड़
उपभोक्ताओं ने बताया कि जय डेयरी में साफ-सफाई की हालत बेहद बदतर है। फिर भी प्रशासन ने कभी ठोस कार्रवाई नहीं की। अब कॉकरोच वाला मामला सामने आने के बाद भी यह डर बना हुआ है कि कहीं फिर से खानापूर्ति कर केस को ठंडे बस्ते में न डाल दिया जाए।
खाद्य निरीक्षक साबिर अली का बयान
खाद्य निरीक्षक साबिर अली ने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही थीं, इसलिए टीम ने मौके पर चेकिंग की। सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। लेकिन शहर के लोगों को इस आश्वासन पर भरोसा नहीं, क्योंकि पिछले मामलों में कार्रवाई का रिकॉर्ड बेहद शर्मनाक रहा है।
कोर्ट और उपभोक्ता अधिकार
कानूनविदों का कहना है कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 की धारा 17 और 18 के तहत ऐसे मामले में उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज कराकर डायरेक्ट डेयरी संचालक और संबंधित अफसरों पर हर्जाने और जेल तक की कार्रवाई करवा सकता है।
खबर का असर : अब बाकी डेयरियों में भी हड़कंप
इस खबर के सामने आते ही शहर की बाकी डेयरियों और मिठाई दुकानों में भी हड़कंप मच गया है। ग्राहक सोशल मीडिया पर इस मामले को वायरल कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि अब पूरे शहर की डेयरियों की जांच होनी चाहिए।
स्पष्ट चेतावनी:
रीवा में अगर अब भी कोई मिलावटखोरी या गंदगी का धंधा करेगा, तो उसका नाम भी इस प्लेटफॉर्म से उजागर किया जाएगा। साथ ही उपभोक्ता अधिकार मंच और कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
रीवा जाग रहा है — अफसर और मिलावटखोर संभल जाएं।