'साहब! हम तो घर पर थे': रीवा कलेक्टर के निरीक्षण में खुली पोल! शिल्पी प्लाजा में गायब मिले कई सरकारी बाबू, अब होगी सख्त कार्रवाई!

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मंगलवार को रीवा की कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने प्रशासनिक कसावट दिखाते हुए एसडीएम हुजूर वैशाली जैन और संयुक्त कलेक्टर श्रेयस गोखले के साथ शिल्पी प्लाजा में संचालित विभिन्न सरकारी विभागों का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर की अचानक दस्तक से वहां मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के होश ही उड़ गए। उन्होंने दो प्रमुख विभागों - कृषि विभाग और नापतौल विभाग - में गहन पड़ताल की, जिससे अधिकारियों की 'जान सूख' गई। रीवा में कलेक्टर ने कौन से विभाग का निरीक्षण किया? यह सवाल अब शहर भर में चर्चा का विषय बन गया है।
कृषि विभाग में योजनाओं की पड़ताल और किसानों के लाभ पर जोर
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने सबसे पहले शिल्पी प्लाजा के ए ब्लॉक स्थित कृषि विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां उपस्थिति पंजी से लेकर बिल वाउचर और रिकॉर्ड संधारण से संबंधित फाइलों को बारीकी से खंगाला। विशेष रूप से, उन्होंने किसानों को प्रदान की जाने वाली योजनाओं के रजिस्टर का गहन निरीक्षण किया।
कृषि विभाग में कलेक्टर ने क्या निर्देश दिए? कलेक्टर ने कृषि विभाग द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, ई-केवाईसी (eKYC), बीज वितरण, खाद की उपलब्धता और फसल बीमा की प्रगति के संबंध में उप संचालक से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि सभी योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को समय सीमा के भीतर प्रदान किया जाए। कलेक्टर ने यह भी कहा कि किसानों को योजनाओं की जानकारी समय पर दी जाए और उनकी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए कार्यालय में एक विशेष काउंटर स्थापित किया जाए। उन्होंने रिकॉर्ड के डिजिटाइजेशन और कार्यालय की साफ-सफाई पर भी जोर दिया, यह कहते हुए कि कृषि विभाग जनता, विशेषकर किसानों की सेवा के लिए स्थापित किया गया है, और अधिकारियों को तत्परता और सेवा भाव के साथ कार्य करना चाहिए।
नापतौल विभाग में कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी: सख्त कार्रवाई के निर्देश
कृषि विभाग के बाद कलेक्टर ने नापतौल विभाग का भी औचक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने कर्मचारियों के समय पर उपस्थित न रहने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। नापतौल विभाग में कर्मचारी क्यों अनुपस्थित थे? यह एक गंभीर प्रश्न है, जिस पर कलेक्टर ने तत्काल ध्यान दिया।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नियत समय में सभी कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित रहें। जो कर्मचारी निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए, उनके विरुद्ध तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए हैं। कलेक्टर ने अनुपस्थित कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई करने को कहा? यह स्पष्ट है कि प्रशासन अब ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने नापतौल से संबंधित लंबित प्रकरणों के संबंध में भी पूछताछ की और उनके निराकरण में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि उपकरणों की जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए और किसी भी प्रकार का विलंब या देरी न की जाए, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासन की सख्त मुद्रा: सुशासन की दिशा में कदम
यह औचक निरीक्षण रीवा जिला प्रशासन की सख्त मुद्रा और सुशासन स्थापित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कलेक्टर प्रतिभा पाल के इस कदम से सरकारी विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति और कार्यप्रणाली में सुधार आने की उम्मीद है। रीवा में सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता कैसे बढ़ेगी? ऐसे औचक निरीक्षण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम हुजूर वैशाली जैन और संयुक्त कलेक्टर श्रेयस गोखले की उपस्थिति भी यह दर्शाती है कि जिला प्रशासन पूरी टीम के साथ मिलकर कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए प्रयासरत है। कलेक्टर प्रतिभा पाल के निरीक्षण का क्या असर होगा? उम्मीद है कि इस कार्रवाई से विभागों में जवाबदेही बढ़ेगी और जनता को मिलने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा। बिल वाउचर की जांच क्यों की गई? यह पारदर्शिता सुनिश्चित करने और वित्तीय अनियमितताओं पर लगाम कसने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण क्यों जरूरी है? यह कार्यों में गति लाने, पारदर्शिता बढ़ाने और भविष्य में ऐसी अनियमितताओं को रोकने में मदद करेगा।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
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कलेक्टर ने शिल्पी प्लाजा में किन विभागों का औचक निरीक्षण किया?
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कलेक्टर ने शिल्पी प्लाजा के ए ब्लॉक में संचालित कृषि विभाग और नापतौल विभाग का औचक निरीक्षण किया।
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निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मुख्य रूप से किन चीजों की पड़ताल की?
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उन्होंने उपस्थिति पंजी, बिल वाउचर, रिकॉर्ड संधारण और किसानों को लाभ देने वाली योजनाओं के रजिस्टरों की गहन पड़ताल की।
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कृषि विभाग में कलेक्टर ने किसानों से संबंधित क्या निर्देश दिए?
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उन्होंने किसानों को समय पर योजनाओं का लाभ देने, शिकायतों के निराकरण के लिए विशेष काउंटर स्थापित करने, रिकॉर्ड के डिजिटाइजेशन और कार्यालय की साफ-सफाई के निर्देश दिए।
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नापतौल विभाग में कलेक्टर ने किस बात पर नाराजगी व्यक्त की और क्या कार्रवाई के निर्देश दिए?
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उन्होंने कर्मचारियों के समय पर उपस्थित न रहने पर नाराजगी व्यक्त की और अनुपस्थित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई तथा लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए।
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कलेक्टर के साथ निरीक्षण में और कौन से अधिकारी उपस्थित थे?
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निरीक्षण के दौरान एसडीएम हुजूर वैशाली जैन और संयुक्त कलेक्टर श्रेयस गोखले उपस्थित थे।
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