रीवा में चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा: पत्नी की जगह पति ने सालों तक की नौकरी, सरकारी खजाने से उड़ाए ₹34 लाख

ऋतुराज द्विवेदी, रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में बाणसागर परियोजना से जुड़ी एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसमें एक पति-पत्नी ने मिलकर लाखों रुपये के सरकारी धन का गबन किया। यह मामला क्योंटी नहर संभाग कार्यालय का है, जहां पर पति-पत्नी दोनों ने मिलकर सरकारी फंड का दुरुपयोग और धोखाधड़ी की।
कैसे हुआ गबन का खुलासा?
सूत्रों के अनुसार, बाणसागर परियोजना के तहत निर्माण और मरम्मत कार्यों के लिए काफी बड़ी धनराशि आवंटित की गई थी। इस धनराशि का भुगतान पारदर्शिता और जांच की प्रक्रिया के बिना किया जा रहा था। जांच के दौरान पता चला कि परियोजना में शामिल एक महिला कर्मचारी और उसके पति ने मिलकर बिलों में गड़बड़ी की और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी पैसे की हेराफेरी की।
अधिकारियों ने जब दस्तावेजों की समीक्षा की तो पाया कि महिला के नाम पर जारी किए गए सभी भुगतान के लिए असल में उसके पति ने काम किया और बिल फर्जी तरीके से पास कर दिए गए। इसके परिणामस्वरूप, दोनों ने मिलकर करीब ₹34 लाख का गबन किया।
जांच और कानूनी कार्रवाई
घोटाले का खुलासा होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने पति-पत्नी दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। मामले की जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह घोटाला केवल एक व्यक्ति द्वारा नहीं बल्कि एक पूरी योजना के तहत किया गया था, जिसमें पति और पत्नी दोनों का हाथ था।
वित्तीय और कानूनी जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभागीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और सरकारी धन का हर एक रुपया वसूला जाएगा।
क्या बोले अधिकारी?
जनपद पंचायत के एक अधिकारी ने कहा:
"यह बहुत ही गंभीर मामला है, जिसमें न केवल धोखाधड़ी हुई है, बल्कि सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। हमने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।"